बिहार: पूर्णिया में दलित लीडर शक्ति मलिक मर्डर केस का खुलासा, सात अरेस्ट, तेजस्वी व तेजप्रताप को पुलिस ने दी क्लिनचिट
पूर्णिया पुलिस ने दलित लीडर शक्ति मलिक की मर्डर मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में सात लोगों को अरेस्ट किया है। पकड़े गये एक एक्युज्ड आफताब ने स्वीकार किया है कि उसने शक्ति मलिक की मर्डर की है।
- आरोपी ने कहा- आज के रावण का किया वध
पूर्णिया। पूर्णिया पुलिस ने दलित लीडर शक्ति मलिक की मर्डर मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में सात लोगों को अरेस्ट किया है। पकड़े गये एक एक्युज्ड आफताब ने स्वीकार किया है कि उसने शक्ति मलिक की मर्डर की है। आफताब ने कहा है कि शक्ति आज का रावण था। शक्ति मलिक मर्डर केस में आरजेडी लीडर तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव समेत छह लोगों को नेम्ड एक्युज्ड बनाया गया था। इसके बाद तेजस्वी की मुश्किलें बढ़ गई थीं। इस मर्डर तेजस्वी और तेज प्रताप यादव के नाम सामने आने के बाद बिहार में चुनाव से पहले सियासत गरमा गई थी। तेजस्वी विरोधियों के निशाने पर थे। वहीं, आरजेडी ने कहा था कि हमारे नेता को फंसाने की साजिश है।
पुलिस ने किया खुलासा
पूर्णिया पुलिस ने इस हाइप्रोफाइल मर्डर केस का खुलासा कर दिया है। पुलिस मामले में सात लोगों को दबोचा है। सभी आरोपियों ने स्वीकार किया है कि उसके अवैध कारनामों से परेशान होकर मर्डर की है। पुलिस ने मर्डर में प्रयोग किये गये चार देसी कट्टा, चाकू और नोट गिनने वाली मशीन को बरामद किया है। पुलिस ने कहा कि तेजस्वी यादव समेत किसी भी नामजद अभियुक्तों की इस केस में कोई संलिप्तता नहीं मिली है।
आरोपी ने कहा-रावण का वध किया है
पुलिस गिरफ्त में आये आफताब ने पुलिस के सामने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सर, हम लोगों ने मर्डर नहीं की है। आज के रावण का वध किया है। इसे लेकर हम लोगों को कोई अफसोस नहीं है। हम लोगों ने मजबूरी में ऐसा कदम उठाया है। हम कोई पेशेवर अपराधी नहीं हैं। कानून जो सजा देगी, उसको स्वीकार करेंगे।
गलत काम करवाता था शक्ति
आफताब ने कहा कि वह हमलोगों से गलत काम करवाता था। इसमें कई पुलिसकर्मियों की भी मिलीभगत है। शक्ति मलिक कई महिलाओं के साथ गलत व्यवहार भी करता था। शक्ति मलिक पुलिस के सामने महिलाओं से मारपीट करता था। पुलिस के बड़े अफसरों के सामने आरोपी ने कई पुलिस अफसरों के नाम भी लिए हैं, जो शक्ति मलिक के गलत कार्यों में साथ देते थे। आफताब की बातों को सुन कर पुलिस के अफसर भी हैरान थे। वह ब्याज पर लोगों को पैसा देता था। साथ ही उनका शोषण भी करता था।
मर्डर में किसी तरह की राजनीतिक एंगल होने की बात नहीं
एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि पैसे के लेन-देन में शक्ति मल्लिक की मर्डर की गई है। मर्डर में शामिल बदमाशों कोचिह्नित कर उसकी गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। सदर एसडीपीओ आनन्द कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। घटना में संलिप्त बदमाश अफताब एवं तनबीर अंजुम को एक देसी पिस्तौल,मोबाइल फोन, एक देसी कट्टा, एक स्मार्टफोन और पिस्टल के साथ पकड़ा गया। पूछताछ में दोनों बदमाशों ने मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उनकी निशानदेही पर अन्य बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी को जेल भेज दिया गया है। मामले में संलिप्त बदमाशों में आफताब आलम निवासी मधुबनी सिपाही टोला, सलीम उर्फ पच्चपन निवासी रामपुर थाना केनगर, जुनैद निवासी रंगपुरा थाना मीरगंज, निवासी रंगपुरा थाना मीरगंज, एकाम खान उर्फ मिराज निवासी महादेवगंज थाना मुफसिल साहेबगंज जिला साहेबगंज, निवासी रंगपुरा थाना मीरगंज, तनबीर निवासी माधोपाड़ा अरबिया कॉलेज रोड थाना केहाट सहायक शामिल हैं।
