Dhanbad : DC ने की शिक्षा, कृषि, सहकारिता, भवन निर्माण, भवन निगम सहित अन्य विभागों की समीक्षा
वरुण रंजन की अध्यक्षता में जिले की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए शिक्षा विभाग से संबंधित योजनाओं की समीक्षा समाहरणालय सभागार में की गई।
- ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर ही बनायें अटेंडेंस
- छात्रों का जाति प्रमाण पत्र बनाने में नहीं बरतें कोताही
- स्कूलों में सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश
धनबाद। वरुण रंजन की अध्यक्षता में जिले की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए शिक्षा विभाग से संबंधित योजनाओं की समीक्षा समाहरणालय सभागार में की गई।
यह भी पढ़ें:Dhanbad: पवित्रम मातृ शक्ति ने मनाया सावनोत्स्व
बैठक में डीसी ने प्रखंड वार विभिन्न स्कूलों की स्थिति, छात्रों की उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, मध्यान भोजन की गुणवत्ता, जिला अंतर्गत विभिन्न मॉडल स्कूल की स्थिति, छात्रों के जाति प्रमाण पत्र बनाने, छात्रवृत्ति, बैंक खाता खोलने की स्थिति, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, ई विद्या वाहिनी में शिक्षक छात्र की उपस्थिति, भवन निर्माण एवं मरम्मति सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन, उत्कृष्ट विद्यालयों में नामांकन, किचन गार्डन, पोषण वाटिका, विद्यालयों का विलय समेत अभी तक हुई प्रगति आदि की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिये।
ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर ही अटेंडेंस बनायें
डीसी ने ई-विद्यावाहिनी पर शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति का उपायुक्त ने प्रखंड वार समीक्षा की। उन्होंने ई विद्या वाहिनी पर छात्रों और शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को लेकर पदाधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जो भी शिक्षक ई वाहिनी पोर्टल पर अटेंडेंस नहीं बनाते हैं वैसे शिक्षकों पर कार्रवाई की जायेगी। डीसी ने कहा कि समय-समय पर जिला से विद्यालयों में औचक निरीक्षण के लिए टीम जाएगी और जांच करेगी कि शिक्षक विद्यालय में मौजूद है या नहीं। जांच के क्रम में बिना छुट्टी लिए अनुपस्थित पाये गये शिक्षकों पर कार्रवाई की जायेगी।
छात्रों का जाति प्रमाण पत्र बनाने में नहीं बरतें कोताही
बैठक में डीसी वरुण रंजन ने छात्रों के जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने की समीक्षा की। इस दौरान डीसी ने प्रखंड वार स्कूलों में नामांकित बच्चों और जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए प्राप्त आवेदन और निष्पादन की जानकारी प्राप्त की। समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि वैसे प्रखंड जहां ज्यादा संख्या में आवेदन लंबित हैं, उनका जल्द से जल्द निष्पादन किया जाए। संबंधित बीइइओ को डीसी ने गंभीरता से कार्य करते हुए आवेदनों का निष्पादन करने का निर्देश दिया है।
शत प्रतिशत विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति योजना का मिले लाभ
वहीं छात्रवृत्ति योजना की समीक्षा करते हुए डीसी द्वारा शत प्रतिशत विद्यार्थियों की सूची पोर्टल पर एंट्री का कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने अगस्त माह तक सभी योग्य विद्यार्थियों की सूची को ऑनलाइन एंट्री करने का लक्ष्य निर्धारित कर छात्रवृत्ति से आच्छादित करने का निर्देश दिया।
स्कूलों में सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराएं
