Bihar: हाई कोर्ट से हम बरी हो गये, लिपि सिंह हैं दोषी, CBI जांच हो, अनंत सिंह ने मोदी-नीतीश सरकार से की डिमांड
बिहार के बाहुबली लीडर , मोकामा के एक्स एमएलए अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार जेल से बाहर आ गये हैं। एक्स एमएलए को अपने घर से एके-47 और बुलेट प्रूफ जैकेट बरामदगी मामले में लोअर कोर्ट से 10 साल की सजा हुई थी। मामले में सजा सुनाये जाने के बाद बतौर मोकामा एमएलए उनकी विधानसभा सदस्यता भी खत्म हो गयी थी। इस मामले में पटना हाई कोर्ट ने अनंत सिंह को बरी कर दिया है।
- आरसीपी सिंह की बेटी आइपीएस अफसर लिपि सिंह पर भी जांच होना चाहिए
- हम बिना मतलब के इतना दिन जेल में रहे तो वह भी जेल जाए
पटना। बिहार के बाहुबली लीडर व मोकामा के एक्स एमएलए अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार जेल से बाहर आ गये हैं। एक्स एमएलए को अपने घर से एके-47 और बुलेट प्रूफ जैकेट बरामदगी मामले में लोअर कोर्ट से 10 साल की सजा हुई थी। मामले में सजा सुनाये जाने के बाद बतौर मोकामा एमएलए उनकी विधानसभा सदस्यता भी खत्म हो गयी थी। इस मामले में पटना हाई कोर्ट ने अनंत सिंह को बरी कर दिया है।
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मोकामा के एक्स एमएलए अनंत सिंह शुक्रवार 16 अगस्त की सुबह 5.30 बजे बजे पटना के बेउर जेल से रिहा हो गये। जेल से रिहा होने के बाद बाढ़ के भुवनेश्वरी चौक पर दर्जनों समर्थकों ने अंग वस्त्र देखकर उनका स्वागत किया। अनंत सिंह बाढ़ के बाद काफिले के साथ बड़हिया पहुंच महारानी मंदिर में पूजा अर्चना किया। इसके बाद मोकामा पहुंचे। शाम को अपने पैतृक गांव लदमा वापस लौट गये।
जेल से बाहर निकलकर बहुत बढ़िया लग रहा: अनंत सिंह
जेल से बाहर निकलने के बाद अनंत सिंह ने कहा कि अब बहुत बढ़िया लग रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें कोर्ट पर पूरा भरोसा था कि एक दिन उन्हें जरूर न्याय मिलेगा। वहीं जब उनसे पूछा गया कि वह मानते हैं कि उन्हें फंसाया गया तो इसपर उन्होंने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।गलत केस में फंसने का आरोप लगाते हुए अनंत सिंह ने एक्स सेंट्रल मिनिस्टर आरसीपी सिंह की बेटी आईपीएस लिपि सिंह के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग कर दी है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी व बिहार के सीएम नीतीश कुमार से सीबीआई जांच करने की मांग की है। अनंत सिंह ने कहा है कि हम बेमतलब इतने दिनों के लिए जेल की सजा काटे तो वह भी जेल में रहे।
जिसने मुझे फंसाया था तो उनपर कार्रवाई होनी चाहिए
पटना से सटे बाढ़ के इलाके में अनंत सिंह को 'छोटे सरकार' के नाम से भी जाना जाता है। जेल से बाहर निकले अनंत सिंह ने मीडियाकर्मियों से खुलकर बातचीत की। न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हम कोर्ट सेबड़ी हो गये तो लिपि सिंह दोषी हो गई। तो इस मामले की जांच सीबीआई से करायी जाए। लिपि सिंह पर भी जांच होना चाहिए। हम बिना मतलब के इतना दिन जेल में रहे तो वह भी जेल जाए। अनंत सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार और बिहार सरकार से यह डिमांड करते हैं कि सीबीआई से जांच कराई जाए। अनंत सिंह ने सीधे शब्दों में कहा कि जब हम निर्दोष साबित हुए तो वह(लिपि सिंह) दोषी हो गई है। इसका मतलब है कि उन्होंने मुझे फंसाया था तो उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि जब हम जेल में थे उस समय हमारा परिवार और आदमी बाहर में परेशान था। सब काम छोड़कर जेल गेट पर रहते थे।
जनता में घूमेंगे और जैसा निर्णय होगा उसी के अनुसार काम करेंगे
