CBI ने ECR के तीन अफसरों समेत पांच को दबोचा, 16 स्थानों पर रेड, 46 लाख रुपये और दस्तावेज बरामद
सीबीआइ ने रेलवे रैक देने की एवज में रिश्वत प्रकरण से जुड़े एक मामले में इंस्ट सेंट्रल रेलवे के तीन अफसरों समेत पांच लोगों को अरेस्ट किया है। रेल अफसरों के साथ ही कोलकाता की एक प्राइवेट कंपनी से जुड़े दो लोग भी दबोचे गये हैं। सीबीआइ की यह कार्रवाई से जुड़ी है। सीबीआइ ईसीआर के मुख्य माल परिवहन प्रबंधक संजय कुमार, समस्तीपुर के वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक रूपेश कुमार और सोनपुर के वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक सचिन मिश्रा, कोलकाता स्थित आभा एग्रो इंडस्ट्रीज प्रा. लि. व आभा एग्रो एक्सपोर्ट प्रा. लि. के नवल लाधा के अलावा मनोज कुमार साहा नामक व्यक्ति को अरेस्ट किया है।
- रेलवे रैक देने की एवज में रिश्वत प्रकरण में की गयी कार्रवाई
- रेलवे के तीन अफसर व कोलकाता की एक प्राइवेट कंपनी से जुड़े दो लोग दबोचे गये
पटना। सीबीआइ ने रेलवे रैक देने की एवज में रिश्वत प्रकरण से जुड़े एक मामले में इंस्ट सेंट्रल रेलवे के तीन अफसरों समेत पांच लोगों को अरेस्ट किया है। रेल अफसरों के साथ ही कोलकाता की एक प्राइवेट कंपनी से जुड़े दो लोग भी दबोचे गये हैं। सीबीआइ की यह कार्रवाई से जुड़ी है। सीबीआइ ईसीआर के मुख्य माल परिवहन प्रबंधक संजय कुमार, समस्तीपुर के वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक रूपेश कुमार और सोनपुर के वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक सचिन मिश्रा, कोलकाता स्थित आभा एग्रो इंडस्ट्रीज प्रा. लि. व आभा एग्रो एक्सपोर्ट प्रा. लि. के नवल लाधा के अलावा मनोज कुमार साहा नामक व्यक्ति को अरेस्ट किया है।
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सीबीआइ ने बताया कि रेलवे के ये अफसर रेलवे वेंडरों को मनमाफिक लोडिंग के लिए रैक उपलब्ध कराते थे। इन अफसरों ने कोलकाता स्थित आभा एग्रो व आभा एग्रो एक्सपोर्ट के निदेशक के साथ मिलकर साजिश रची। इस कंपनी को रेलवे रैक उपलब्ध कराने के लिए सभी स्थापित नियमों को ताक पर रख दिया गया। इसके एवज में कंपनी इन अफसरों को हर महीने रिश्वत की मोटी रकम देती थी। सीबीआइ ने पूरी जानकारी मिलने के बाद एफआइआर दर्ज की। एफआइआर में संजय कुमार, रूपेश कुमार और सचिन मिश्रा के साथ ही कोलकाता स्थित कंपनी के निदेशक इस मामले में दर्ज एफआइआर में सीबीआइ ने मनोज कुमार लाधा व अन्य को भी नेम्ड किया है।
23 लाख रिश्वत भेजने को कहा था
इसके बाद सीबीआइ ने अपनी कार्रवाई के पहले ही प्रयास में पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य माल परिवहन प्रबंधक संजय कुमार को छह लाख की घूस लेते धर दबोचा। कोलकाता स्थित कंपनी के निदेशक ने अपने भाई को रेलवे अफसरों को लगभग साढ़े 23 लाख रिश्वत भेजने को कहा था। संजय कुमार की गिरफ्तारी के बाद सीबीआइ ने सोनपुर, हाजीपुर, समस्तीपुर, कोलकाता और पटना के साथ कुल 16 स्थानों पर रेड मारा। इस कार्रवाई में सीबीआइ के हाथ 46.50 लाख रुपये और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज लगे। बरामद रकम एक वाहन में रेलवे अफसरों को देने के लिए छह लिफाफे में रखी गई थी।
सोर्सेज ने बताया कि सीबीआइ द्वारा रेलवे के तीन अफसरों की गिरफ्तारी व रेलवे रैक आवंटन के खुलासे के बाद दूसरे कई अन्य अफसरों के इस प्रकरण के जद में आने की बात कही जा रही है। संभावना है कि है कि जल्द ही इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां होंगी। अब तक सीबीआइ गिरफ्त में आये आईआरटीएस अफसरों में पूर्व मध्य रेल में मुख्य माल परिवहन प्रबंधक के पद पर तैनात संजय कुमार (1996 बैच), समस्तीपुर रेल मंडल में वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक रूपेश कुमार (2011 बैच) और सोनपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक सचिन मिश्रा (2011 बैच) शामिल हैं।