नूपुर को मारने आया पाकिस्तानी घुसपैठिया रिजवान ने किया चौंकाने वाले खुलासे, गूगल मैप से बॉर्डर पार किया
बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की मर्डर करने आये पाकिस्तानी घुसपैठिए रिजवान अशरफ (24) ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किये हैं। रिजवान ने श्रीगंगानगर पुलिस ने बताया कि उसने पाकिस्तान में अपने घर से बॉर्डर तक 160 किलोमीटर का रास्ता तय करने के लिए पांच बसें बदली थीं। बॉर्डर पार करने के लिए वह गूगल मैप की मदद से 20 किलोमीटर तक पैदल चला। हालांकि बॉर्डर पार करते ही बीएसएफ ने उसे पकड़ लिया।
- 20 किमी पैदल चला
- पांच बसें बदलकर इंडिया की बोर्डर तक पहुंचा
जयपुर। बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की मर्डर करने आये पाकिस्तानी घुसपैठिए रिजवान अशरफ (24) ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किये हैं। रिजवान ने श्रीगंगानगर पुलिस ने बताया कि उसने पाकिस्तान में अपने घर से बॉर्डर तक 160 किलोमीटर का रास्ता तय करने के लिए पांच बसें बदली थीं। बॉर्डर पार करने के लिए वह गूगल मैप की मदद से 20 किलोमीटर तक पैदल चला। हालांकि बॉर्डर पार करते ही बीएसएफ ने उसे पकड़ लिया।
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श्रीगंगानगर एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि रिजवान इंटरनेशनल बॉर्डर से लगभग 180 किलोमीटर दूर पाकिस्तान में पंजाब के कोठियाल शेख का रहने वाला है। बीएसएफ पेट्रोलिंग टीम ने उसे 16 जुलाई की रात लगभग 11 बजे हिंदुमलकोट बॉर्डर फेंसिंग पर पकड़ा था। रिजवान ने मौलवियों की मीटिंग के बाद नूपुर की मर्डर का प्लान बनाया था। पाकिस्तानी नागरिक रिजवान अशरफ ने पूछताछ में बताया कि मौलवियों के कहने पर ही वह यहां आया था। पुलिस की पूछताछ में रिजवान ने बताया कि नुपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद पाकिस्तान के पंजाब राज्य में कई कट्टरपंथी नेताओं और मौलवियों की बैठक हुई थी ।इस बैठक में युवाओं से नुपुर शर्मा की मर्डर करने के लिए कहा गया था। दो मौलवियों ने उसे पाकिस्तान से सटे राजस्थान के श्रीगंगानगर के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश के लिए कहा था। मौलवियों ने ही उसे नक्शा व किताब उपलब्ध करवाई थी।
पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि अपने घर पंजाब प्रांत के कोठियाल शेख से इंटरनेशनल बोर्डर तक पहुंचने के लिए उसने पांच बसें बदली। इसके बाद लगभग 20 किलोमीटर पैदल चलकर गूगल मैप के सहारे वह 16 जुलाई की रात 11 बजे श्रीगांगनर जिले की हिंदूमलकोट बोर्डर पर फेसिंग के पास पहुंचा था। तारबंदी पार करते हुए बीएसएफके जवानों ने उसे पकड़ लिया था।
पाक के तहरीक-ए-लब्बैक से प्रभावित है रिजवान
एडीजी इंटेलिजेंस एस सेंगाथिर ने बताया कि आरोपी रिजवान पाकिस्तान के तहरीक-ए-लब्बैक नाम के संगठन से प्रभावित है। उसके पास से कोई मोबाइल या डॉक्यूमेंट बरामद नहीं हुआ है। अन्य जो सामान मिला है, उसके बारे में पूछताछ जारी है। आर्मी व बीएसएफ के सीनीयर अफसरों ने भी रिजवान पूछताछ किया है।
नहीं जानता था कि किस पोस्ट पर पहुंचेगा
श्रीगंगानगर एसपी ने बताया कि रिजवान ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह नूपुर शर्मा के विवादित बयान से बहुत नाराज था। उन्हें मारना चाहता था। इसी वजह से उसने भारत में घुसने का फैसला किया। हालांकि, उसे नहीं पता था कि वह भारत की किस पोस्ट पर पहुंचेगा या नूपुर शर्मा कहां रहती हैं। उसे भरोसा था कि वह नूपुर को खोज लेगा।
अजमेर में चादर चढ़ाने के बाद नूपुर का मर्डर का था प्लान
इंडिया में इंट्री के बाद रिजवान श्रीगंगानगर से अजमेर दरगाह जाना चाहता था। वहां चादर चढ़ाने के बाद उसका नूपुर शर्मा की मर्डरकरने का प्लान था। इससे पहले ही बीएसएफ ने रिजवान को पकड़ पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस ने उसे लोकल कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन के लिए रिमांड पर भेज दिया गया था।
चाकू, मैप, कपड़े-खाना और धार्मिक किताबें बरामद
रिजवान की तलाशी लेने पर उसके पास से दो चाकू,धार्मिक किताबें, मैप, कपड़े और खाने का सामान मिला है। सोर्सेज से मिली जानकारी के अनुसार नूपुर की विवादित टिप्पणी को लेकर पाकिस्तान के पंजाब सूबे के कई इलाकों में कट्टरपंथियों और मौलवियों की बैठक हुई थी। मंडी इलाके की ऐसी ही एक बैठक में मौलवियों के उकसावे में आकर रिजवान ने नूपुर शर्मा की मर्डर का प्लान बना इंडियन बॉर्डर तक पहुंच गया।