पशिम बंगाल: एक्स प्रसिडेंट दिवंगत प्रणब मुखर्जी के पुत्र अभिजीत मुखर्जी तृणमूल कांग्रेस में शामिल, कांग्रेस को बड़ा झटका
एक्स प्रसिडेंट दिवंगत प्रणब मुखर्जी के पुत्र व एक्स एमपी अभिजीत मुखर्जी सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गये। अभिजीत मुखर्जी शाम चार बजे कोलकाता स्थित तृणमूल भवन में पार्टी में शामिल हुए।
कोलकाता।एक्स प्रसिडेंट दिवंगत प्रणब मुखर्जी के पुत्र व एक्स एमपी अभिजीत मुखर्जी सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गये। अभिजीत मुखर्जी शाम चार बजे कोलकाता स्थित तृणमूल भवन में पार्टी में शामिल हुए। इस अवसर पर लोकसभा में तृणमूल संसदीय दल के नेता सुदीप बंदोपाध्याय और मिनिस्टर पार्थ चटर्जी उपस्थित थे।
बंगाल विधानसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अब अभिजीत का टीएमसी में जाने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। उल्लेखनीय कि पिछले महीने अभिजीत मुखर्जी ने सीएम ममता बनर्जी के एमपी भतीजे और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से कोलकाता में मुलाकात की थी।
बताया जा रहा है कि टीएमसी उनको जंगीपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा सकती है। मुखर्जी 2019 में जंगीपुर सीट से लोकसभा चुनाव हार चुके हैं।टीएमसी जॉइन करने के बाद अभिजीत मुखर्जी ने सीएम ममता बनर्जी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने जिस तरह हालिया विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सांप्रदायिक लहर को रोका, मुझे विश्वास है कि भविष्य में वह दूसरी पार्टियों के समर्थन से पूरे देश में ऐसा कर पायेंगी।
कांग्रेस ने मुझे कोई पोस्ट नहीं दिया
अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि प्राथमिक सदस्यता के अलावा मुझे कांग्रेस पार्टी के किसी ग्रुप में शामिल नहीं किया। न ही कोई पद दिया गया। इसलिए मैं एक सैनिक के रूप में टीएमसी में शामिल हुआ हूं। मैं पार्टी के निर्देशों के अनुसार काम करूंगा। अखंडता और धर्मनिरपेक्षता बनाए रखने के लिए काम करूंगा।
पिता की परंपरागत सीट से दो बार रह चुके हैं एमपी
अभिजीत मुखर्जी पॉलिटिक्स में आने से पहले सरकारी नौकरी करते थे। प्रणब मुखर्जी के प्रसिडेंट बनने के बाद जंगीपुर लोकसभा सीट खाली हो गई। सरकारी नौकरी छोड़कर अभिजीत 2012 में कांग्रेस के टिकट पर यहां से पहली बार उपचुनाव जीत एमपी बने। वह 2014 लोकसभा चुनाव में भी गंजीपुर से लोकसभा चुनाव जीते। हालांकि 2019 के आम चुनावों में वह जंगीपुर से हार गये। उनके पिता प्रणब मुखर्जी इस सीट से 2004 और 2009 में जीते थे। उसके बाद से अटकलें और भी तेज हो गई कि वह जल्द टीएमसी में शामिल होंगे। हालांकि इन अटकलों पर अभिजीत ने विराम लगाते हुए स्पष्ट तौर पर कहा था कि वो कांग्रेस में ही रहेंगे। उनका टीएमसी या किसी दूसरी पार्टी में शामिल होनी की खबरें गलत हैं।