पशुपति पारस बने LJP के नेशनल प्रसिडेंट, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से हुआ चुनाव, नहीं पहुंचे प्रिंस राज
चाचा पशुपति कुमार पारस ने भतीजे चिराग पासवान को बेदखल कर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेशनल प्रसिडेंट भी बन गये हैं। पटना में गुरुवार को एक्स एमपी सूरजभान सिंह के आवास पर आयोजित एलजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पारस के निर्वाचन पर मुहर लगी।
पटना। चाचा पशुपति कुमार पारस ने भतीजे चिराग पासवान को बेदखल कर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेशनल प्रसिडेंट भी बन गये हैं। पटना में गुरुवार को एक्स एमपी सूरजभान सिंह के आवास पर आयोजित एलजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पारस के निर्वाचन पर मुहर लगी।
बैठक में पार्टी के चार एमपी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों ने हिस्सा लिया। इससे पहले पशुपति पारस ने औपचारिक रुप से पार्टी प्रसिडेंट के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। उनके साथ एमपी चंदन कुमार, वीणा देवी और महबूब अली कैसर नजर आए लेकिन प्रिंस राज बैठक मेंनहीं पहुंचे। तीन बजे तक किसी अन्य कैंडिडेट का नामांकन नहीं होने से पशुपति पारस को अध्यक्ष चुने जाने का एलान किया गया। पशुपति पारस इससे पहले चिराग को हाटकर पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष बने। अब पशुपति पारस गुट के लोगों ने उन्हें पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष भी नियुक्त कर दिया।
मुश्किल में प्रिंस
एलजेपी में चल रहे उठापटक के बीच चिराग पासवान के चचेरे भाई व एमपी प्रिंस राज रेप के केस में फंसते दिख रहे हैं। लोजपा की पूर्व कार्यकर्ता होने का दावा करने वाली एक लड़की उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के लिए दिल्ली पुलिस में कंपलेन की है। वह लगातार मीडिया के सामने आकर प्रिंस पर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगा रही हैं। उनका यह भी कहना है कि चिराग पासवान ने उनका नाम सार्वजनिक तौर पर उछाल कर गलत किया है।
सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में चिराग पासवान
चिराग पासवान दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं। चिराग की ओर से बागियों को भी बर्खास्त करने की तैयारी चल रही है। पारस को संसदीय दल का नेता बनाने का विरोध करते हुए चिराग पासवान पहले ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख चुके हैं।
चिराग पासवान कानून विशेषज्ञों से सलाह ले रहे हैं। सूत्रों के अनुसार वे पार्टी पर अपने दावे को लेकर तथा बागियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं। खुद को पार्टी का अध्यक्ष बताते हुए कुछ और बागियों को बर्खास्त भी कर सकते हैं।
चिराग ने लिखा लोकसभा अध्यक्ष को पत्र
चिराग पासवान ने पशुपति कुमार पारस को एलजेपी संसदीय दल का नेता मनोनीत करने पर विरोध जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि यह नियम के खिलाफ है। पार्टी के संविधान के अनुच्छेद-26 के मुताबिक, केंद्रीय संसदीय बोर्ड ही यह तय करने के लिए अधिकृत है कि लोकसभा में पार्टी का नेता कौन होगा। चिराग ने लोकसभा अध्यक्ष से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि वे लोकसभा में एलजेपी के नेता के तौर पर उन्हें मान्यता देने से संबंधित सर्कुलर जारी करें। चिराग ने ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर पांच सांसदों को बर्खास्त करने के पार्टी के फैसले के बारे में सूचित किया था।