आफताब ने श्रद्धा का मर्डर कर किये थे 35 टुकड़े, जंगल में पुलिस सर्च के दौरान मिले बॉडी के 12 पार्ट

देश की राजधानी के महरौली इलाके में अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर (26)की मर्डर करने के बाद आफताब अमीन पूनावाला (28) उसके बॉडी को 35 टुकड़े किये थे। पुलिस ने आफताब के साथ छतरपुर महारैली के जंगल में सर्च के दौरान बॉडी के 12 टुकड़े बरामद किया है।  

आफताब ने श्रद्धा का मर्डर कर किये थे 35 टुकड़े,  जंगल में पुलिस सर्च के दौरान मिले बॉडी के 12 पार्ट
  • पुलिस पूछताछ में किया कुबूल-'यस आइ किल्ड हर'
नई दिल्ली। देश की राजधानी  के महरौली इलाके में अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर (26)की मर्डर करने के बाद आफताब अमीन पूनावाला (28) उसके बॉडी को 35 टुकड़े किये थे। पुलिस ने आफताब के साथ छतरपुर महारैली के जंगल में सर्च के दौरान बॉडी के 12 टुकड़े बरामद किया है।  

दिल्ली पुलिस मंगलवार को पूनावाला को छतरपुर के जंगल में ले गयी, जहां उसने कथित रूप से श्रद्धा वालकर के बॉडी के टुकड़े फेंके थे। पुलिस को आफताब ने बताया कि वह किसी भी तरह श्रद्धा की बॉडी के टुकड़ों से छुटकारा पाना चाहता था। श्रद्धा मर्डर केस की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस सबूतों की तलाश में आरोपी आफताब को मंगलवार को महरौली के जंगल पहुंची। मर्डर के बाद उसने श्रद्धा के शरीर के अंगों को यहीं पर ठिकाने लगाया था। दिल्ली पुलिस को महरौली के जंगल से तलाश के दौरान अब तक श्रद्धा श्रद्धा वालकर बॉडी के 12 टुकड़े मिले हैं। हालांकि अभी तक यह साफ हुआ है कि ये टुकड़े श्रद्धा की बॉडी के ही हैं।  इन टुकड़ों कोअब फोरेंसिक एक्सपर्ट मिले टुकड़ों की जांच करेंगे। जांच के लिए पुलिस अब श्रद्धा के पिता का डीएनए लेगी। जंगल से मिले टुकड़ों से मिलाकर पता करेगी कि क्या यह श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स हैं। दिल्ली पुलिस ने बरामद अवशेषों को पुष्टि के लिए एफएसएल जांच कराये गी कि क्या वे सभी मानव अवशेष हैं। उन्हें श्रद्धा के पिता के डीएनए सैंपल से मिलान के लिए भी भेजा जायेगा। इसके अलावा अन्य हिस्सों की तलाश जारी है। 
मई में ही आफताब के हाथ में लगा था घाव, डॉक्टर ने किया खुलासा
 डॉ. अनिल कुमार ने कहा है कि मई में आफताब अमीन पूनावाला (28) एक घाव का इलाज कराने उनके पास आया था। उसी महीने महिला की मर्डर की गई थी। डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि आफताब जब इलाज के लिए उनके पास आया था तो बहुत आक्रामक और बेचैन था। उन्होंने उससे चोट के बारे में पूछा तो उसने बताया कि फल काटते वक्त उसे चोट लग गयी।डॉक्टर ने कहा कि मई में वह सुबह के समय आया था। मेरे सहायक ने मुझे बताया कि एक व्यक्ति चोट के साथ आया है। जब मैंने उसे देखा तो वह गहरा घाव नहीं था बल्कि ऊपरी तौर पर घाव था। जब मैंने उससे पूछा कि चोट कैसे लगी तो उसने बताया कि फल काटते वक्त चोट लगी। मुझे कोई शक नहीं हुआ था, क्योंकि वह चाकू से होने वाला छोटा-सा घाव था।’ उन्होंने कहा कि जब वह इलाज के दौरान पहली बार पूनावाला से मिले तो वह उन्हें काफी साहसी और आत्मविश्वासी व्यक्ति लगा।
