बिहार: JDU में चलेगा लव-कुश समीकरण, एक्स मिनिस्टर रामसेवक सिंह बनेंगे पार्टी के स्टेट प्रसिडेंट
जेडीयू में पूरी तरह लव-कुश समीकरण चलेगा।आरपीसीपी सिंह को जेडीयू का नेशनल प्रसिडेंट बनाये जाने के बाद अब बिहार में पार्टी की कमान एक्स मिनिस्टर रामसेवक सिंह को सौंपी जा रही है।
- रविवार को पार्टी की राज्य कार्यकारिणी व राज्य परिषद की बैठक में घोषणा संभव
पटना। जेडीयू में पूरी तरह लव-कुश समीकरण चलेगा।आरपीसीपी सिंह को जेडीयू का नेशनल प्रसिडेंट बनाये जाने के बाद अब बिहार में पार्टी की कमान एक्स मिनिस्टर रामसेवक सिंह को सौंपी जा रही है। मुखिया से मिनिस्टर पोस्ट तक पहुंचने वाले रामसेवक सिंह को रविवार को पार्टी की राज्य कार्यकारिणी व राज्य परिषद की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने की घोषणा की जा सकती है।
लव-कुश समीकरण पर आगे बढ़ने का रोड मैप तैयार
वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह की अस्वस्थता की वजह से चुनाव के समय पार्टी ने डॉ. अशोक चौधरी को पार्टी का कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। चौधरी को राज्य मंत्रिमंडल में स्थान मिला है। उनके पास कई महकमों का जिम्मा है। इस वजह से पार्टी के लिए पर्याप्त समय दे पाना उनके लिए संभव नहीं था। वहीं जदयू ने लव-कुश समीकरण पर आगे बढ़ने का रोड मैप तैयार किया है। आरसीपी सिंह को नेशनल प्रसिडेंट बनाया गया था। जातिगत समीकरण के लिहाज से वह कुरमी जाति से आते हैं उसे बिहार लव कहा जाता है।वहीं रामसेवक सिंह कुशवाहा जाति से आते हैं उसे कुश कहा जाता है।
मुखिया से मिनिस्टर तक का सफर
49 साल के रामसेवक सिंह चार बार हथुआ से एमएलए रहे हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में हार गये। एमएलए का चुनाव लड़ने के पहले वह गोपालगंज के बलसेरा पंचायत के मुखिया भी रह चुके हैं।रामसेवक सिंह ने लोकसभा चुनाव के दौरान लालू के गढ़ में नीतीश का परचम लहराया था।वह बिहार सरकार में समाजिक न्याय मंत्री भी रह चुके हैं। बताया जा रहा है कि रामसेवक सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के पीछे जेडीयू की रणनीति अपने कोर वोटर्स को वापस पाने की है।