Chhangur Baba Case : छांगुर बाबा के नेटवर्क पर शिकंजा, 106 करोड़ की विदेशी फंडिंग और संदिग्ध दस्तावेज मिले
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर निवासी धर्मांतरण व लव जिहाद रैकेट का मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ ईडी के एक्शन के बाद लगातार नये खुलासे हो रहे हैं। बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र में ईडी की टीम ने देर शाम तक ताजुद्दीन कॉम्प्लेक्स सहित कई ठिकानों पर रेड में ED को कई अहम दस्तावेज मिले हैं।

- धर्मांतरण मास्टरमाइंड छांगुर बाबा के दो अन्य साथी अरेस्ट
- ग्रामीण इलाकों में तलाशते थे शिकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर निवासी धर्मांतरण व लव जिहाद रैकेट का मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ ईडी के एक्शन के बाद लगातार नये खुलासे हो रहे हैं। बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र में ईडी की टीम ने देर शाम तक ताजुद्दीन कॉम्प्लेक्स सहित कई ठिकानों पर रेड में ED को कई अहम दस्तावेज मिले हैं।
यह भी पढ़े:Dhanbad: राष्ट्रपति के कार्यक्रम को ले डीसी-एसएसपी ने किया रूट व कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण
ईडी को कॉम्प्लेक्स में स्थित ‘अशवी बुटीक’ से कई अहम दस्तावेज मिले हैं, जो जलालुद्दीन और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन की संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े हैं। यह बुटीक लगभग छह वर्ष पहले नसरीन के नाम पर खोला गया था। इसकी जमीन मलिक नामक व्यक्ति से खरीदी गयी थी।
40 बैंक अकाउंट्स में 106 करोड़ की विदेशी फंडिंग
ईडी की जांच में सामने आया है कि जलालुद्दीन और उसके गिरोह के करीब 40 बैंक अकाउंट्स में 106 करोड़ रुपये जमा किय गये। जिनमें ज्यादातर धनराशि पश्चिम एशिया से हवाला के जरिए भेजी गयी। जांच एजेंसी को शक है कि यह पैसा धर्मांतरण के लिए प्रयोग किया गया।
18 बैंक अकाउंट्स में 68 करोड़, विदेश से सात करोड़ की फंडिंग
ईडी की कई टीमों ने यूपी से लेकर मुंबई तक छांगुर बाबा के 14 12 ठिकानों पर रेड मारा था। अब तक जांच में छांगुर के 30 में से 18 बैंक अकाउंट्स में लगभग 68 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन सामने आया है। पिछले तीन महीनों में विदेश से लगभग सात करोड़ रुपये की फंडिंग हुई है। इन फंडिंग का इस्तेमाल छांगुर गैंग ने प्रॉपर्टी खरीदने और अवैध धर्मांतरण के लिए किया।
ईडी छांगुर बाबा की संपत्तियों, आयकर रिटर्न और जमीन से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है। जांच एजेंसियों का मानना है कि यह पैसा हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए भारत में पहुंचा। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और खुफिया एजेंसियां भी इस मामले में सक्रिय हैं। ये एजेंसियां छांगुर बाबा के वित्तीय नेटवर्क को खंगाल रही हैं।
बाबा की प्रॉपर्टी कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू
जांच में यह भी सामने आया है कि बाबा ने अपने नेटवर्क को संचालित करने के लिए कोडवर्ड्स का इस्तेमाल किया। जैसे ‘प्रोजेक्ट’ का मतलब लड़कियां, ‘मिट्टी पलटना’ का मतलब धर्म परिवर्तन और ‘काजल लगाना’ का मतलब मनोवैज्ञानिक हेरफेर। ईडी और अन्य जांच एजेंसियां जल्द ही इस मामले में बड़ा एक्शन ले सकती हैं। बाबा की संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। उसके विदेशी फंडिंग नेटवर्क के स्रोतों का पता लगाने के लिए गहन जांच जारी है।
40 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज मिले
मुंबई में ईडी ने जिस शहजाद शेख से घंटों पूछताछ की, वह नीतू उर्फ नसरीन के पति नवीन का सहयोगी है। नीतू और नवीन छांगुर बाबा के राजदार हैं। ईडी ने शहजाद द्वारा बेची गई जमीन और अन्य लेन-देन की जानकारी भी जुटा ली है। इस छापेमारी में छांगुर बाबा, उसके बेटे, राजदार नवीन और नीतू से जुड़ी करीब 40 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के डॉक्यूमेंट्स मिले हैं। ईडी ने इस छापेमारी के दौरान बाबा का घर, उसके बेटे का मकान, नवीन और नीतू की संपत्तियों के कागजात को जब्त कर लिया है।
सीजेएम कोर्ट में क्लर्क के यहां रेड
छांगुर बाबा सिंडिकेट से जुड़े राजेश उपाध्याय के लखनऊ आवास पर भी ईडी की टीम ने छापेमारी की थी। राजेश उपाध्याय बलरामपुर में सीजेएम कोर्ट में क्लर्क है। राजेश की पत्नी के नाम पर एक जमीन खरीदने की बात सामने आई है। राजेश उपाध्याय के लखनऊ के चिनहट स्थित आवास पर ईडी ने गुरुवार को छापेमारी की थी।जलालुद्दीन, जिसे करीमुल्ला शाह के नाम से भी जाना जाता है, ने एक संगठित नेटवर्क खड़ा किया था जो कि चांद औलिया दरगाह परिसर से संचालित हो रहा था। यहां वह विदेशी नागरिकों की मौजूदगी में नियमित तौर पर धार्मिक सभाएं आयोजित करता था।
छांगुर बाबा के दो अन्य साथी अरेस्ट
लखनऊ में अवैध धर्मांतरण मामले में एटीएस और ईडी की जांच जारी है। जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के दो करीबी सहयोगी शहाबुद्दीन और सबरोज को बलरामपुर से अरेस्ट किया गया है। दोनों पर अवैध धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप है। दोनों आरोपी थाना गैड़ास बुजुर्ग के ग्राम रेहरामाफी के निवासी हैं और काफी समय से छांगुर के इशारे पर धर्मांतरण गतिविधियों में लिप्त थे। FIR में दोनों वांछित चल रहे थे।डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन के अवैध धर्म परिवर्तन के सिंडिकेट का यूपी एसटीएफ और एटीएस द्वारा पर्दाफाश करते हुए नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है।
धर्मांतरण रैकेट का खुलासा
इन गिरफ्तारियों से यह स्पष्ट होता जा रहा है कि छांगुर बाबा का अवैध धर्मांतरण रैकेट केवल कुछ जिलों तक सीमित नहीं था, बल्कि इसकी शाखाएं बलरामपुर से लेकर आज़मगढ़ और मुंबई तक फैली हुई थी। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार दोनों आरोपी लंबे समय से छांगुर के नेटवर्क का हिस्सा थे। ग्रामीण क्षेत्रों में धर्म परिवर्तन के कार्यों को अंजाम दे रहे थे।
उत्तर प्रदेश एटीएस ने हाल ही में जलालुद्दीन, उसके बेटे महबूब, साथी नवीन उर्फ जमालुद्दीन और सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। ईडी अब इस गिरोह की फंडिंग, संपत्तियों और विदेशी संपर्कों की गहराई से जांच कर रही है।