बेचैन और आक्रामक था आफताब
डॉक्टर कुमार ने कहा कि दो दिन पहले पुलिस उसे मेरे हॉस्पिटल लेकर आयी और पूछा कि क्या मैंने इस व्यक्ति का इलाज किया था। मैंने उसे पहचान लिया और हां कहा। जब वह इलाज के लिए आया तो वह बहुत आक्रामक और बेचैन था। वह मेरी आंखों में आंखें डालकर बात कर रहा था। वह बहुत साहसी और आत्मविश्वासी था। वह अंग्रेजी में बोल रहा था और मुझे बताया कि वह मुंबई से है। आईटी क्षेत्र में अच्छे अवसरों के कारण दिल्ली आया है।’
 श्रद्धा के कटे सिर का मेकअप करता व गुस्से में थप्पड़ मारता था आफताब
 श्रद्धा हत्याकांड में आरोपित आफताब से पुलिस पूछताछ में रोज नई-नई और चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपित आफताब फ्रीजर में रखे श्रद्धा के कटे हुए सिर पर मेकअप करता था। रोज उसे देखते हुए बातें करता था। बात करते हुए अचानक गुस्सा आने पर उसके गालों पर थप्पड़ भी मारने लगता था। ये बातें उसने पुलिस को अपने बयान में कही हैं। वहीं, मामले में दूसरी लड़की के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है जिसे आरोपित ने श्रद्धा की मर्डरके बाद अपने जाल में फंसाया था।
 पुलिस पूछताछ में अंग्रेजी में स्वीकार किया था क्राइम 
पुलिस सोर्सेज का कहना है कि आफताब शुरू से ही पूछताछ के दौरान पुलिस से सिर्फ अंग्रेजी में बात कर रहा था। उसने अपना क्राइम भी अंग्रेजी में ही 'यस आइ किल्ड हर' कहकर स्वीकार किया था। आरोपित ने डेटिंग एप बम्बल के माध्यम से श्रद्धा की हत्या के तीन चार दिन बाद ही एक गर्लफ्रेंड भी बनाई थी।गुरुग्राम के एक काल सेंटर में नौकरी करते हुए वह श्रद्धा की हत्या के बाद अपनी दूसरी गर्लफ्रेंड को छतरपुर पहाड़ी स्थित अपने घर भी बुलाता था। जब भी आरोपित आफताब अपनी दूसरी गर्लफ्रेंड को घर पर बुलाता था तो उससे पहले श्रद्धा के रेफ्रिजरेटर में रखे, पालीथिन में लिपटे हुए बॉडी के हिस्सों को निकालकर आलमारी में रख देता था। वह जहां भी इन हिस्सों को रखता था उसे सल्फर हाइपोक्लोरिक एसिड से साफ कर देता था जिससे की फोरेंसिक जांच के दौरान डीएनए सैंपल न मिल सके।
श्रद्धा का कटा हुआ सिर रोज देखता था आफताब
पुलिस पूछताछ में आरोपी आफताब की दरिंदगी और डरावने चेहरे की कहानी भी छनकर सामने आ रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आफताब ने जिस कमरे में श्रद्धा की डेड बॉडी के टुकड़े फ्रिज में रखे थे, वह उसी कमरे में लगातार 18 दिन सोता रहा। वह रोज फ्रिज खोलकर श्रद्धा के कटे हुए सिर को भी देखता था।
पुलिस कस्टडी में 24 घंटे आफताब की निगरानी
