Chandan Mishra Murder Case: गैंगस्टर चंदन मिश्रा मर्डर शामिल शूटरों को पुलिस ने किया अरेस्ट

बिहार की राजधानी पटना के पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल के प्राइवेट वार्ड में घुसकर पैरोल पर आये गैंगस्टर चंदन मिश्रा की मर्डर मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। बिहार एसटीएफ और पटना पुलिस की ज्वाइंट टीम ने मर्डर में शामिल छह आरोपियों को पश्चिम बंगाल से अरेस्ट किया है।

Chandan Mishra Murder Case: गैंगस्टर चंदन मिश्रा मर्डर शामिल  शूटरों को पुलिस ने किया अरेस्ट
मर्डर को अंजाम देने वाले शूटर (फाइल फोटो)।

पटना। बिहार की राजधानी पटना के पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल के प्राइवेट वार्ड में घुसकर पैरोल पर आये गैंगस्टर चंदन मिश्रा की मर्डर मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। बिहार एसटीएफ और पटना पुलिस की ज्वाइंट टीम ने मर्डर में शामिल छह आरोपियों कोबिहार के बक्सर व पश्चिम बंगाल से अरेस्ट किया है।
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चंदन मर्डर केस में कई और  क्रिमिनलों के शामिल होने की बात सामने आयी है। पुलिस ने देर रात तक इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों के नामों की ऑफिसियल पुष्टि नहीं की थी।  बिहार एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता के आनंदपुर से शनिवार की रात मोस्टवांटेड तौसीफ उर्फ बादशाह को अरेस्ट कर लिया। उसके अलावा सचिन सिंह, हरीश सिंह, युनूस खान और एक महिला भी पकड़ी गयी है। धरपकड़ के दौरान एक आरोपित घायल भी हो गया। पुलिस के मुताबिक देर रात तक के अलग-अलग इलाके में रेड की गयी। वहीं, STF ने अन्य तीन मददगारों को पटना और बक्सर से उठाया है।
इससे पहले यह खबर आई थी कि इस हत्याकांड से जुड़े 5 आरोपियों को कोलकाता से पकड़ा गया है। हालांकि उस वक्त इनके नाम सामने नहीं आए थे।इससे पहले बिहार पुलिस और पश्चिम बंगाल एसटीएफ की एक संयुक्त टीम ने न्यू टाउन गेस्ट हाउस में मिले लोगों में से एक संदिग्ध के पैर में चोटें आयी है।उसे एम्बुलेंस में ले जाया गया।गिरफ्तार आरोपियों से पश्चिम बंगाल में पूछताछ की जा रही है।  ट्रांजिट रिमांड पर सभी को पटना लाया जा रहा है।  बिहार पुलिस को कुछ और आरोपियों के ठिकानों की जानकारी मिली है, वहां रेड की जा रही है। इस घटना में सबसे पहले तौसीफ रजा उर्फ बादशाह का नाम सामने आया था।इसके बाद बक्सर पुलिस ने बक्सर के मोनू सिंह के नाम की पुष्टि की। इनके अलावा बलवंत, नीलेश, सूर्यभान, अभिषेक, निशु समेत 10 आरोपियों के नाम सामने आये हैं। अभी तक पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर रही है कि इनमें से कोई पकड़ा गया है या और भी हैं।
ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड
पटना के पारस हॉस्पिटल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की मर्डर के मामले में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। 
शेरू गैंग के शूटरों की हो रही पहचान, जेल से सुपारी, बंगाल में ठिकाना
पुलिस जांच में सामने आया है कि पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जेल में बंद शेरू सिंह उर्फ ओमकार सिंह ने चंदन मिश्रा को मारने के लिए 10 लाख रुपये में सुपारी दी थी। शेरू और शूटर तौसीफ के बीच दोस्ती पटना के बेउर जेल में हुई थी। जेल से रिहा होते ही तौसीफ से शेरू ने दोबारा संपर्क किया और मर्डर की योजना बनायी।
अपार्टमेंट से हॉस्पिटल की रेकी
चंदन मिश्रा की मर्डर से पहले तौसीफ और उसके साथी पटना के समनपुरा में पहुंचे। पारस हॉस्पिटल के पीछे एक अपार्टमेंट में ठिकाना बनाया। वहीं से हॉस्पिटल की रेकी की गयी। पुलिस को इस अपार्टमेंट तक पहुंचाने में इलाके के एक लोकल  बदमाश की भूमिका भी सामने आयी है। 
चंदन मिश्रा मर्डर केस में करीबी निकला शेरू का मददगार
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद शेरू ने चंदन मिश्रा की मर्डर की साजिश रची। उसने चंदन के करीबी से हाथ मिलाकर पूरी योजना बनायी। चंदन को पैरोल पर बाहर आने का इंतजार था। 17 जुलाई को शूटरों ने पारस हॉस्पिटल में चंदन की मर्डर कर भाग निकले। शेरू ने चंदन की मर्डर की साजिश के लिए उसके ही करीबी से हाथ मिला लिया था। वह हर सूचना शेरू तक पहुंचा रहा था। फिर शेरू, उस करीबी के जरिए तौसीफ और अन्य साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। उसे इंतजार था चंदन के जेल से बाहर आने का। घटना को अंजाम देने का समय तक आया, जब पता चला कि चंदन पैरोल पर बाहर आने वाला है। इसके बाद तौसीफ सहित उसके अन्य साथी सक्रिय हो गये, जो घटना की योजना बनाने में शामिल थे। 
चंदन को इस बात की भनक तक नहीं लगने दिया कि उसके किसी एक करीबी को शेरू ने अपने गुट में मिला लिया है। पिता के नाम पर जेल से आने के बाद चंदन को बीमारी से निजात पाने के लिए ऑपरेशन कराने की जरूरत पड़ी। इस बात की भनक उस करीबी को भी लग गयी थी, जिसने शेरू से हाथ मिलाया था। चंदन पूर्व में पटना एम्स में भी इलाज के लिए गया था, लेकिन वहां ऑपरेशन नहीं कराया। शेरू के इशारे पर उस करीबी के जरिए चंदन को इलाज के लिए ऐसी जगह चुनने को मजबूर कराया, जहां शूटर आसानी से पहुंच सके।
चंदन को इलाज के लिए पारस एचएमआईआई हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। इसी बीच शेरू ने तौसीफ से भी संपर्क किया था। क्योंकि तौसीफ को उस अस्पताल के बारे में अच्छे से जानकारी थी। तौसीफ और अन्य शूटरों को इस बात की सूचना पहले ही मिल चुकी थी। सभी शूटर और लाइनर घटना के एक दिन पहले तौसीफ के घर के पास ही जुटे थे। इसके बाद दूसरे दिन 17 जुलाई की सुबह सभी हॉस्पिटल के पास पहुंच गये। 
पुलिस को फुटेज भी पुलिस के हाथ लगा है, जिसमें पांचों शूटर एक कोने में खड़े होकर लगभग दो मिनट तक बातचीत करते है। इसमें तौसीफ उन्हें इशारों में कुछ बता रहा है। इस बीच एक लाइनर भी था, जो बैग लेकर आगे बढ़ता है। फिर तौसीफ का इशारा मिलते सभी शूटर के पीछे-पीछे हॉस्पिटल में पहुंच गये। घटना को अंजाम देकर बाइक से भाग निकले।