91 साल की उम्र में DLF के मालिक केपी सिंह को हो गया प्यार, 2018 में कैंसर से हो गया था वाइफ का निधन
DLF ग्रुप के एमेरिटस चेयरमैन कुशाल पाल सिंह ( केपी सिंह) को 91 साल की उम्र में प्यार हो गया है। DLF ग्रुप के मालिक केपी सिंह की पत्नी इंदिरा का 2018 में कैंसर की वजह से निधन हो गया था। इसके बाद से ही वह अकेले रह रहे थे।15 अगस्त 1931 को जन्मे केपी सिंह को 2010 में पद्मभूषण मिला था।
नई दिल्ली। DLF ग्रुप के एमेरिटस चेयरमैन कुशाल पाल सिंह ( केपी सिंह) को 91 साल की उम्र में प्यार हो गया है। DLF ग्रुप के मालिक केपी सिंह की पत्नी इंदिरा का 2018 में कैंसर की वजह से निधन हो गया था। इसके बाद से ही वह अकेले रह रहे थे।15 अगस्त 1931 को जन्मे केपी सिंह को 2010 में पद्मभूषण मिला था।
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सीएनबीसी टीवी-18 को दिये इंटरव्यू में केपी सिंह ने इस नये रिलेशन के बारे में जानकारी दी है। केपी सिंह ने बताया, "मेरी पत्नी ने निधन से छह महीने पहले वादा करने को कहा था कि मैं हार नहीं मानूं। मेरे पास आगे बढ़नेके लिए एक नई लाइफ है।" केपी सिंह नेकहा कि मेरी पत्नी चाहती थी कि मैं जीवन से हार नहीं मानूंगा। उसके ये शब्द मेरे साथ रहे।
इंटरव्यूमें अपने वैवाहिक जीवन के बारे में बताते हुए केपी सिंह ने कहा, “मेरा वैवाहिक जीवन बहुत ही शानदार रहा है। मेरी पत्नी मेरी पार्टनर ही नहीं दोस्त भी थी। हमारी ट्यूनिंग अच्छी थी। आजीवन साथ रहनेकी जो कोशिश थी, वो अधूरी रह गई।"
केपी सिंह ने कहा-पार्टनर से मिलती है एनर्जी
उन्होंने कहा कि 65 साल साथ रहनेके बाद जब आप अपने साथी को खोते हैं तो उदास हो जाते हैं। कंपनी चलाने के लिए
सकारात्मक और सक्रिय रहने की जरूरत है। जब आप किसी प्रियजन को खो देते हैं, तो स्थिति बदल जाती है। अब अकेले जीवन बिता रहे हैं।" DLF ग्रुप के एमेरिटस चेयरमैन ने कहा कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि एक नई पार्टनर मिली है। उसका नाम
शीना है। वह मेरे जीवन के सबसेअच्छे लोगों में से एक है। वह ऊर्जावान है। वह मुझे अपने पैर की उंगलियों पर रखती है। वह मुझे प्रेरित है।
63200 करोड़ के मालिक हैं केपी सिंह
केपी सिंह रियल एस्टेट के टॉप रईस अरबपतियों में हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के अनुसार केपी सिंह वर्ल्ड के 299वें सबसे
रईस अरबपति हैं। केपी सिंह की कुल दौलत 7.63 बिलियन डॉलर (लगभग 63200 करोड़ रुपये) है। उन्होंने 1961 मेंससुर द्वारा शुरू की गई कंपनी डीएलएफ में शामिल होने के लिए आर्मी की पोस्टिंग छोड़ दी थी। वह पांच दशक सेअधिक समय तक कंपनी के चेयरमैन पद पर रहे। जून 2020 में चेयरमैन पद से इस्तीफा देने के बाद अब वह डीएलएफ के एमेरिटस चेयरमैन हैं।