- एसपी के आदेश पर हुई जांच
- रुपया हुआ बरामद
छपरा। बिहार के सारण म जिले के मकेर थानाध्यक्ष पर जांच के नाम पर ज्वेलरी बिजनसमैन से 32 लाख रुपये छीनने का आरोप लगा है। इस मामले में थानाध्यक्ष को अरेस्ट भी कर लिया गया है। एसपी द्वारा पूरे मामले की जांच कराये जाने के बाद मामला का खुलासा हुआ है। वही इस घटना में शामिल मकेर पुलिस स्टेशन का ड्राइवर फरार है।
बताया जाता है कि कोलकाता के एक गोल्ड बिजनसमैन अपने बकाया रुपये की वसूली कर छपरा की तरफ लौट रहे थे। शुक्रवार को वाहन जांच कर रहे थानाध्यक्ष रवि रंजन कुमार लाल रंग की गाड़ी को रोककर जांच करने लगे। जांच के दौरान जब गाड़ी में मोटी रकम दिखी तब थानाध्यक्ष लालच में पड़ गये। थानाध्यक्ष व ड्राइवर अनिल कुमार के द्वारा बिजनसमैन की कार से 32 लाख रुपये निकाल लिया गया।
थानाध्यक्ष की हरकत से बिजनसमैन हैरत में पड़े गये। उन्हें डराया धमकाया जाने लगा। वह डरे सहमे वह भेल्दी के तरह बढ़ने लगे। यहां आने पर जब पुलिस उनका पीछा करने लगती है तब वह और डर जाते हैं। इस बात की जानकारी वह अपने परिजनों को देते हैं। मामला धीरे-धीरे सारण डीआईजी निलेश कुमार व एसपी डॉ कुमार आशीष के संज्ञान में आ जाता है। मामला सारण जिला के गोल्ड बिजनसमैन तक बात पहुंचती है तो सभी एकजुट होकर पुलिसअफसरों को सूचित करते हैं। डीआईजी व एसपी शुक्रवार की रात कुछ गोल्ड बिजनसमैन और पीड़ित के साथ भेल्दी पुलिस स्टेशन पहुंचे। वहां पहचान करायी गयी। जिसमें पीड़ित ने मकेर थानाध्यक्ष को पहचान लिया।
डीआईजी व एसपी द्वारा थाना प्रभारी से पूछताछ के बाद बिजनसमैनसे जो रुपये की छिनतई हुई थी, वह पूरा पैसा रिकवर कर लिया गया। इसके बाद थानाध्यक्ष को कस्टडी में लेकर भेल्दी पुलिस स्टेशन में पूरी रात रखा गया था। थानाध्यक्ष को शनिवार की सुबह पूछताछ के लिए जिला मुख्यालय लाया गया । एसएसपी द्वारा गठित एक स्पेशल टीम ने अमनौर पुलिस स्टेशन एरिया निवासी अनिल की गिरफ्तारी के लिए पूरी रात रेड की गई, मगर वह अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।