ब्याज पर लिये थे 70 हजार रुपये
एसपी ने बताया कि अफताभ ने शक्ति मल्लिक से ब्याज पर 70 हजार रुपये लिए थे। उसी रुपए के लिए वह तगादा करने लगे और सादे स्टाम्प पर इसका साइन करवाकर डायरी में 70 हजार रुपये के बदले दो लाख 10 हजार रुपये की मांग करने लगा। इसी तरह तनबीर अंजुम ने 95 हजार रुपए शक्ति मल्लिक से ब्याज पर लिया था। इसको देने के तुरंत बाद ब्याज सहित शक्ति मल्लिक एक लाख पांच हजार तीन सौ रुपये मांगने लगा। नहीं देने पर दुकान में तोड़-फोड़ की। तनबीर अंजुम ने जब अरबिया कॉलेज के पास दोबारा दुकान खोली तो उसे भी शक्ति मल्लिक ने पुनः तोड़ दिया।
पैसे नही देने पर बना लेता था बंधक
एसपी ने बताया कि तनबीर और अफताब को शक्ति मल्लिक अपने पास रखकर तरह-तरह काम करवाता था। साथ ही इन दोनों को मानसिक रूप से प्रताड़ित भी करता और देर रात उन्हें अपने घर जाने देता था। इससे दोनों काफी परेशान हो गये थे। अर्चना देवी नाम की एक महिला, जो मुर्गी फार्म के पास रहती थी, उसे एवं उनके पति-चंदन कुमार गुप्ता के साथ भी अमर्यादित व्यवहार तथा समाज के सामने बेइज्जत करता था। इसी प्रकार कई महिलाओं के साथ शक्ति मल्लिक का व्यवहार अमर्यादित था। ये सब देखते हुए ये दोनों ने शक्ति मल्लिक को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
घटना में संलिप्त बदमाश सलीम उर्फ पच्चपन, जुनैद , अफरोज, एकाम खान उर्फ मिराज एवं युसूफ के साथ मिलकर चार अक्टूबर को 3.30 बजे शक्ति मल्लिक के घर की चहारदीवारी पार बाथरूम घुस गये।घात लगाकर बैठकर दरवाजा खुलने का इंतजार करने लगे। करीब 06:30 बजे शक्ति मलिक ने घर का दरवाजा खोला। इनमें से चार-पांच बदमाशों ने घर में घुसकर शक्ति मलिक पर कई राउन्ड गोली चलाकर कर उसकी मर्डर कर दी।
फ्लैश बैक
पूर्णिया में आरजेडी के पूर्व सचिव रहे शक्ति मलिक की मर्डर के बाद उसकी पत्नी की कंपलेन तेजस्वी और तेजप्रताप समेत छह लोगों पर एफआईआर दर्ज की गयी थी। पत्नी का आरोप था कि उसने चुनाव लड़ने के लिए टिकट की मांग की थी। उसके एवज में 50 लाख रुपया उससे मांगा जा रहा था। मर्डर की धमकी दी गई थी। शक्ति मलिक ने भी मर्डर से पहले एक वीडियो जारी कर यह आरोप लगाया था। उसके बाद इस केस में सियासत तेज हो गई थी।
तेजस्वी ने सीएम नीतीश को लिखी चिट्ठी, हमे अरेस्ट करें, CBI जांच की मांग की
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने दलित नेता की हत्या मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। उन्होंने इस मामले में अपनी और बड़े भाई तेजप्रताप यादव की नामजदगी को राजनीति से प्रेरित बताया है। इस मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की अनुशंसा करने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि चाहें तो नामांकन से पहले हमें गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए बुला सकते हैं।तेजस्वी यादव ने पत्र में कहा है कि अत्यधिक व्यस्तता के कारण मुझे पूर्णिया में हुई सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता की हत्या के बारे में तमाम बातों की जानकारी देर से मिली। उन्होंने इस मामले में हुई एफआईआर को प्रेरित बताया है। तेजस्वी ने कहा कि इसके बावजूद मेरा मानना है कि कानून अपना काम करे। त्वरित अनुसंधान हो। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पीड़ित परिवार को यथाशीघ्र न्याय मिले और दूध का दूध और पानी का पानी हो, इस मंशा के साथ आपसे आग्रह करता हूं कि इस मामले की किसी भी राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी से अविलंब जांच कराने की अनुशंसा की जाए। उन्होंने अविलंब सीबीआई जांच की अनुशंसा करने का अनुरोध सीएम से किया है।