स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को बेहतर करने की जरूरत,कोरोना संकट के दौरान बेतहाशा बढ़ी मांग:डॉ. हर्षवर्धन
सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टर डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अप्रत्याशित तौर पर स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग बढ़ी है। हमारी स्वास्थ्य सुविधाएं और कार्यबल वर्तमान में महामारी को नियंत्रित करने से संबंधित गतिविधियों की अधिकता से भरे हुए हैं।
नई दिल्ली। सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टर डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अप्रत्याशित तौर पर स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग बढ़ी है। हमारी स्वास्थ्य सुविधाएं और कार्यबल वर्तमान में महामारी को नियंत्रित करने से संबंधित गतिविधियों की अधिकता से भरे हुए हैं।
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने और गैर संक्रामक रोगों (एनसीडी) के कारण समय से पहले होने वाली मौतों को कम करने के लिए, स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को बदलने की जरूरत है। सार्वजनिक स्वास्थ्य का दृष्टिकोण सतत तौर पर विकास लक्ष्य में किसी को भी नहीं छोड़ना रेखांकित करता है। सभी शेयरहोल्डर से कार्रवाई का आह्वान करता है।हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि एनसीडी (गैर संक्रामक रोग) का डेटा हमारे लिए उम्मीद की किरण है, जबकि 70 परसेंट वैश्विक मौतें एनसीडी के कारण होती हैं। इंडिया में यह लगभग 63 परसेंट है। हम इंडियन गवर्नमेंट द्वारा निवेश के कारण 2015-2019 से एनसीडी से संबंधित समय से पहले होने वाली मौतों को 503 से 490 प्रति 100,000 जनसंख्या तक कम करने में सक्षम हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टरी द्वारा जारी आंकड़ों से देश में कोरोना महामारी का प्रकोप कम होता नजर आ रहा है। 40 दिनों बाद आज दो लाख से भी कम कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आये हैं। मिनिस्टरी ने आज सुबह बताया है कि पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण के1,96,427 नये मामले सामने आये हैं।कोरोना से 3,511 लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद कुल संक्रमितों का अब तक का आंकड़ा 2,69,48,874 हो गया। कुल मौतों की संख्या 3,07,231 है। वहीं 24 घंटों में 3,26,850 लोगों ने कोराना वायरस को मात दे दिया।