रांची: पिता ने कहा-रूपा तिर्की का मर्डर हुआ है, DSP की बोलती बंद, साहिबगंज से आये डीएसपी का रांची में लोगों ने किया विरोध,हंगामा
बड़हरवा डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की रांची के रातू टेंडर बगीचा स्थित रूपा तिर्की के आवास पहुंचे तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। साहिबगंज पुलिस को देखते ही बड़ी संख्या में रूपा के परिजन और ग्रामीण जुटकर हंगामा शुरू कर दी। आक्रोशित लोगों ने साहिबगंज पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।साहिबगंज पुलिस वापस जाओ के नारे लगाये।
- साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की सुसाइड नहीं, मर्डर की गयी
- कई सवाल दागकर रूपा के पिता ने साहिबगंज डीएसपी की बोलती बंद कर दी
- आदिवासी संगठनों ने दिया धरना, रूपा तिर्की की मौत की सीबीआइ जांच की मांग
रांची। बड़हरवा डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की रांची के रातू टेंडर बगीचा स्थित रूपा तिर्की के आवास पहुंचे तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। साहिबगंज पुलिस को देखते ही बड़ी संख्या में रूपा के परिजन और ग्रामीण जुटकर हंगामा शुरू कर दी। आक्रोशित लोगों ने साहिबगंज पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।साहिबगंज पुलिस वापस जाओ के नारे लगाये।
सभी लोगों ने एक स्वर में कहा हमें केवल सीबीआई जांच चाहिए जिला पुलिस पर भरोसा नहीं। डीएसपी रूपा के परिजनो से मिलकर डीएसपी ने अपने आने का कारण और जांच में मदद करने की बात कर ही रहे थे कि विरोध शुरू हो गया। डीएसपी प्रमोद मिश्रा ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि रूपा तिर्की को हर हाल में इंसाफ मिलेगा।डीएसपी की बात सुन परिजन भड़क गये और विरोध करने लगे। ग्रामीणों ने उनसे कुछ सवाल पूछे। परिजनो और ग्रामीणो के सवाल पर डीएसपी मिश्रा की बोलती बंद हो गई।
जांच भटकाने का आरोप, मर्डर को दिया जा रहा सुसाइड का रूप
परिजनो ने डीएसपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जांच को भटकाया जा रहा है। रूपा की मर्डर को का रूप दिया जा रहा है। साहिबगंज की पुलिस द्वारा घटना को किसी और दिशा में ले जा रही है। रूपा तिर्की के पिता देवानंद उरांव ने कहा कि एसआईटी जांच सिर्फ धोखा है। हमें सिर्फ सीबीआई जांच ही चाहिए। जब तक झारखंड गवर्नमेंट सीबीआई जांच की अनुशंसा नहीं कर देती है तब तक हम सभी परिजनो के अलावे आदिवासी समाज के लोग चुपचाप नहीं बैठेंगे। हमें इंसाफ चाहिए। देवानंद उरांव ने कहा कि वे आर्मी के जवान हैं। सुसाइड और मर्डर में क्या फर्क है उन्हें अच्छी तरह पता है। मेरी बेटी के शरीर में चोट के कई निशान थे, जिसे हमलोगों ने देखा। गले में दो जगह गहरी चोट के निशान थे। इससे साफ पता लग रहा था कि यह मर्डर ही था।
चुप रह गये डीएसपी
देवानंद उरांव ने डीएसपी से सिर्फ एक सवाल पूछा कि सबसे पहले आप यह बताइए शव को सबसे पहले किसने देखा और उतारा। इसके अलावा पूछा कि क्या रूपा के शरीर पर लगी चोट की आपको जानकारी है। पिता के सवालों का डीएसपी साहब के पास कोई जवाब नहीं था। ग्रामीणों और वहां मौजूद मीडियाकर्मियों ने डाहू यादव के बारे में भी सवाल किया। इसका भी डीएसपी कोई जवाब नहीं दे पाये। सवाल जवाब शुरू ही हुआ था और भीड़ लगातार बढ़ रही थी। भीड़ को जमा होते देख डीएसपी बैरंग वापस लौट गये। डीएसपी ने कहा कि मैं अपनी रिपोर्ट सिर्फ अपने वरीय अधिकारियों को ही दूंगा।
पिता बोले बेटी को सेवा के लिए भेजा, जिसकी सुरक्षा नहीं कर पाये
रूपा के पिता ने डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा से कहा कि मैंने भी बतौर फौजी देश की सेवा में अपना जीवन लगा दिया। बेटी को भी सेवा के लिए भेजा, लेकिन आपके विभाग ने उसकी सुरक्षा नहीं की। बेटी की मौत पर दोषियों को सजा दिलाने के बजाए मर्डर को सुसाइड बनाने में लगे हैं। बेटी की मौत की सूचना के बाद जब परिवार के लोग साहिबगंज पहुंचे, उसी समय से पुलिस अफसर मौत को सुसाइड बताने में लगे हैं। परिवार को पोस्टमार्टम की जानकारी नहीं दी गई। जिस बेटी को राज्य की सेवा के लिए भेजा था, उसका बॉडी पहुंचाने कोई पुलिस अफसर तक नहीं आए। मौत हुए एक सप्ताह बीत गया है, लेकिन हमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दी गई। जब भी रिपोर्ट की मांग करते हैं कि तब पुलिस वाले आवेदन देने को कहते हैं। हर बात में टालमटोल किया जा रहा है।
