- वाशरी चलाने के लिए बीसीसीएल उत्पादित कोयला की सप्लाई करेगी
- बिजली भी उपलब्ध करायेगी
धनबाद। BCCL अपनी इनकम बढ़ाने के लिए अब कोल वाशरियों का मोनेटाइजेशन करेगी। इसके लिए बीसीसीएल वाशरी डिविजन ने दुग्दा, महुदा, मधुबन व सुदामडीह वाशरी को चिह्नित किया है। पहले केवल दुग्दा कोल वाशरी चिह्नित किया गया था। अब इसमें तीन और वाशरी जोड़ दिया गया है। इन वाशरियों का संचालन बीसीसीएल अब आउटसोर्सिंग कंपनी के माध्यम से करेगी।
दुग्दा, महुदा, मधुबन व सुदामडीह वाशरियों को लीज पर देने की तैयारी कर ली गई है। लीज पर देने का मतलब यह है कि आउटसोर्सिंग कंपनी को बैंक गारंटी लेने में सुविधा होगी।आसानी से लोन मिल सकेगा। इन चारों कोल वाशरी का प्रस्ताव तैयार कर बीसीसीएल बोर्ड आफ डायरेक्टर के पास दिसंबर के पहले सप्ताह में रखा जायेगा। अनुमति मिलते ही इस पर आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। मैनेजमेंट इन चारों वाशरी मोनेटाइजेशन करने को लेकर सलाहकार नियुक्त पर भी जोर दे रही है।
कोयला बिजली उपलब्ध करायेगी BCCL
वाशरी चलाने के लिए BCCL उत्पादित कोल की सप्लाई करेगी। बिजली भी उपलब्ध करायेगी। बीसीसीएल मैनेजमेंट इसके लिए सुविधाजनक ड्राफ्ट तैयार कर रही है। बीसीसीएल वाशरी डिवीजन जीएम सत्येंद्र कुमार के अनुसार नौ कोल वाशरी हैं। इनमें दो वाशरी बंद है। तीन नए कोल वाशरी निर्माणाधीन है।
घाटा से मुनाफे में आई वाशरी
वाशरी डिवीजन के जीएम के अनुसार पहली तिमाही तक वाशरी ने करोड़ों तक घाटा किया था। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की रिपोर्ट नवंबर में आने के बाद वाशरी ने 234 करोड़ का मुनाफा किया है। और मुनाफा में कैसे लाए जाए इस पर लगातार अध्ययन किया जा रहा है।
डेढ़ लाख टन वाश कोल का प्रोडक्शन
बीसीसीएल सीएमडी समीरण दत्ता का कहना है कि वाशरी से हर माह डेढ़ लाख टन वाश कोल का प्रोडक्शन करता है। उत्पादित कोयला स्टील सेक्टर में आपूर्ति की जाती है। प्रति टन 12,700 से 16,700 रुपये वाश कोल की कीमत है। करीब 32 लाख टन रिजेक्ट कोल पड़ा है। इसकी बिक्री को लेकर कोल मिनिस्टरी से अनुमित मांगी गई है। बीसीसीएल की वाशरी काफी पुरानी हो गई है। दुग्दा, महुदा, मधुबन व सुदामडीह वाशरी का मुद्रीकरण किया जायेगा। कंपनी कोयला सप्लाई करेगी। प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।