Uttar Pradesh : गोरखपुर में पुलिस बूथ के शिलापट पर हिस्ट्रीशीटर का नाम, अफसरों ने किया था उद्घाटन
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में गगहा थाना पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत कराहकोल घाट के पुलिस बूथ के शिलापट पर बड़हलगंज पुलिस स्टेशन के हिस्ट्रीशीटर का नाम लिखा है। शिलापट के नीचे सौजन्य से में दो नाम दर्ज हैं। इसमें हिस्ट्रीशीटर लाल बाबू उर्फ ललकू यादव का नाम शामिल है। पहला नाम देवरिया बरहज के निखिल उर्फ राजा सिंह का है। शिलापट में सबसे ऊपर एसएसपी, एसपी दक्षिणी, सीओ बांसगांव, थाना प्रभारी गगहा का नाम है। इसमें एसएसपी का नाम भी गलत लिखा है। हालांकि विवाद के बाद पुलिस ने शिलापट हटवा दिया है।
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में गगहा थाना पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत कराहकोल घाट के पुलिस बूथ के शिलापट पर बड़हलगंज पुलिस स्टेशन के हिस्ट्रीशीटर का नाम लिखा है। शिलापट के नीचे सौजन्य से में दो नाम दर्ज हैं। इसमें हिस्ट्रीशीटर लाल बाबू उर्फ ललकू यादव का नाम शामिल है। पहला नाम देवरिया बरहज के निखिल उर्फ राजा सिंह का है। शिलापट में सबसे ऊपर एसएसपी, एसपी दक्षिणी, सीओ बांसगांव, थाना प्रभारी गगहा का नाम है। इसमें एसएसपी का नाम भी गलत लिखा है। हालांकि विवाद के बाद पुलिस ने शिलापट हटवा दिया है।
एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह ने कहा कि देवरिया और गोरखपुर का सीमा क्षेत्र होने से कराहकोल घाट पर पुलिस बूथ की जरूरत थी। लाल बाबू उर्फ ललकू के कहने पर पुलिस ने बूथ बनाने की सहमति दी थी। उद्घाटन के बाद जैसे ही यह पता चला कि ललकू बड़हलगंज कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है। तत्काल शिलापट को हटवा दिया गया है। शिलापट पर कई नाम भी गलत लिखे थे।
यह है मामला
गोरखपुर एसएसपी बदमाशों पर सख्ती के लिए थानावार चिह्नित कर हिस्ट्रीशीट खोल रहे हैं। आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त मिलने पर उन्हें अरेस्ट कर जेल भिजवा रहे हैं। पुलिस अफसरों ने गगहा क्षेत्र में 23 अक्टूबर को जिस पुलिस बूथ का उद्घाटन किया, उसका निर्माण हिस्ट्रीशीटर द्वारा कराने की चर्चा ने जोर पकड़ा है। लोगों का कहना है कि सबकुछ जानने के बाद भी पुलिस ने कैसे हिस्ट्रीशीटर का साथ दिया। उसके द्वारा बनवाए गए बूथ का उद्घाटन कर दिया। बड़हलगंज कोतवाली में दर्ज 260 ए नंबर का हिस्ट्रीशीटर ललकू यादव है। इसके विरुद्ध कोतवाली में 14 और मऊ के दोहरीघाट थाने में एक मुकदमा दर्ज है। पुलिस के अनुसार वह भू-माफिया है और विवादित जमीन की खरीद फरोख्त करता है।
सोर्सेज का कहना है कि गजपुर के सियर में उसने कुछ जमीन खरीदी है। आसपास की जमीन पर भी उसकी नजर है। उसे कब्जाने की नीयत से ही उसने स्थानीय पुलिस से मिलकर पुलिस बूथ का निर्माण कराया। सियर में ही कांप्लेक्स बनाया है। इसका उद्घाटन भी 23 अक्टूबर को एक पार्टी के लीडर ने किया था। बड़हलगंज पुलिस इसकी हिस्ट्रीशीट की जांच कर रही है। दो वर्ष पहले गैंगस्टर के एक मामले में लाल बाबू ने गोला थाने में सरेंडर किया था। उसे जेल भेजा गया था। बड़हलगंज कोतवाली में भी उस पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई हुई थी।
फर्जी बैनामा करा जमीन कब्जाने का आरोप
खड़ेसरी के लोगों ने हिस्ट्रीशीटर लाल बाबू पर फर्जी बैनामा करा जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है। सीएम पोर्टल और आइजीआरएस पर हुई शिकायत में गोविंद शरण, सच्चिदानंद, अवध बिहारी, शिवाकांत तिवारी, दिवाकर, वीरेन्द्र तिवारी, हरेन्द्र तिवारी ने उसके द्वारा फर्जी तरीके से जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है।