 पुलिस कस्टडी में आफताब हवालात में लेटा दिखाई दे रहा है। CCTV के जरिए आफताब पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। दो पुलिसकर्मी भी नजर रख रहे हैं। आफताब ने पुलिस के सामने कबूला कि मर्डर वाले दिन यानी 18 मई से एक हफ्ते पहले ही आफताब ने श्रद्धा को मारने का मन बना लिया था। उस दिन भी श्रद्धा और आफताब का झगड़ा हुआ था। मैंने 11 मई को ही उसे मारने की ठान ली थी कि वह अचानक से इमोशनल हो गई और रोने लगी। इसलिए मैंने तय किया कि अब इसे किसी और दिन मारूंगा।
 श्रद्धा का इंस्टाग्राम अकाउंट अपडेट रखता था आफताब
पुलिस का कहना है कि आफताब ने पूछताछ में बताया कि वो वेब सीरीज और खासतौर पर क्राइम शोज देखने का आदी था। इन्हीं को देखकर उसने श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स को फ्रिज में रखने का तरीका सीखा। इतना ही नहीं इन्हीं सीरीज और शोज के जरिए उसने यह भी सीखा कि कैसे श्रद्धा को फैमिली और फ्रेंड्स की नजरों में जिंदा दिखाया जाए। इसके लिए वो श्रद्धा के इंस्टाग्राम प्रोफाइल और अकाउंट को अपडेट रखने के लिए उस पर पोस्ट करता रहता था। इसमें किसी ने उसकी मदद नहीं की थी।
आफताब को फांसी दी जाए
श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने कहा, "मुझे ये मामला लव जिहाद का लगता है। मेरी अपील है कि आफताब को फांसी दी जाए। श्रद्धा अपने चाचा के ज्यादा करीब थी, पर ज्यादा बातचीत नहीं करती थी। मैं आफताब से कभी संपर्क में नहीं रहा।श्रद्धा के पिता विकास ने कहा है कि मेरी उससे आखिरी बार 2021 में हुई थी। तब मैंने उससे पूछा था कि तुम्हारा लिव इन पार्टनर कैसा है। उसने ज्यादा कुछ नहीं बताया था। मुझे तो यह भी नहीं पता था कि वो दिल्ली शिफ्ट हो गई है। उसकी एक दोस्त ने बताया कि श्रद्धा बंगलुरु में नहीं, बल्कि दिल्ली में है।आफताब ने मुंबई या उसके आसपास श्रद्धा का मोबाइल फेंका था। पुलिस लास्ट लोकेशन के जरिए इसकी तलाश कर रही है। पुलिस ने आफताब और श्रद्धा के कॉमन दोस्तों को पूछताछ के लिए बुलाया है।आफताब 15 दिन पहले पालघर के वसई स्थित हाउसिंग सोसाइटी में अपने घर आया था। सोसाइटी के एक मेंबर ने मंगलवार को कहा कि आफताब अपने परिवार को मुंबई शिफ्ट करने के लिए यहां आया था। उसके बाद वह दिल्ली लौट गया।
डेटिंग ऐप बम्बल के जरिए श्रद्धा ने आफताब से संपर्क किया
अब यह सामने आया है कि डेटिंग ऐप बम्बल के जरिए श्रद्धा ने आफताब से संपर्क किया था। इस ऐप पर फीमेल मेंबर ही सबसे पहले मैच में दिखाए जा रहे मेल मेंबर को कॉन्टैक्ट कर सकती है। अगर सेम सेक्स वाले मेंबर्स के बीच बातचीत हो रही है तो कोई भी मेंबर पहले मैसेज कर सकता है।मर्डर के बाद दूसरी लड़की फ्लैट में बुलाई, श्रद्धा के टुकड़े अलमारी में छिपा दिए श्रद्धा के मर्डर के बाद आफताब ने डेटिंग ऐप बम्बल के जरिए ही दूसरी लड़कियों से संपर्क किया। एक लड़की को फ्लैट पर बुलाया भी। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि जब दूसरी लड़की घर आई तो श्रद्धा की बॉडी के टुकड़े फ्रिज में ही रखे थे। उन्हें आफताब ने अलमारी में छिपा दिया। दिल्ली पुलिस अब बम्बल से जानकारी मांगने की तैयारी कर रही है। पुलिस को पता करना है कि मर्डर के बाद जो लड़की आफताब के घर आई थी, वो कौन है। पुलिस जानना चाहती है कि क्या यही लड़की इस हत्या की वजह है।
