अमेरिका में ओमिमैक्स कंपनी के CEO नरेश वशिष्ठ IIT ISM को देंगे 10 करोड़ रुपये
मेरिका में पेट्रोलियम क्षेत्र की Distinguished कंपनी ओमिमैक्स के Distinguished Chief Executive Officer (CEO) नरेश कुमार वशिष्ठ ने IIT ISM को 10 करोड़ रुपये देने का एलान किया है। ISM के पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में 1967 बैच के पासआउट स्टूडेंट श्री वशिष्ठ शुक्रवार को इंस्टीच्युट के स्थापना दिवस समारोह को बतौर चीफ गेस्ट अमेरिका से ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे।
- पेट्रोलियम इंजीनियरिंग ब्रांच के 1967 बैच के रहे हैं स्टूडेंट
- इंस्टीच्युट के 97वें स्थापना दिवस समारोह में किया एलान
- राशि से हाइड्रोजन व कार्बन कैप्चर में शोध के लिए सीक्वेस्ट्रेशन सेंटर की होगी स्थापना
धनबाद। अमेरिका में पेट्रोलियम क्षेत्र की Distinguished कंपनी ओमिमैक्स के Distinguished Chief Executive Officer (CEO) नरेश कुमार वशिष्ठ ने IIT ISM को 10 करोड़ रुपये देने का एलान किया है। ISM के पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में 1967 बैच के पासआउट स्टूडेंट श्री वशिष्ठ शुक्रवार को इंस्टीच्युट के स्थापना दिवस समारोह को बतौर चीफ गेस्ट अमेरिका से ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे।
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नरेश कुमार वशिष्ठ द्वारा प्रदान किये गये 10 करोड़ रुपये से IIT ISM में हाइड्रोजन व कार्बन कैप्चर में रिसर्च के लिए सीक्वेस्ट्रेशन सेंटर की स्थापना की जायेगी। ऑनलाइन संबोधन में उन्होंने कहा कि साल 1926 में आइआइटी आइएसएम की स्थापना अर्थ साइंस की पढ़ाई के लिए हुई थी। लेकिन आज यहां 18 ब्रांच संचालित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि यहां के टीचर्स व रिसर्च स्कॉलरों ने उत्कृष्ट रिसर्च के बल पर वर्ल्ड के टॉप इंस्टीच्युट्स और साइंटिस्टों में अपनी जगह बनायी है। अब वह उम्मीद करते हैं कि जल्द ही यहां का कोई टीचर नोबेल पुरस्कार के लिए चुना जाये।
नरेश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि इंस्टीच्युट रूपी फैक्ट्री के प्रोडक्ट उसके स्टूडेंट होते हैं। यहां से हमेशा ऐसे मेधावी ग्रेजुएट पैदा होते रहें, जो देश-विदेश में इंस्टीच्युट का नाम रोशन करें। नरेश वशिष्ठ ने कहा कि वह हर जरूरत के समय सहयोग के लिए तैयार रहते हैं।
नरेश वशिष्ठ के नाम पर चल रहा इनोवेशन सेंटर
IIT ISM में नरेश कुमार वशिष्ठ की मदद से संस्थान में पहले ही उनके नाम पर नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिंकरिंग एंड इनोवेशन सेंटर संचालित किया जा रहा है। श्री वशिष्ठ ने इस सेंटर की स्थापना के लिए वर्ष 2019 में आठ करोड़ रुपये डोनेट किये थे।