BCCL को पहली तिमाही में 112 करोड़ रुपये का मुनाफा, झरिया पुनर्वास के लिए CIL से मांगे 750 करोड़ रुपये
BCCL ने वित्तीय वर्ष 2022-2023 की पहली तिमाही में 112 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। कंपनी पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 111 करोड़ के मुनाफे में थी। इस साल पहली तिमाही में ही कंपनी ने पिछले साल के रिकाॅर्ड को तोड़ दिया।
धनबाद। BCCL ने वित्तीय वर्ष 2022-2023 की पहली तिमाही में 112 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। कंपनी पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 111 करोड़ के मुनाफे में थी। इस साल पहली तिमाही में ही कंपनी ने पिछले साल के रिकाॅर्ड को तोड़ दिया।
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बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता ने बोर्ड की बैठक के बाद यह जानकारी दी है। वहीं, झरिया पुनर्वास के तहत बीसीसीएल ने अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में काम करने के लिए 750 करोड़ का बजट कोल इंडिया से मांगा है। इस पर बोर्ड में भी चर्चा के बाद सहमति दी गई। श्रीनगर में बीसीसीएल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक के दौरान बीसीसीएल डीपी व बोर्ड के सदस्य पीवीकेआरएम राव को रिटायर होने पर विदाई दी गई। बैठक में कंपनी का लेखा-जोखा पास किया गया। फुलारीटाड़ में 0.81 मिलियन टन हर साल उत्पादन क्षमता वाले प्रोजेक्ट की मंजूरी दी गई। इस प्रोपोजल को कोल इंडिया भेजा जायेगा।
बैठक में झरिया पुनर्वास के साथ कई माइंस खोलने पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। बोर्ड की बैठक श्रीनगर में करने के बारे में बताया जा रहा है कि यह केंद्र सरकार के निर्देश पर किया गया है। सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकारी कंपनियों को श्रीनगर और जम्मू में भी टूर करने का दिशा निर्देश दिया है। इसी कारण बीसीसीएल बोर्ड की बैठक श्रीनगर में रखी गई।
बीसीसीएल के सीएमडी ने बताया कि बोर्ड की बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। इसमें अंडरग्राउंड माइंस खोलने, रोड ट्रांसपोर्टेशन के साथ रेल मार्ग से कोल ट्रांसपोर्टिंग को सुचारू रूप से जारी रखने को लेकर रणनीति तैयार की जायेगी। उन्होंने कहा कि कोल मिनिस्ट्री के दिशा-निर्देश पर रोड ट्रांसपोर्ट के जरिए कम कोल ट्रांसपोर्टिंग करते हुए रेल से अधिक करने पर मंथन हुआ। बैठक में बोर्ड सदस्य के रूप में कोल इंडिया के डीटी बी वीरा रेड्डी, कोयला मंत्रालय के एडवाइजर आनंदजी प्रसाद, बीसीसीएल के डीटी संजय सिंह, डीपी पीवीकेआरएम राव, कंपनी सचिव बीके पुरूई, स्वतंत्र निदेशक शशि सिंह, एस पांडा सहित अन्य सदस्य उपस्थि थे।