न्याय नही मिला तो आंदोलन तेज होगा
जिला पार्षद अमर उरांव ने कहा कि आदिवासी छात्र संघ सहित आदिवासी समाज के लोग इस हाईप्रोफाइल मामले को दबने नहीं देंगे। हमें हर हाल में सीबीआइ जांच ही चाहिए। आदिवासी छात्र संघ के जिला अध्यक्ष प्रभात तिर्की व प्रखंड अध्यक्ष सुमित उरांव सहित केंद्रीय सरना समिति के नारायण उरांव ने भी इस आंदोलन को दूर तक ले जाने की बात कही। रातू प्रखंड के प्राय: सभी गांव के मुखिया भी इस आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं।
रूपा तिर्की की मौत की सीबीआइ जांच की मांग,रांची में आदिवासी संगठनों ने दिया धरना
विभिन्न आदिवासी धार्मिक सामाजिक संगठनों ने मंगलवार को रांची के पिस्का मोड़ सत्यारी सरना स्थल के पास एकदिवसीय धरना दिया। संगठनों ने महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत की सीबीआइ जांच करने की मांग की। धरना की अध्यक्षता आदिवासी सेना अध्यक्ष शिवा कच्छप ने की। शिवा ने कहा कि साहेबगंज जिले में पदस्थापित महिला थाना थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत संदेहात्मक है। परंतु उसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की जा रही है।परिवारजन कुछ लोगों पर सीधा-सीधा मर्डर का आरोप लगा रहे हैं। फिर भी वर्तमान सरकार मनाने को तैयार नहीं है। इससे स्पष्ट होता है कि यह सुसाइड नहीं, मर्डर की गई है। यह एक आदिवासी पुलिस अफसर का मर्डर है। पंडरा मुखिया सुनिल तिर्की ने कहा कि इस तरह से यदि राज्य में घटनाएं होती रहेंगी तो आने वाले दिनों में गलती करने वाले लोगों का मनोबल बढ़ता चला जायेगा।
बाइस पडहा जतरा समिति के अध्यक्ष बुधवा उरांव ने कहा कि आज एक आदिवासी मुख्यमंत्री के होते हुए भी आदिवासी समाज सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है।बहू बेटियों की इज्जत दांव पर लगी है। कभी भी किसी के साथ गलत हो रहा है। झारखंड सरकार घटनाओं पर अपना केवल कटाक्ष करती आई है। जबकि ऐसी घटनाओं पर प्राथमिकता से कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि राज्य शर्मसार होने से बच जाए। धरना में सती तिर्की, चरकू उरांव, धरमू उरांव, लालू उरांव, मुन्तजीर खान, सिम्पी कुजूर, शोभा तिर्की, मीना देवी, बिजय तिर्की, अन्नु मुंडा, बितनी तिर्की आदि उपस्थि थे।
सब इंस्पेक्टर शिव कुमार कनौजिया सस्पेंड
चाईबासा एमपी अजय लिंडा ने साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की को सुसाइड के लिए उकसानेवाले वाले सब इंस्पेक्टर शिव कुमार कनौजिया को सस्पेंड कर दिया है। कनौजिया के खिलाफ डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग शुरू की जायेगी। इस दौरान डिसमिस भी किया जा सकता है। शिव कुमार कनाैजिया फिलहाल साहिबगंज जेल में है।चाईबासा में पोस्टेड एसआइ शिव कुमार कनौजिया देवघर जिले के मधुपुर पुलिस स्टेशन के भेरवा का रहनेवाला है। पुलिस की छानबीन के क्रम में यह बात सामने आयी है कि ट्रेनिंग सेंटर में ही सब इंस्पेक्टर रूपा तिर्की और सब इंस्पेक्टर शिव कुमार कनौजिया में दोस्ती हुई थी। पिछले एक साल से फोन पर लगातार दोनों की अंतरंग बातचीत होती थी। पिछले पांच-छह माह से दोनों के रिश्तों में खटास आने लगा था। रूपा तिर्की जिस ऑडियो में सुसाइडकरने की बात कह रही है वह 28 अप्रैल 2021 का है। 26 मिनट 55 सेकेंड के उस ऑडियो में कई वैसी भी बातें हैं जिसका उल्लेख नहीं किया जा सकता।
बताया जाता है कि शिव कनौजिया की मां ने रुपा के साथ लव अफेयर व शादी का विरोध किया। इसके बाद शिव कनौजिया ने रूपा तिर्की के नंबर को ब्लॉक कर दिया। इससे रूपा तिर्की की भावनाएं आहत हुईं। इसके बाद उसने सुसाइडजैसा कदम उठा लिया। इससे पूर्व शाम 3.19 में शिव कनौजिया ने रूपा तिर्की को मैसेज किया था। पुलिस जांच में यह भी बात सामने आयी है कि रूपा तिर्की और शिव कनौजिया अक्सर धनबाद में मिलते थे। शिव कनौजिया अपने बैच की कुछ अन्य महिला सब इंस्पेक्टर के संपर्क में भी था। उनलोगों से भी बात करता था।