आफताब-श्रद्धा आठ मई को दिल्ली पहुंचे, 18 को कत्ल
आफताब-श्रद्धा मुंबई से दिल्ली 8 मई को आए थे। यहां से पहाड़गंज के होटल और फिर साउथ दिल्ली में रहने लगे। साउथ दिल्ली के बाद महरौली के जंगल के पास फ्लैट लिया था। दिल्ली पहुंचने के 10 दिन बाद यानी 18 मई को आफताब ने श्रद्धा का मर्डर कर दिया। पुलिस ने मर्डर केस में बद्री नाम के शख्स को अरेस्ट किया है।  यही वो शख्स है, जिसने आफताब को महरौली इलाके में फ्लैट दिलाया। इसी फ्लैट से आफताब शव के टुकड़े फेंकने के लिए जंगल जाता था।आफताब मुंबई के वसई में श्रद्धा के घर से तीन किलोमीटर की दूरी पर रहता था। यूनिक पार्क नाम की बिल्डिंग के 301 नंबर फ्लैट में श्रद्धा उससे कई बार मिलने भी आई थी। पड़ोसियों ने उसे देखा था। 2019 में जब दोनों लिव-इन में रहने लगे तो श्रद्धा ने परिवार से नाता तोड़ लिया, पर आफताब अपनी फैमिली से मिलने आया करता था। 15 दिन पहले ही आफताब की फैमिली यहां से शिफ्ट हुई है, तब भी आफताब आया था।मुंबई में आफताब के पड़ोसी कहते हैं कि उन्हें नहीं लगा कि वो लड़का ऐसी वारदात को अंजाम दे सकता है। वह शांत स्वभाव का दिखता है। सोशल मीडिया पर खुद को फेमिनिस्ट, पर्यावरणविद्, LGBTQ+ सपोर्टर और लिबरल दिखाता था।
 मुंबई में हुई थी आफताब और श्रद्धा की हुई मुलाकात 
तीन साल पहले यानी वर्ष 2019 में श्रद्धा मुंबई में कॉल सेंटर में काम करती थी। पिता परिवार के साथ महाराष्ट्र के पालघर में रहते थे। मुंबई में बतौर कॉल सेंटर में काम करने के दौरान उसकी मुलाकात फूड ब्लॉगर आफताब अमीन पूनावाला से हुई। मुलाकात का सिलसिला दोनों को एक-दूसरे के करीब ले आया। दोनों  एक-दूसरे से प्यार कर बैठे।
ब्वॉयफ्रेंड से प्यार ने बढ़ा दी परिवार से दूरी
वर्ष 2019 में श्रद्धा और आफताब दोनों एक-दूसरे से इस कदर प्यार करने लगे कि उन्होंने साथ जिंदगी बिताने का फैसला कर लिया। वहीं, श्रद्धा ने प्रेमी आफताब का जिक्र परिवार में किया तो पिता विकास वालकार और उनकी पत्नी ने इस रिश्ते से साफ मना कर दिया। यहीं से परिवार से श्रद्धा की दूरी बढ़ गई। तल्खी इस कदर की पिता-पुत्री एक-दूसरे से फोन पर भी बात करने से कतराने लगे। मुंबई में ही श्रद्धा ने माता-पिता से मुलाकात की और वर्ष 2019 में बताया था कि वो आफताब के साथ रिश्ते में है। वहीं, पिता वकार ने आफताब के मुस्लिम होने का तर्क देते हुए शादी से साफ इनकार कर दिया।  इस पर श्रद्धा ने पिता के मुंह पर कह दिया कि वो 25 साल की है और अपने फैसले खुद ले सकती है। इसके बाद श्रद्धा ने घर छोड़ने का फैसला कर लिया और वह मुंबई में ही आफताब के साथ लिव इन में रहने लगी। पिता के साथ बेटी के रिश्ते खराब हो गये। बोल चाल तक बंद हो गई। 