2025 में बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने पर भी अनंत सिंह ने खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि जनता में घूमेंगे और जैसा निर्णय होगा उसी के अनुसार काम करेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हम पांच बार विधायक रह चुके हैं किसी और को मौका मिलेगा भी कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि जेल से बाहर निकले हैं तो सबसे पहले जनता के बीच घूमेंगे जहां-जहां के लोगों ने मुझे स्नेह दिया है उन लोगों से मुलाकात करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि आप पैरोल में 15 दिनों के लिए बाहर आए तो इसे ललन सिंह को कितना फायदा हुआ इस सवाल के जवाब में अनंत सिंह ने कहा कि इसका जवाब तो चुनाव जीतनेवाले बतायेंगे। जनता जानकारी देगी इसके बारे में मुझे कुछ पता नहीं है।
बहुत अच्छे से काम कर रही है नीतीीश सरकार
नीतीश सरकार के कामकाज के बारे में अनंत सिंह ने कहा सरकार बहुत अच्छे से काम कर रही है। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि बिहार में मोदी जी फैक्ट्रियां खोल दें ताकि नौजवानों को कम मिले। नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की हिट जोड़ी है। उन्हें कोई हरा नहीं सकती।अनंत सिंह ने जदयू में शामिल होने की संभावनाओं से फिलहाल इनकार कर दिया। उनकी रिहाई पर तेजस्वी यादव द्वारा सवाल उठाए जाने को लेकर आनंद सिंह ने जवाब देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि कौन क्या बोलता है इस पर मैं जवाब नहीं देता।
फ्लैश बैक
पटना हाई कोर्ट ने बुधवार को मोकामा के एक्स एमएलए अनंत सिंह को दोनों मामलों में बड़ी राहत दे दी थी। पहला मामला दिनांक 24.6.2015 को उनके मॉल रोड, पटना आवास से इंसास राइफल मैगजीन और बुलेट प्रूफ जैकेट की कथित बरामदगी से संबंधित है। जिसके तहत उन पर सचिवालय थाना कांड संख्या 54/2015 दर्ज की गई थी। उनपर आर्म्स एक्ट की धारा 25(1-ए), 26(2)/35 के तहत मामला दर्ज किया गया था। बाढ़ में एएसपी रहीं चर्चित आईपीएस लिपि सिंह ने 16 अगस्त 2019 को अनंत के पैतृक आवास लदमा में रेड मारा था। एक्स एमएलए के आवास से एके 47, उसकी 26 गोलियां और दो हैंड ग्रेनेड मिले थे। अनंत सिंह तथा उनके एक केयर टेकर पर 15 अक्टूबर, 2020 को आरोप गठित किया गया था। इस कांड की जांच बाढ़ अनुमंडल की तत्कालीन एएसपी लिपी सिंह नेकिया था। वर्ष 2019 मेंअनंत सिंह के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी। अनंत सिंह के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई में पटना स्थित उनके आवास से 24 जून, 2015 को इंसास रायफल मैगजीन और बुलेट प्रूफ जैकेट बरामद किया गया था। आईपीएस लिपि सिंह के नेतृत्व में 16 अगस्त 2019 को रेड के दौरान लदमा गांव स्थित पैतृक आवास से एक-47 राइफल उसकी गोलियां बरामद की गयी थी। इस केस में वर्ष 2019 में अनंत सिंह को जेल जाना पड़ा था।
लोअर कोर्ट से कोर्ट से एक्स एमएलए को 10 साल की सजा हुई थी। दोनों मामले में लोअर कोर्ट के द्वारा 10 वर्ष की कठोर कारावास की सजा के साथ ही आर्म्स एक्ट की ही धारा 25(1-ए)/35 के तहत 20,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया था। पटना हाई कोर्ट के जस्टिस चंद्र शेखर झा की सिंगल बेंच ने उनकी अपील पर सुनवाई करते हुए उनके खिलाफ दायर दो मामलों में बरी कर दिया। इस केस में सबूत के अभाव में अनंत सिंह को हाई कोर्ट से बरी किया गया है।
अनंत सिंह का सियासी सफर
अनंत सिंह का सियासी सफर वर्ष 2005 में शुरू हुआ था। पहली बार जयूकी टिकट पर मोकामा सेविधानसभा का चुनाव जीत कर एमएलए बने थे। उसके बाद वे 2005 में दो बार, 2010, 2015 और 2020 में लगातार मोकामा से विधानसभा चुनाव जीतते रहे। जब एके 47 कांड में सजा होनेके बाद वह जेल चलेगए तो उनके वर्ष 2022 में हुए उपचुनाव में अनंत सिंह की वाइफ नीलम देवी आरजेडी की टिकट चुनाव लड़ा और विधयक बनीं।हालांकि 2024 में नीतीश कुमार के विश्वास प्रस्ताव के दौरान नीलम देवी ने राजद छोड़कर जदयू को समर्थन किया। इसके पहले लोकसभा चुनाव के दौरान अनंत सिंह पैरोल पर बाहर आए थे। हाई कोर्ट से बरी किये जाने के बाद अनंत सिंह बेऊर जेल से बाहर आ गये हैं। अब उनके खिलाफ कोई केस पेंडिंग नहीं है। 2019 के लोकसभा चुनाव में अनंत सिंह ने अपनी पत्नी को कांग्रेस के टिकट पर मुंगेर लोकसभा सीट से नीतीश कुमार के खास ललन सिंह को चुनौती दे दी थी। हालांकि अनंत सिंह की पत्नी चुनाव तो नहीं जीत पाईं थी।