- बूचा और अन्य एरिया से मिले 650 बॉडी
- रूस ने हमले में अपना हाथ होने से इन्कार किया
- कई एरिया में भीषण लड़ाई
कीव। यूक्रेन में जारी युद्ध में शुक्रवार को पूर्वी यूक्रेन के डोनेस्क एरिया में क्रैमेटोर्स्क रेलवे स्टेशन पर हुए मिसाइल हमले में 50 लोग मारे गये हैं। लगभग पांच दर्जन घायल भी हुए हैं। डोनेस्क में पर इन दिनों भीषण युद्ध चल रहा है।
स्टेशन में मौजूद ज्यादातर लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। रूस ने आमजनों पर हुए इस हमले में अपना हाथ होने से इन्कार किया है।अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने हमले की कड़ी निंदा की है। इस बीच रूस ने यूक्रेन युद्ध में भारी नुकसान की बात स्वीकार की है।वहीं बूचा नरसंहार के लिए रूस को घेर रहे यूक्रेन ने कहा है कि युद्धविराम के लिए दोनों देश वार्ता कर रहे हैं। यूक्रेनी प्रसिडेंट वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से रूस पर और ज्यादा प्रतिबंध लगाने और लड़ने के लिए आर्म्स की मांग की है।
मिसाइल का विस्फोट
डोनेस्क के गवर्नर पाव्लो किरिलेंको ने बताया है कि क्लस्टर बम लेकर आई मिसाइल का विस्फोट हवा में हुआ। इससे निकले तमाम छोटे बमों ने ज्यादा तबाही मचाई। दुनिया में क्लस्टर बम के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है।हालांकि इससे संबंधित सहमति पर रूस ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं। मिसाइल हमले के समय रेलवे स्टेशन के अंदर और बाहर लगभग चार हजार लोग मौजूद थे। मिसाइल हमले ने स्टेशन पर चीख-पुकार के साथ वहां भगदड़ मच गई। तेज आवाज वाले विस्फोट के साथ वहां पर आग लग गई। आग की चपेट में आकर कई लोग मारे गये और घायल हुए। स्टेशन में मौजूद ज्यादातर लोग शहर छोड़कर जाने वाले महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे थे। मरने और घायल होने वालों में भी इन्हीं की ज्यादा संख्या है।
मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना
कई घायलों की मौत हॉस्पिटल में हुई है। कई घायलों की स्थिति गंभीर है। किरिलेंको ने हमले के बाद की स्टेशन की स्थिति की कई फोटो इंटरनेट मीडिया पर जारी की हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि स्टेशन पर हमले में जिस मिसाइल का इस्तेमाल हुआ है उनका इस्तेमाल यूक्रेन की आर्मी करती है। रूसी सेना ने शुक्रवार को क्रैमेटोर्स्क में कोई हमला नहीं किया है।
नागरिकों को निशाना बना रहा रूस
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने फिनलैंड की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे स्टेशन पर यूक्रेन का एक भी सैनिक नहीं था। वहां मौजूद नागरिकों पर रूसी सेना ने हमला किया है।
पूर्वी और दक्षिणी भागों में युद्ध तेज
क्रैमेटोर्स्क शहर डोनेस्क का हिस्सा है। डोनेस्क के एक हिस्से पर रूस समर्थित विद्रोहियों का 2014 से कब्जा है, बाकी के हिस्से पर कब्जे के लिए रूसी सेना इन दिनों लड़ रही है। इसके पड़ोस के लुहांस्क के ज्यादातर क्षेत्र पर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया है। दोनों क्षेत्रों के इस भूभाग को ही डोनबास कहते हैं। यूक्रेन के पूर्वी और दक्षिणी भागों में जहां युद्ध तेज हुआ है, वहीं उत्तरी हिस्से से रूसी सैनिक पूरी तरह से हट गए हैं और वहां पर फिर से यूक्रेन का कब्जा हो गया है।
650 बॉडी बरामद
यूक्रेन की प्रोसीक्यूटर जनरल इरयाना वेनेडिक्टोवा ने बताया है कि बूचा, बोरोडियांका, इरपिन और कुछ अन्य कस्बों से अभी तक 650 नागरिकों के बॉडी बरामद हुए हैं। इनमें से 40 बॉडी बच्चों के हैं। ये बॉडीकई हफ्ते पुराने हैं और उन पर गोलियों के निशान हैं।
यूक्रेन में रूस को हुआ भारी नुकसान
रूस ने पहली बार माना है कि उसकी आर्मी को यूक्रेन में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। लेकिन रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन ने मारे गये सैनिकों की संख्या और बर्बाद हुए हथियारों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। जबकि यूक्रेन का दावा है कि युद्ध में उसकी आर्मी ने अभी तक 18 हजार से ज्यादा रूसी सैनिकों को मार डाला है। 150 से ज्यादा लड़ाकू विमान व लगभग 700 टैंक नष्ट किये हैं।
आर्मी कर रही शानदार प्रदर्शन
न्यूज एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, युद्ध के मैदान में हमारी सेना शानदार प्रदर्शन कर रही है और कार्रवाई में उसे पर्याप्त सफलता भी मिल रही है। उम्मीद है कि कार्रवाई अपने लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए जल्द पूरी होगी। क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि रूस ने सद्भावना जताते हुए कीव और चार्निहीव से अपने सैनिक हटाए हैं, यूक्रेन को भी बातचीत में सहृदयता दिखाते हुए रूस की चिंताओं को दूर करना चाहिए।
ईयू और ब्रिटेन ने भी पुतिन की बेटियों पर लगाया प्रतिबंध
यूरोपीय यूनियन (ईयू) और ब्रिटेन ने भी शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दोनों बेटियों मारिया पुतिना और कैटरीना तिखोनोवा पर प्रतिबंध लगा दिए। इन प्रतिबंधों के तहत उनकी ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन के 27 सदस्य देशों में मौजूद संपत्ति जब्त कर ली जायेगी। वहां पर उनकी यात्रा प्रतिबंधित होगी। अमेरिका ने भी पुतिन की बेटियों पर प्रतिबंध लगाया था। अमेरिका, ब्रिटेन और ईयू ने प्रतिबंधों के तहत अभी तक करीब 360 अरब डालर (27 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा) की रूसी संपत्ति जब्त की है।