Jharkhand: दिशोम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्धकर्म में MLA बहू कल्पना सोरेन निभा रहीं परंपराओं का धर्म
दिशोम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्धकर्म में उनकी बहू एवं MLA कल्पना सोरेन पूरे श्रद्धा और भाव से सभी पारंपरिक रीति-रिवाज निभा रही हैं। देखें पूरी खबर Threesocieties.com पर।

- मारे पारंपरिक विधान और रीति-रिवाज का अभिन्न हिस्सा है ढेंकी
रामगढ़। झारखंड के एक्स सीएम और राज्यसभा एमपी शिबू सोरेन (दिशोम गुरु) के निधन के बाद सीएम हमंत सोरेन व उनकी वाइफ एमएलए कल्पना सोरेन परिवार पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार श्राद्धकर्म निभे रहे हैं। इस दौरान इस दौरान उनकी बहू और गांडेय एमएलए कल्पना सोरेन हर दिन अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए नजर आ रही हैं।
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कल्पना सोरेन श्राद्धकर्म की परंपरा के तहत गुरुजी की आत्मा को अर्पित करने के लिए पारंपरिक खाद्य सामग्री तैयार करती हैं। इसके बाद सीएम हेमंत सोरेन इन सामग्रियों को गुरुजी की आत्मा को अर्पित करते हैं। यह प्रक्रिया रोजाना की जाती है और इसे पूरा करना श्राद्धकर्म का अहम हिस्सा है। कल्पना सोरेन ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें वह ढेंकी से चावल कूटती हुई नजर आ रही हैं।
तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा – “हमारे पारंपरिक विधान और रीति-रिवाज का अभिन्न हिस्सा है ढेंकी। वीर योद्धा दिशोम गुरु अमर रहें।”गुरुजी का श्राद्धकर्म 16 अगस्त को आयोजित होगा। इस मौके पर राज्य और देशभर से लाखों लोगों के पहुंचने की संभावना है। प्रशासन ने भी इस बड़े आयोजन के मद्देनजर तैयारी शुरू कर दी है।
शिबू सोरेन का निधन विगत चार अगस्त को दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटलमें हुआ था, जहां वह ब्रेन स्ट्रोक के बाद एडमिट थे। उनके निधन से पूरे झारखंड में शोक की लहर है। गुरुजी को झारखंड आंदोलन के महानायक और आदिवासी समाज के नेता के रूप में जाना जाता है। उनके जीवन और संघर्ष को याद करते हुए परिवार और समर्थक इन दिनों पारंपरिक विधि से श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।