IIT ISM धनबाद का 42वां दीक्षांत समारोह 12 दिसंबर को, रॉकेटमैन डॉ. जी सतीश रेड्डी होंगें चीफ गेस्ट

IIT ISM धनबाद का 42वें दीक्षांत समारोह 12 दिसंबर  को होगा। दीक्षांत समारोह में बतौर चीफ गेस्ट डिफेंस मिनिस्टर के वैज्ञानिक सलाहकार तथा रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव डाॅ. जी सतीश रेड्डी होंगे। उन्होंने दीक्षांत में शामिल होने की स्वीकृति भी दे दी है।

IIT ISM धनबाद का 42वां दीक्षांत समारोह 12 दिसंबर को, रॉकेटमैन डॉ. जी सतीश रेड्डी होंगें चीफ गेस्ट

धनबाद। IIT ISM धनबाद का 42वें दीक्षांत समारोह 12 दिसंबर  को होगा। दीक्षांत समारोह में बतौर चीफ गेस्ट डिफेंस मिनिस्टर के वैज्ञानिक सलाहकार तथा रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव डाॅ. जी सतीश रेड्डी होंगे। उन्होंने दीक्षांत में शामिल होने की स्वीकृति भी दे दी है।

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दीक्षांत समारोह में एजुकेशनल सेशन 2021-22 के 1832 स्टूडेंट्स को डिग्री दी जायेगी। दीक्षांत के पूर्व डिग्री लेने वाले स्टूडेंट् ने इंस्टीच्युट के पोर्टल पर ऑनलाइन रिजस्टेशन कराया है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के बाद कल 11 दिसंबर को शाम चार बजे तक स्टूडेंट्स को इंस्टीच्युट में रिपोर्ट करना है। दीक्षांत समारोह 12 दिसंबर को सुबह नौ बजे से शुरू होगा। वैसे स्टूडेंट, जो समारोह में भाग लेने में असमर्थ हैं, उन्होंनने डाक के माध्यम से अपनी डिग्री प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया। 
दीक्षांत समारोह में  स्टूडेंट का लिबास

लड़कों के लिए: ऑफ-व्हाइट क्रीम कुर्ता और पायजामा (बेहतर चूड़ीदार) और स्टोल के साथ फार्मल सैंडल। छात्र चाहें तो हल्के रंग के खादी,ऊन के जैकेट स्वेटर पहन सकते हैं। छात्रों को संस्थान में स्टोल प्रदान किया जायेगा।

लड़कियों के लिए: ऑफ-व्हाइट क्रीम सलवार कमीज (अधिमानत चूड़ीदार) या आफ-व्हाइट साड़ी मैचिंग कपड़े और स्टोल के साथ उपयुक्त फुटवियर। लड़कियां चाहें तो हल्के रंग के खादी, ऊनी जैकेट, स्वैटर पहन सकती हैं।

जानें जी सतीश रेड्डी के बारे में 

डाॅ. जी. सतीश रेड्डी डिफेंस मिनिस्टर के वैज्ञानिक सलाहकार तथा रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा प्रक्षेपास्त्र एवं रणनीतिक प्रणालियों के महानिदेशक भी हैं। रेड्डी ने जवाहरलाल नेहरू प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, अनंतपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। वहीं जवाहरलाल नेहरू प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हैदराबाद से एमएस और पीएचडी की पढ़ाई की है। डाॅ. रेड्डी ने अग्नि वीर प्रोजेक्ट में भी अहम भूमिका निभाई थी। इन्हें प्रतिष्ठित आर्यभट्ट पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। डाॅ. रेड्डी ने सामरिक और मिसाइल प्रणालियों में योगदान देकर देश को महत्वपूर्ण रक्षा प्रौद्योगिकियों में आत्मनिर्भर बनने में मदद की है।उन्होंने मजबूत रक्षा विकास और उत्पादन पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए सिस्टम स्थापित किया। उन्हें राॅकेट मैन भी कहा जाता है। जी. सतीश रेड्डी को मिसाइल सिस्टम में उनके शोध और विकास के लिए जाना जाता है। उनकी की अगुवाई में ही एवियनिक्स सिस्टम तैयार किया गया था।