Lok Sabha Election 2024: एक्स सेंट्रल मिनिस्टर नागमणि गिरफ्तार, BSP कैंडिडेट के रूप में नामांकन किया दाखिल 

चतरा में पुलिस ने एक्स सेंट्रल मिनिस्टर नागमणि को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के एक मामले में नागमणि को पुलिस ने नामांकन दाखिल करने के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय के समीप से अरेस्ट कर लिया। 

Lok Sabha Election 2024: एक्स सेंट्रल मिनिस्टर नागमणि गिरफ्तार, BSP कैंडिडेट के रूप में नामांकन किया दाखिल 
जेल भेजे गये नागमणि।

आचार संहिता मामले में थे फरार

2014 के लोकसभा चुनाव में इटखोरी पुलिस में दर्ज हुआ था मामला
चतरा। झारखंड के चतरा में पुलिस ने एक्स सेंट्रल मिनिस्टर नागमणि को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के एक मामले में नागमणि को पुलिस ने नामांकन दाखिल करने के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय के समीप से अरेस्ट कर लिया। 

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नागमणि ने बीएसपी के रूप में चतरा लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है। उनके समर्थक ने गुरुवार को बगैर सिंबल के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया था। नागणणि शुक्रवार को सिंबल के साथ नामांकन दाखिल करने के लिए आए थे।नामांकन दाखिल करते ही पुलिस ने नागमणि कस्टडी में ले लिया। गिरफ्तारी के बाद एक्स सेंट्रल मिनिस्टर को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

जेल भेजे जाने से पूर्व नागमणि ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पुलिस का यह सरासर जुल्म है। इस मामले की उन्हें कभी कोई जानकारी नहीं थी।उन्होंने कहा कि विरोधियों के साथ मिलकर पुलिस षड्यंत्र कर रही है। मौके पर नागमणि की वाइफ बिहार की एक्स मिनिस्टर सुचित्रा सिन्हा भी मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि घोर आश्चर्य है कि 1द साल से मामला चल रहा है और इसकी सूचना तक पुलिस ने नहीं दी। उन्होंने कहा कि नागमणि की लोकप्रियता से क्षुब्ध होकर उनकी गिरफ्तारी करवाई गई है।

यह है मामला
2014 के लोकसभा चुनाव में नागमणि के खिलाफ इटखोरी पुलिस स्टेशन आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ था। उस चुनाव में नागमणि आजसू से चतरा संसदीय क्षेत्र से बतौर प्रत्याशी थे। आरोप है कि उन्होंने अनुमति के बगैर इटखोरी में सभा की थी। मामला दर्ज होने के बाद जमानत भी नहीं ली थी।नागमणि ने बताया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। पुलिस ने उन्हें इस मामले में कभी नोटिस नहीं दिया। दो दिन पूर्व जब उन्हें इसकी जानकारी मिली, तो जमानत के लिए प्रयास किया। लेकिन सफल नहीं हो सके।