सासाराम: बुजुर्ग की बॉडी ले जाने के लिए सदर हॉस्पीटल से नहीं मिला एंबुलेंस, बाइक पर लादकर ले गये परिजन
सासाराम सदर अस्पताल में बुजुर्ग की बॉडी ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली। अंतत: परिजन बॉडी बाइक से ही लेकर चले गये। सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार ने मामले की जांच का निर्देश दिया है। हॉस्पीटल प्रशासन इस तरह की घटना से अनभिज्ञता प्रकट कर रहा है।
सासाराम। सासाराम सदर अस्पताल में बुजुर्ग की बॉडी ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली। अंतत: परिजन बॉडी बाइक से ही लेकर चले गये। सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार ने मामले की जांच का निर्देश दिया है। हॉस्पीटल प्रशासन इस तरह की घटना से अनभिज्ञता प्रकट कर रहा है। मृतक कहां का और कौन था, इसका पता नहीं चल सका है।
बाइक पर लेकर हॉस्पीटल आये व वापस उसी पर ले गये बॉडी
बताया जाता है कि सदर अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में गुरुवार की देर शाम एक बाइक पर वृद्ध को बैठाकर दो लोग पहुंचे। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर ने वृद्ध को मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टर का कहना था कि पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। परिजनों ने हॉस्पीटल स्टाफ से बडी ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग की। उन्हेंक बताया गया कि एंबुलेंस नहीं है। इसके बाद वे लोग किसी तरह बाइक पर ही बॉडी लादकर ले गये। वृद्ध की बॉडी हॉस्पीटल से जाने का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मामला तूल पकड़ने के बाद सिविल सर्जन ने सदर अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक से पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब की है।
पेसेंट का हॉस्पीटल में नहीं हुआ था रजिस्ट्रेशन
इलाज लिए हॉस्पीटल कि बुजुर्ग का रजिस्ट्रेश नहीं हुआ था। परिजन हड़बड़ी में आये उस समय इलाज की प्राथमिकता थी। लेकिन जब डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया तो वे लोग बॉडी लेकर चले गये। इस कारण इंट्री नहीं हो सकी। मामले में सिविल सर्जन का कहना कि प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. श्रीभगवान सिंह ने इस तरह का कोई मामला हॉस्पीटल कैंपस में नहीं होने की जानकारी दी है। मृतक का नाम-पता की जानकारी भी नहीं है। सिविल सर्जन ने कहा कि इलाज से पूर्व हॉस्पीटल में रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। उसके बाद ही सरकार द्वारा घोषित सुविधाएं व सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। सीनीयर सिटीजन, बीपीएल परिवार, गर्भवती महिला आदि को फ्री एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है। पेसेंट के संबंध में कुछ भी पता नहीं चल पाया है न हीं किसी ने कोई कंपलेन है।