Patna: स्टूडेंट्स को जान मारने की धमकी, कोचिंग संचालक और युवती आर्म्स के साथ अरेस्ट
बिहार की राजधानी पटना के बहादुरपुर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने एसके सिंह केमेस्ट्री कोचिंग इंस्टीच्युट के संचालक सदन कुमार सिंह और उसकी सहयोगी राधा झा को आर्म्स के साथ अरेस्ट किया है। सदन मूलत: खगड़िया जिले के महेशखूंट का रहने वाला है, जबकि राधा समस्तीपुर जिले के रोसड़ा की निवासी है।
पटना। बिहार की राजधानी पटना के बहादुरपुर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने एसके सिंह केमेस्ट्री कोचिंग इंस्टीच्युट के संचालक सदन कुमार सिंह और उसकी सहयोगी राधा झा को आर्म्स के साथ अरेस्ट किया है। सदन मूलत: खगड़िया जिले के महेशखूंट का रहने वाला है, जबकि राधा समस्तीपुर जिले के रोसड़ा की निवासी है।
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पुलिस का कहना है कि इस कोचिंग इंस्टीच्युट में ग्रामीण इलाकों से आये स्टूडेंट्स को आर्म्स के बल पर नामांकन कराने के लिए मजबूर किया जाता था। कोचिंग से देसी पिस्तौल, मैग्जीन, दो जिंदा कारतूस और मोबाइल बरामद किये गये हैं। एसएसपी डा मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि इनके संपर्क में कई असामाजिक तत्व थे, जिनकी पहचान कर ली गई है। वे भी जल्द गिरफ्त में होंगे।
फायरिंग में मौत के बाद खुले थे कई राज
एसएसपी ऑफिस के सामने विगत 27 जनवरी को सैदपुर हास्टल के विसर्जन जुलूस के दौरान फायरिंग में युवक की मौत के मामले की जांच के दौरान कई राज खुले थे। पता चला कि हास्टल और लाज में रहने वाले पूर्ववर्ती छात्रों को कोचिंग इंस्टीच्युट आर्म्स खरीदने के लिए आर्थिक सहयोग देते हैं। इसके एवज में उन्हें संरक्षण मिलता है।कोचिंग संचालक कई तरह के अनैतिक कार्य भी करवाते हैं। पुलिस इस सूचना के आधार पर कोचिंग इंस्टीच्युट्स पर नजर रख रही थी। चंदा वसूली के आरोप में गिरफ्तार बदमाशों के मोबाइल के डिटेल भी खंगाले जा रहे थे। कुछ आपत्तिजनक एसएमएस और वाट्सएप चैट मिले थे, जिसे आधार बनाकर जांच शुरू की गई।
दूसरे के कोचिंग में गये तो जान से मार देंगे
बहादुरपुर थानाध्यक्ष योगेश चंद्र को मुखबीर से सूचना मिली कि एसके सिंह केमेस्ट्री कोचिंग इंस्टीच्युट में एक स्टूडेंट को एडमिशन कराने के लिए मजबूर किया जा रहा है। संचालक ने उसे आर्म्सभी दिखाया है। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष ने वहां धावा बोला। तलाशी लेने पर आर्म्स बरामद हुई। आर्म्स बरामदगी के बाद सदन और राधा को थाने पर लाकर पूछताछ में बताया कि जब कोई स्टूडेंट उनके कोचिंग में पूछताछ करने के बाद दूसरे इंस्टीच्युट में एडमिशन लेता था तो वे पूर्ववर्ती छात्रों को रुपये देकर उसे डराते-धमकाते थे। यहां तक कि प्रतिद्वंद्वी की कोचिंग में फायरिंग या बमबारी भी करा देते थे।
एसएसपी की अपील, झांसे में न आयें
एसएसपी ने बताया कि सदन केमेस्ट्री की कोचिंग चला रहा था, लेकिन वह स्वयं इस सबजेक्ट का टीचर नहीं है। वह कोचिंग में मैनेजर की भूमिका में था और सभी विषयों के लिए उसने कमीशन पर टीचर रखा था। एसएसपी ने स्टूडेंट्स और उनके अभिभावकों से अपील की कि पटना आकर पढ़ाई करने के इच्छुक स्टूडेंट पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही किसी कोचिंग में एडमिशन करायें। यदि उन पर किसी प्रकार का दबाव बनाया जाता है तो वे तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में इसकी जानकारी दें।