 पिता से रिश्ता तोड़ने वाली श्रद्धा ने आखिरकार आफताब से शादी करने का निर्णय किया। शुरू में आफताब राजी था, लेकिन श्रद्धा जब भी शादी की बात करती तो वह टाल देता। वहीं, पिता विकास वकार सोशल मीडिया पर नजर रखते हुए श्रद्धा के बारे में जानकारी हासिल करते रहे।  पिता बेटी श्रद्धा का भला चाहते थे। वह चाहते थे कि श्रद्धा जहां भी और जिसके साथ रहे हमेशा खुश रहे।आफताब और श्रद्धा पहले मुंबई के नया गांव और बाद में वसई में रहने लगे थे। वहीं, श्रद्धा की मां की मौत हुई तो 2020 में वह पिता विकास वालकार से मिली। इस दौरान उसने बताया था कि आफताब ने उसकी पिटाई की है। इस पर पिता ने बेटी श्रद्धा को घर रुकने को ही कहा था। श्रद्धा के पिता का कहना है कि अपनी हरकत के लिए आफताब ने श्रद्धा से माफी मांगी और फिर दोनों साथ रहने लगे। 
 क्लासमेट लक्ष्मण देता था श्रद्धा के बारे में जानकारी
श्रद्धा ने आफताब के साथ दिल्ली शिफ्ट होने की बात अपने क्लासमेट लक्ष्मण को बताई थी। श्रद्धा के पिता  लक्ष्मण के संपर्क में थे, इसलिए बेटी के बारे में जानकारी मिल जाती थी। इसके अलावा श्रद्धा सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहती थी, जिससे उसके बारे में जानकारी मिलती रहती थी। पिता लगातार बेटी श्रद्धा के बारे में जानकारी अथवा अपडेट सोशल मीडिया से ही लेते थे। 
शादी के लिए करती थी जिद, इसलिए मार डाला
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में आफताब ने बताया कि श्रद्धा उस पर शादी के लिए हमेशा दबाव बनाती थी। इसको लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था, इसलिए श्रद्धा को गला दबाकर मार डाला। इसके बाद आरोपित आफताब को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद महरौली पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 201 (किए गए अपराध के साक्ष्य को गायब करना) के तहत मामला दर्ज किया।पुलिस पूछताछ में आफताब ने बताया कि 18 मई को गुस्से में उसने श्रद्धा का गला दबा दिया। इसके बाद बाथरूम में ले जाकर शरीर के 35 टुकड़े किए। सबूत छिपाने के क्रम में एक रेफ्रीजरेटर खरीदा और उसमें शव के टुकड़े रख दिए।एडिशनल डीसीपी (साउथ दिल्ली) अंकित चौहान ने कहा कि श्रद्धा वाकर लड़ाई के दौरान चिल्ला रही थी और आफताब पूनावाला ने उसका गला दबाकर और उसे दबोच कर चुप कराने की कोशिश की। इसी झगड़े के दौरान श्रद्धा की मौत हो गई। इसके बाद शव के टुकड़े एक पखवाड़े तक आफताब रात को दो बजे के आसपास महरौली के जंगल में फेंकने जाता था।शक ना हो इसलिए 18 मई, 2022 को श्रद्धा की हत्या के बाद आफताब पूनावाला ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर मैसेज किया। इसका मतलब यह था कि वह और श्रद्धा साथ हैं। उसने उसके क्रेडिट कार्ड के बिलों का भुगतान भी किया, ताकि कंपनियां उसके मुंबई के पते पर संपर्क न करें।