बिहार: नवगछिया में क्रिमिनलों के गैंगवार में खोखा सिंह की मर्डर, एमएलए ने कहा- जेडीयू को जिताने में थी भूमिका
भागलपुर जिले के नवगछिया ब्लॉक के कदवा ओपी के गोला टोला कदवा में 26 जनवरी मंगलवार की शाम चार बजे गैंगवार में एक कुख्यात अपराधी खोखा सिंह की मर्डर कर दी गई है।
पटना। भागलपुर जिले के नवगछिया ब्लॉक के कदवा ओपी के गोला टोला कदवा में 26 जनवरी मंगलवार की शाम चार बजे गैंगवार में एक कुख्यात अपराधी खोखा सिंह की मर्डर कर दी गई है। नवगछिया एसी सुशांत कुमार सरोज ने बताया कि जमीनी विवाद और क्रिमिनलों की पुरानी रंजीश में खोखा सिंह की मर्डर हुई है। पुलिस घटना में शामिल क्रिमिनलों को गिरफ्तार करने के लिए रेड कर रही हैं।
बाइक से जा रहा था खोखा, गोली लगने से भाई रंजीत भी जख्मी
क्रिमिनलों की आपसी रंजिश में खोखा की मर्डर हुई है। उसके खिलाफ नवगछिया सहित कई जिलों में मर्डर सहित कई अन्य मामलों में एफआइआर दर्ज है। खोखा कदवा ओपी एरिया के ही पचगछिया का रहने वाला था। खोखा सिंह अपने चचेरे भाई रंजीत कुमार के साथ घर से बाइक पर निकला था। रंजीत बाइक चला रहा था। गोला टोला कदवा के पास 14 नंबर रोड पर एक अपाची पर सवार तीन क्रिमिनलों ने ओवरटेक कर उसके बाइक को रोका। इसके बाद खोखा सिंह और रंजीत पर गोली चला दी। दोनों को गोली मारने के बाद तीनों क्रिमिनल अपनी बाइक पर सवार होकर फरार हो गये। गोली लगने से खोखा व रंजीत गंभीर रूप से जख्मी हो गये।
कदवा ओपी पुलिस ने खोखा सिंह को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल नवगछिया पहुंचाया। लेकिन इससे पहले ही उसकी मौत हो गई थी। खोखा सिंह को पंजरा में गोली मारी गई थी। गोलीबारी में जख्मी खोखा के भाई रंजीत कुमार का इलाज ढोलबज्जा अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में पुलिस कस्टडी में चल रहा है। रंजीत को हाथ में गोली लगी है। उसका दो अंगुली उड़ गया है। रंजीत भी क्रिमिनल है। पुलिस की सुरक्षा में उसका इलाज चल रहा है।
मौके पर पहुंचे एमएलए गोपाल मंडल
घटना की जानकारी मिलने पर गोपालपुर के जेडीयू एमएलए नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल अनुमंडल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने मृतक के स्वजनों को सांत्वना दी। उन्होंने पुलिस से हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा कि दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। एमएलए ने कहा कि खोखा सिंह जदयू का कार्यकर्ता था। पार्टी को हमेशा सहयोग किया है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में उनकी जीत में खोखा सिंह की काफी भूमिका रही है।
कुलानंद गैंग के आतंक से भाग गया था किसान खोखा
बताया जाता है कि पहले खोखा सिंह किसान थे। कुलानंद सिंह गिरोह के आतंक के कारण वह यहां से भाग गया था। इस गैंग के सदस्य में खोखा सिंह का फसल लूट लेते थे। इस कारण वह मधेपुरा चला गया। वह वहां चौसा रहने लगा। इसी दौरान वह फैजान गिरोह के संपर्क में आया। फैजान के साथ मिलकर खोखा क्राइम की दुनिया में कदम रखा। खोखा सिंह फैजान गिरोह का मेन मेंबर था। खोखा सिंह के खिलाफ मर्डर समेत अन्य गंभीर केस दर्ज हैं।