बिहार: कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर पहुंची सेंट्रल टीम,  संक्रमण रोकने के लिए दिये अहम सुझाव, स्टेट में 26,379 पेसेंट

सेंट्रल की तीन मेंबर वाली टीम रविवार को बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के बिगड़ते हालात का जायजा लेने और स्थिति में सुधार की मदद करने को लेकर पटना पहुंची।

बिहार: कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर  पहुंची सेंट्रल टीम,  संक्रमण रोकने के लिए दिये अहम सुझाव, स्टेट में 26,379 पेसेंट
  • सेंट्रल टीम ने हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेकरेटरी के साथ बैठक की

पटना। सेंट्रल की तीन मेंबर वाली टीम रविवार को बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के बिगड़ते हालात का जायजा लेने और स्थिति में सुधार की मदद करने को लेकर पटना पहुंची। सेंट्रल टीम ने हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेकरेटरी उदय सिंह कुमावत व सेकरेटरी लोकेश कुमार से साथ बैठक कर स्टेट के हालात की जानकारी लेकर अपने सुझाव दिये। टीम ने स्टेट में कोरोना संक्रमण पर कंट्रोल के लिए पेसेंट को लेकर ट्रैकिंग, ट्रेसिंग व टेस्टिंग पर जोर देने की बात कही है।

सेंट्रल टीम ने बैठक में ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट पर जोर देते हुए कि पहले संक्रमित को चिन्हित कर अलग करें। तभी संक्रमण का चेन टूटेगा और रिकवरी रेट में बढ़ोतरी होगी। दिल्ली और महाराष्ट्र ने इसी के आधार पर संक्रमण से मुकाबला किया है और बेहतर रिजल्ट आये हैं। बिहार की जो वर्तमान स्थिति है वह पहले इन दोनों स्टेट में थी। टीम ने माना कि बिहार में अभी संक्रमण के कम्युनिटी ट्रांसफर की स्थिति नहीं है। बिहार में जांच के तरीके को बदलकर इसकी संख्या बढ़ानी होगी। संक्रमितों को अलग करने के साथ इलाज की सुविधा मुहैया करानी होगी। तभी संक्रमण की स्थिति में परिवर्तन होगा।

टीम ने बिहार में कोरोना से बचाव को लेकर हर प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाओं को मुहैया कराने का आश्वासन दिया। बिहार को मांग के अनुसार मेडिकल उपकरण व जांच मशीनें इत्यादि उपलब्ध कराई जायेंगी।  टीम ने डेडिकेटेड कोविड हॉस्पीटल नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल और कंकड़बाग स्थित आइसोलेशन सेंटर का दौरा कर वहां की सुविधाओ को देखा। सेंट्रल टीम सोमवार को गया में मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल और किसी एक कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण करेगीटीम में दिल्ली एम्स के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नीरज निश्चल, एनडीसी के डायरेक्टर डॉ. एसके सिंह और सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टरी के ज्वाइंट सेकरेटरी लव अग्रवाल शामिल हैं। 

मिनिस्टर अश्विनी चौबे ने ली जानकारी
सेंट्रल के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने रविवार को बिहार में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति को लेकर डिप्टी सीएम सुशील मोदी एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से फोन पर बात की। सेंट्रल मिनिस्टर ने बिहार के सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा हरसंभव मदद उपलब्ध कराने और संसाधनों की किसी तरह की कमी नहीं छोड़े जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने पटना एम्स में भर्ती कोविड-19 के पेसेंट एवं उनके परिजनों से भी बातचीत कर फीडबैक लिया। सेंट्रल मिनिस्टर ने एमएलसी दिनेश सिंह का भी हालचाल जाना।अन्य जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत की।

मिनिस्टर ने एम्स के पेसेंट एवं उनके परिजनों से कहा कि सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी है। पेसेंट व  उनके परिजनों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसका विशेष ख्याल रखने का निर्देश दिया गया है। श्री चौबे ने एमम्स पटना के डायरेक्टर से इएसआइसी हॉस्पीटल के कोविड-19 के लिए डेडीकेटेड अस्पताल बनाने संबंधित कार्य प्रगति की जानकारी भी ली।उल्लेखनीय है कि स्टेट में 10 दिनों के भीतर कोरोना प्रभावित मरीजों के अप्रत्याशित वृद्धि के बीच सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टरी की टीम के दो दिवसीय दौरे पर हैं। 
बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 26 हजार पार पहुंचा, 208 की मौत
बिहार में बीते 24 घंटे के अंदर 1412 कोरोना संक्रमित मिले हैं। रविवार को 638 व शनिवार को 774 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इस तरह रविवार के एक साथ 1412 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 26,379 हो गयी है। अब तक 208 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। स्टेट में 16597 कोरोना पेसेंट ठीक होकर घर लौट चुके हैं। एक्टिव पेसेंट की संख्या 9602 हो गई है।