धनबाद: मैनेजर राय व माया फ्यूल्स के महादेव हार्ड कोक में प्रशासनिक रेड, कई विभागों की टीम कर रही जांच
मैनेजर राय के गोविदपुर के बरवा में स्थित महादेव हार्ड कोक भट्ठा व महामाया फ्यूल्स में शु्क्रवार को प्रशासनिक अफसरों की टीम दविश दी है। एक साथ कई डिपार्टमेंट की टीम कागजात व स्टॉक समेत अन्य जांच कर रही है।
धनबाद। मैनेजर राय के गोविदपुर के बरवा में स्थित महादेव हार्ड कोक भट्ठा व महामाया फ्यूल्स में शु्क्रवार को प्रशासनिक अफसरों की टीम दविश दी है। एक साथ कई डिपार्टमेंट की टीम कागजात व स्टॉक समेत अन्य जांच कर रही है।
अफसरों की टीम महादेव हार्ड कोक व महामाया फ्यूल्स में कागजातों की जांच कर रहे हैं। इसमें ADM, SDM और माइनिंग डिपार्टमेंट के टीम शामिल हैं। गोविंगपुर पुलिस को को बगैर सूचना दिए यह रेड की गई। गोविंदपुर थाना प्रभारी के पहुंचने पर उन्हें प्लांट के अंदर जाने से भी रोक दिया गया। डीसी संदीप सिंह के आदेश पर यह रेड की गई है।
उल्लेखनीय है कि मैनेजर राय के खिलाफ पिछले दिनों सीआईडी ने अवैध कोयला कारोबार के सिंडिकेट में शामिल होने से संबंधित रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय के साथ-साथ राज्य सरकार को भी दी गई थी। हलल दिनों में मैनेजर राय का नाम धनबाद में इलिगल कोल कारोबार की संरक्षण व वसूली का आरोप लगा है। बीजेपी लीडर सह कोयला व्यापारी मैनेजर राय के यहां चल रही कार्रवाई को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है।
सीआईडी की टीम ने भी मैनेजर द्वारा इलिगल कारोबारका संचालन कराने व वसूली की रिपोर्ट डीजीपी को सौंपी है। आरोप है कि राय का सीनीयर आईपीएस अफसरों से संबंध है। झारखंड के एक-दो सीनीयर पुलिस अफसर का संरक्षण पाकर मैनेजर पिछले कई माह से दर्जन से ज्यादा कोयला कारोबारी से वसूली करता था।
धनबाद में कोयला तस्करी मामले में CID की रिपोर्ट से मैनेजर बेनकाब
सीआईडी की जांच में खुलसा हुआ है कि निरसा, पंचेत और मैथन ओपी एरिया में कोयले की बड़े पैमाने की तस्करी हो रही है। CID को जानकारी मिली है कि कोयला तस्करी कराने के पीछे मैनेजर राय, गोप सहित अन्य लोगों की भूमिका संदिग्ध है।धनबाद में कोयला तस्करी शुरू होने की जानकारी CID ने डीजीपी नीरज सिन्हा को रिपोर्ट भेजकर दी है। इसके आधार पर डीजीपी ने पूरे मामले कि जांच का आदेश बोकारो डीआईजी कन्हैया मयूर पटेल को दिया है। मामले में उनसे रिपोर्ट भी मांगी गई है।
बताया जाता है कि सीआईडी मुख्यालय को विभिन्न माध्यमों से सूचना मिली थी कि धनबाद में बड़े पैमाने पर कोयला तस्करी शुरू हुई है। CID मुख्यालय ने एक टीम का गठन कर मामले की जांच शुरू की।रांची CID की टीम में एसपी, डीएसपी व इंस्पेक्टर शामिल थे। आरोप है कि परमेश्वर राय उर्फ मैंनेजर राय का कई राजनीतिज्ञों व पुलिस अफसरों से मधुर संबंध रहे हैं। वर्ष 2019 में समाजसेवी का चोला पहनकर वह बीजेपी में भी शामिल हो गया।