झारखंड में अधूरे पड़े सेंट्रल यूनिवर्सिटी और IIT का काम शीघ्र पूरा होगा: अन्नपूर्णा
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा है कि कहा कि झारखंड में अधूरे पड़े सेंट्रल यूनिवर्सिटी और आईआईटी का काम जल्द पूरा हो इसका प्रयास किया जायेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को समग्रता में लागू किया जायेगा। इस शिक्षा नीति में कई बातें ऐसी हैं जो न सिर्फ छात्रों में शिक्षा के प्रति रूचि जगायेगी बल्कि इससे उनमें स्वरोजगार की वृत्ति भी उत्पन्न होगी।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई 11 भारतीय भाषाओं में होगी
- बीजेपी ने पिछड़ों, महिलाओं को दिया सम्मान
धनबाद। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा है कि कहा कि झारखंड में अधूरे पड़े सेंट्रल यूनिवर्सिटी और आईआईटी का काम जल्द पूरा हो इसका प्रयास किया जायेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को समग्रता में लागू किया जायेगा। इस शिक्षा नीति में कई बातें ऐसी हैं जो न सिर्फ छात्रों में शिक्षा के प्रति रूचि जगायेगी बल्कि इससे उनमें स्वरोजगार की वृत्ति भी उत्पन्न होगी। मिनिस्टर गुरुवार को धनबाद सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रेस में बोल रही थी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई 11 भारतीय भाषाओं में होगी। यह जरूरी नहीं कि अब सिर्फ अंग्रेजी जानने वाले ही इंजीनियरिंग करें। यह भारतीयता की ओर एक बड़ा कदम है। इस नीति के तहत प्राथमिक शिक्षा भी स्थानीय भारतीय भाषाओं में ही दी जाएगी। बच्चों पर हिंदी अथवा अंग्रेजी का बोझ नहीं लादा जायेगा। स्टूडेंट व अब हिंदी,, मराठी, तमिल, तेलगु, कन्नकड़, गुजराती, मलयालम, बंगाली, असमिया, उड़िया, पंजाबी में भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर पायेंगे।
उन्होंने कहा कि एक बड़ी विशेषता यह भी है कि छठी कक्षा से ही व्यवसायिक शिक्षा की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। छठी कक्षा तक बच्चों में अपने काम के प्रति रुचि उत्पन्न हो जाता है। वह यह जान लेते हैं कि उन्हें क्या करना है और वह उसी दिशा में अपनी शिक्षा को भी महत्त्व देंगे, उन्हें चुनेंगे और उसी अनुरूप काम करेंगे। मोदी सरकार की कोशिश है कि सभी वर्गों में समानता का भाव उत्पन्न क
मिनिस्टर ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास यही हमारा मूल मंत्र है। कैबिनेट का गठन भी इसी उद्देश्य से किया गया है। सभी वर्ग के लोगों को प्राथमिकता दी गई है, प्रमुखता दी गई है। विशेषकर युवाओं और महिलाओं को आजादी के बाद से सर्वाधिक प्रतिनिधित्व दिया गया है। ठीक उसी तरह शिक्षा नीति भी बनाई गई है। जिसमें एक ही छत के नीचे सभी तरह के लोग सभी तरह के बच्चे शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। उदाहरण के लिए दिव्यांग बच्चों के लिए साइन लैंग्वेज की व्यवस्था कक्षा में रहेगी। वे सामान्य बच्चों के साथ ही शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। उनमें यह भावना घर ना करें कि वह अन्य की अपेक्षा कमजोर हैं। इसके लिए तकनीक का सहारा भी लिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि शिक्षा समवर्ती सूची में है। इसका अधिकांश भारत राज्य सरकार के अधिकार में आता है। इसलिए राज्य सरकार के साथ ही मिलकर हमें इस विकास कार्य को आगे बढ़ाना होगा। देखना है कि राज्य सरकार इसे कितनी गंभीरता से लेती है। यहां हमारी सरकार नहीं और मौजूदा सरकार ज्यादा सहयोगी भी नहीं। उन्होंने सभी लोगों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को और सफल बनाने और सर्वग्राही बनाने के लिए सुझाव की अपेक्षा की।
मिनिस्टर अन्नपूर्णा देवी ने गुरुवार को आईआईटी-आइएसएम, खनन प्रशिक्षण संस्थान सहित दर्जनों शिक्षण संस्थानों के डायरेक्टर और प्रिंसिपल के साथ बैठक की। अन्नपूर्णा देवी ने बुद्धिजीवियों के साथ शिक्षा नीति और बेहतर देश बनाने की दिशा में क्या-क्या करने की जरूरत है, इस विषय पर एक बैठक कर विचार-विमर्श किया। इस दैरान शिक्षाविदों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि पहले से चली आ रही शिक्षा व्यवस्था में काफी कमियां हैं। इसमें सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने नई शिक्षा नीति बनाई गई है। इस नई शिक्षा नीति में आप शिक्षाविदों का सुझाव बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आपलोगों से मिलने वाले सुझाव को पीएम नरेंद्र मोदी के समक्ष रखेंगी।
कांग्रेस पार्टी केवल महिलाओं, पिछड़ों का वोट लेती रही
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा है कि भाजपा ने पिछड़ों, महिलाओं को सम्मान दिया है। बीजेपी जो कहती है, वह करती है। कांग्रेस पार्टी केवल महिलाओं, पिछड़ों का वोट लेती रही है. कभी उन्हें सम्मान नहीं दिया। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी नीत सरकार में पिछड़ों, महिलाओं को सही मायने में सम्मान मिला है। मौके पर एमएलए राज सिन्हा, बिरंची नारायण, एक्स मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, बीजेपी महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, बाल मुकुंद सहाय, सुबोध सिंह गुड्डू,संजय झा समेत अन्य उपस्थित थे।