ओडिशा: विजिलेंस की रेड के बाद IFS अफसर अभय पाठक बेटे के साथ अरेस्ट, कई स्टेट में करोड़ों संपत्ति
विजीलेंस रेड में ओड़िसा के आइएफएस अफसर अभय पाठक व उनके बेटे के नाम देश के कई स्टेट में कोरोड़ों रुपये की प्रोपर्टी का पता चला है। विजीलेंस ने शुक्रवार भुवनेश्वर में आईएफएस अफसर अभय पाठक और उनको बेटे को अरेस्ट कर लिया।
- बिहार के खगड़िया निवासी अफसर ने लॉकडाउन में चार्टर्ड प्लेन से कीं 20 बार यात्राएं
भुवनेश्वर। विजीलेंस रेड में ओड़िसा के आइएफएस अफसर अभय पाठक व उनके बेटे के नाम देश के कई स्टेट में कोरोड़ों रुपये की प्रोपर्टी का पता चला है। विजीलेंस ने शुक्रवार भुवनेश्वर में आईएफएस अफसर अभय पाठक और उनको बेटे को अरेस्ट कर लिया। इससे से पहले विजीलेंस की रेड में आइएफएस अफसर के ने देश के अलग-अलग ठिकानों पर रेड की में उनके अकूत प्रोपर्टी होने का खुलासा हुआ है।
1987 बैच के आईएफएस अफसर अभय पाठक ओडिशा के अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (योजना, कार्यक्रम और वनीकरण) के रूप में पोस्टेड थे। विजीवेंस ने भुवनेश्वर में उनके ऑफिसियल आवास सहित 13 स्थानों पर रेड किया है। अफसर के ऑफिस, उनका अपार्टमेंट, उनके भतीजे का अपार्टमेंट, ड्राइवर का घर, बिहार के खगड़िया में उनके पैतृक गांव, पुणे में लक्जरी अपार्टमेंट और फार्महाउस, पुणे के समता कॉलोनी में उनके बेटे के मैनेजर का आवास में रेड की गयी है। रेड में उनेके बेटे के नाम मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू और टाटा हैरियर जैसी महंगी गाड़ियां व कई लग्जरी रजिस्टर्ड मिली हैं।
विजीलेंस रेड दौरान मुंबई के होटल ताज महल पैलेस में 90 लाख रुपये से अधिक के होटल बिल और राजस्थान के उदयपुर में ताज लेक पैलेस में 20 लाख रुपये की एडवांस बुकिंग के बारे में जानकारी मिली है।आइएफएस पाठक और उनकी फैमिली की प्रोपर्टी और खर्च का प्रारंभिक अनुमान लगभग 20 करोड़ रुपये है। पिता-पुत्र को कोर्ट में पेश करने से पहले मेडिकल जांच की गई थी। दोनों ने अपने उपर लगे अकूत संपत्ति के आरोपों बेबुनियाद करार दिया है। पाठक ने कहा कि मेरे बेटे को हर महीने एक करोड़ रुपए सैलरी मिलती है। मेरे पास कोई गैर-कानून प्रोपर्टी नहीं है, सब कुछ लीगल है।
लॉकडाउन में IFS अफसर ने चार्टर्ड प्लेन से कीं 20 बार यात्राएं
विजिलेंस की रेड में पता चला है कि लॉकडाउन के दौरान आइएफएस अफसर अभय पाठक ने चार्टर्ड फ्लाइट्स से कम से कम 20 बार यात्रा कर तीन करोड़ रुपये खर्च किये। उन्होंने अपने बेटे के लिए पुणे में एक फार्महाउस भी ले रखा है, जिसका किराया पांच लाख रुपये पर मंथ है।अफसर पास से बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज जैसी चार महंगी गाड़ियां भी मिलीं। उन्होंने सिक्युरिटी के लिए 50-50 रुपये की सैलरी वालेबाउंसर्स की भी तैनाती कर रखी थी।अभय कांत पाठक के आवास के अलावा उनके भुवनेश्वर, पुणे, मुंबई, खगड़िया, उदयपुर आदि ठिकानों पर रेड की गयी। एक अफसर का कहना है कि विजिलेंस डिपार्टमेंट के रेड के इतिहास में ये सबसे अधिक प्रोपर्टी वालों में से एक हैं।
विजीलेंस अफसरों का कहना है कि पाठक ने अपनी फैमिली के साथ चार्टर्ड फ्लाइट्स द्वारा मुंबई, पुणे, दिल्ली और पटना की यात्रा की थी। इस दौरान, उन्होंने कलिंग एयरो एंड एलाइड सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की सर्विस का यूज किया था। वह लास्ट बार अपने फैमिली के साथ 13 सितंबर को चार्टर्ड फ्लाइट से पुणे गये थे। विजिलेंस विभाग के अफसर का कहना है कि आखिर कैसे कोई आईएफएस अफसर जिसकी सैलरी 2.70 लाख हो, वह भुवनेश्वर में आठ हजार स्क्वायर फीट का बंगला अफॉर्ड कर सकता है। इस बंगले में इटैलियन मार्बल के साथ-साथ लाखों रुपये का बेड भी है।
ड्राइवर व डेंटिस्ट के पास मिले लाखों कैश
विजीलेंस रेड के दौरान आइएफएस अफसर के डेंटिस्ट के पास से 50 लाख रुपये कैश उसके ड्राइवर के पास से 20 लाख रुपये कैश बरामद किये गये हैं। अफसर के घर से आधा किलो सोना और 10 लाख कैश भी मिला है। पाठक के बेटे के बैंक खातों में लगभग 9.4 करोड़ रुपये कैश जमा की गई थी। इनमें से लगभग 8.4 करोड़ रुपये अकेले भुवनेश्वर के बैंकों में थे। भुवनेश्वर के साहिद नगर और नयापल्ली में एटीएम के माध्यम से बड़ी संख्या में पैसा जमा किया गया। मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू और टाटा हैरियर और तीन यामाहा एफजेड मोटरसाइकिल जैसी महंगी गाड़ियां उनके बेटे के नाम पर रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा, बेटे के पास पुणे में मर्सिडीज जैसी महंगी कारें भी रेंट पर हैं।
बेटे की बीजेडी लीडर की बेटी से होनी है शादी
रेड के दौरान पता चला है कि पाठक के बेटे की अगले महीने उदयपुर में एक सीनीयर बीजेडी लीडर की बेटी के साथ शादी है। इस कारण पिछले वीक से ही भुवनेश्वर के कई बड़े होटल्स में शादी से पहले होने वाले समारोह आयाजित किये जा रहे हैं।पाठक वर्ष 2018 की जून 2018 से ओड़िसा राज्य वन विभाग में वनीकरण और योजना के अतिरिक्त पीसीसीएफ के रूप में काम कर रहे थे। कथित तौर पर एक विशाल बजट के प्रभारी थे, जिसमें सीएएमपीए फंड, एनआरईजीएस से राज्य योजनाओं के साथ-साथ वृक्षारोपण भी शामिल था। सेंट्ल गवर्नमेंट ने वर्ष 2019 में ओडिशा को 593 करोड़ रुपये का सीएएमपीए फंड जारी किया था। यह सभी स्टेट में सबसे अधिक था।