Bihar: JDU की एक्स एमपी मीना सिंह बेटे विशाल के साथ बीजेपी में शामिल
बिहार में जेडीयू की एक्स एमपी मीना सिंह ने रविवार को बीजेपी में शामिल हो गयी। एक्स एमपी के पुत्र व एनसीसीएफ के चेयरमैन विशाल सिंह भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। अपने हसहैंड अजीत सिंह के मृत्यु के बाद मीना सिंह बिक्रमगंज के उप चुनाव में जीत हासिल की थीं। वह 2009 में आरा से एमपी चुनीं गई थी।रहीं। इसके बाद मोदी लहर में वह 2014 में लोकसभा का चुनाव हार गईं।
- नीतीश कुमार की पार्टी का बिहार से नाम मिट जायेगा
पटना। बिहार में जेडीयू की एक्स एमपी मीना सिंह ने रविवार को बीजेपी में शामिल हो गयी। एक्स एमपी के पुत्र व एनसीसीएफ के चेयरमैन विशाल सिंह भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। अपने हसहैंड अजीत सिंह के मृत्यु के बाद मीना सिंह बिक्रमगंज के उप चुनाव में जीत हासिल की थीं। वह 2009 में आरा से एमपी चुनीं गई थी।रहीं। इसके बाद मोदी लहर में वह 2014 में लोकसभा का चुनाव हार गईं।
यह भी पढ़ें:Bihar: सोशल मीडिया पर अरेस्टिंग की पुरानी फोटो डाल फंसे मनीष कश्यप, FIR दर्ज
पटना में प्रदेश अध्यक्ष डॉ @sanjayjaiswalMP और केंद्रीय मंत्री श्री @nityanandraibjp ने जदयू से पूर्व सांसद श्रीमती मीना सिंह और श्री विशाल सिंह को भाजपा का सदस्यता ग्रहण कराया। उनके साथ हजारों की संख्या में समर्थक भी शामिल हुए। मौके पर नेता प्रतिपक्ष श्री @SMCHOUOfficial रहें। pic.twitter.com/QruWkOEz1f
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) March 12, 2023
बीजेपी से गठबंधन के कारण 2019 में जेडीयू ने मीना सिंह का टिकट काट दिया था।बिक्रमगंज के एमपी रहे अजीत सिंह सहकारिता क्षेत्र में देश के बड़े नेता थे। उनका क्षेत्र के प्रभावशाली राजपूत नेताओं मेंनाम शुमार रहा। सड़क दुर्घटना मेंउनकी मौत हो गई थी। अब संभावाना है कि मीना के पुत्र विशाल सिंह को बीजेपी आरा संसदीय क्षेत्र से आरके सिंह की जगह कैंडिडेट बना सकती है। पिछली दो बार से आरा से आरके सिंह बीजेपी के टिकट पर विजयी रहे हैं।
बिहार को नीतीश कुमार ने दिया धोखा : मीना सिंह
बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के मौके पर मिलन समारोह को संबोधित करते हुए मीना सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जेडीयू में अब कुछ नहीं बचा है। जिन्होंने नीतीश कुमार के संघर्ष में साथ दिया, वे सभी भुला दिये गये।जंगलराज के युवराज ही उन्हें सबसे अधिक प्रिय लगने लगे हैं, लेकिन बिहार की जनता को यह मंजूर नहीं है।नीतीश कुमार कहते हैं कि पार्टी में लोग रोज आते हैं-जाते हैं, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन मैं उन्हें बता देना चाहती हूं कि आपने जो रवैया अपना रखा है, 2025 में बिहार से जेडीयू का नाम ही मिट जायेगा।
बिहार को न फिर से बंदूक का राज चाहिए और न घोटाले का राज: विशाल सिंह
मिलन समारोह को संबोधित करते हुए एनसीसीएफ के चेयरमैन विशाल सिंह ने कहा कि बिहार को न फिर से बंदूक का राज चाहिए और न घोटाले का राज।उन्होंने कहा कि मेरे पिता अजीत सिंह ने नीतीश कुमार का साथ दिया था, जंगल राज को खत्म करने को। 2004 के लोकसभा चुनाव को याद करते हुए उन्होंने कहा कि मैं अपने पिता के चुनाव में बिक्रमगंज में आया था।ऐसा लगता था, जेल में आ गया हूं। छह राइफल वाले साथ चलते थे। पर, भाजपा के सहयोग से इस बुरे दौर को 2005 में खत्म किया गया था। लेकिन अब क्या, नीतीश कुमार फिर से उन्हीं लोगों के साथ हो गए हैं।जो कहते थे, हमें न अपराध बर्दाश्त है और न भ्रष्टाचार। अब, वे उन्हीं को सत्ता सौंपना चाहते हैं, जो नौकरी बेचने, चारा खाने और अपराध को बढ़ावा देने के लिए बदनाम रहे हैं।
राजपूत नेताओं का नीतीश कुमार से हो रहा है मोहभंग ?
एक्स एमपी मीना सिंह का जेडीयू छोड़कर बीजेपी में जाना नीतीश कुमार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। मीना सिंह के जाने से जेडीयूके लिए आरा-रोहतास मेंराजपूत वोटर प्रभावित हो सकता है।मीना सिंह के बेटे विशाल भी अपने पिता अजीत सिंह के के नक्शेकदम पर सहकारिता क्षेत्र मेंउतर गये हैं। खास बात यह है कि वह बीजेपी के बाहुबली एमपी बृज भूषण शरण सिंह के दामाद हैं।
मीना सिंह के जाने से नीतीश को नुकसान
मीना सिंह के जेडीयू छोड़कर बीजेपी में जाने से नीतीश कुमार को आगामी चुनाव में नुकसान झेलना पड़ सकता है। कयास लगाया जा रहा है कि दिवंगत अजीत सिंह की पत्नी को बीजेपी 2024 में काराकाट या आरा से टिकट दे सकती है। हाल ही मेंउपेंद्र कुशवाहा ने भी जेडीयू छोड़कर नई पार्टी बनाई है। एक के बाद एक, नेताओं के पार्टी छोड़कर जाने से पार्टी के अंदर बिखराव की पैदा हो गई है।