उन्होंने जिले के सभी स्कूलों में टैप वाटर कनेक्शन, शौचालय, बिजली, विद्यालय किट की उपलब्धता की स्थिति की जानकारी लेते हुए संबंधित पदाधिकारियों को जल्द से जल्द सभी व्यवस्थाएं मुहैया कराने का सख्त निर्देश दिया। वहीं डीसी ने समीक्षा बैठक के दौरान बच्चों की गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई और कोर्स पूरा करने पर ध्यान देने को विशेष निर्देश शिक्षकों और शिक्षा पदाधिकारियों को दिया।
विलय हो चुके विद्यालय भवन में संचालित होंगे भवन विहीन आंगनबाड़ी केंद्र
जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार ने बताया कि जिले में कुल 137 विद्यालयों का विलय हो चुका है जिसमें 56 विद्यालय भवन प्रयोग के लायक है। डीसी ने प्रयोग लायक भवन में भवन विहीन आंगनबाड़ी केंद्र शिफ्ट करने की बात कही।
बैठक में डीडीसी शशि प्रकाश सिंह, जिला शिक्षा अधीक्षक सह जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार समेत जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहे
कृषि, गव्य, पशुपालन, मत्स्य, सहकारिता एवं भूमि संरक्षण विभाग से संबंधित योजनाओं की समीक्षा
डीसी वरुण रंजन की अध्यक्षता में कृषि, गव्य पशुपालन, मत्स्य, सहकारिता एवं भूमि संरक्षण विभाग से संबंधित योजनाओं और उनके प्रगति से जुड़े कार्यों की समीक्षा समाहरणालय सभाकक्ष में की गयी। बैठक में ऋण माफी योजना, पीएम किसान योजना, केसीसी, बीज वितरण, पैक्स, गोदाम निर्माण, फसल रहता, सुखाड़ राहत, रंगीन मछली इकाई, केज कल्चर, मछली एवं बत्तख पालन, तालाब जीर्णोद्धार योजना, डीप बोरिंग, मशरूम उत्पादन, फलदार वृक्ष और फूलों की खेती, लाभुकों के चयन, पशु चिकित्सालय, बकरा एवं शूकर विकास, गौ वितरण, डेयरी समेत कई योजनाओं की समीक्षा की।
डीसी ने लक्ष्य से पीछे रहने पर सभी पदाधिकारियों को हर हाल में इस माह के अंत तक योजनाओं के लाभ लाभुकों को स्वीकृत करने को कहा। उन्होंने ऋण माफी योजना में लंबित लाभुकों को जल्द से जल्द ई-केवाईसी करवाकर योजना का लाभ पहुंचाने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना कृषकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अग्रणी जिला प्रबंधक से समन्वय स्थापित कर लंबित किसान क्रेडिट कार्ड के आवेदनों को यथाशीघ्र स्वीकृत करने का निर्देश दिया, ताकि कृषकों को ससमय इसका लाभ उपलब्ध कराया जा सके।
डीसी वरुण रंजन ने कहा कि मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत पशुपालकों को लाभ पहुंचाने के जिला पशुपालन विभाग का सबसे प्रमुख काम है। इसके लिए जिला गव्य विकास पदाधिकारी को इस योजना के संबंध में कृषि मित्रों के सहयोग से व्यापक जागरूकता अभियान चलाकर लाभुकों से आवेदन प्राप्त करें। उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को अधिक से अधिक पशुपालकों को इस योजना का लाभ प्रदान करने का निर्देश दिया।
जिला उद्यान विभाग की ओर से चल रही योजनाएं जैसे, मिर्चा की खेती, अदरक की खेती, खुले वातावरण में फूलों की खेती, गुणवत्ता युक्त सब्जी, फूल, फल की खेती, गृह वाटिका के स्थापना, सब्जी की खरीफ एवं रबी खेती, मशरूम उत्पादन, मशरूम प्रशिक्षण, टिशू कल्चर केला की खेती, कीट रहित सब्जी उत्पादन इकाई, मसाला की खेती, सुगंधित पौधों की खेती, सिंचाई सुविधा समेत कई योजनाओं की समीक्षा की गई। डीसी वरुण रंजन ने इस माह के अंत तक सभी लाभुकों से आवेदन प्राप्त कर योजना से लाभान्वित करने का निर्देश दिया।
बैठक में कृषि पदाधिकारी शिव कुमार राम, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी श्री मधुकर शुक्ला, जिला सहकारिता पदाधिकारी रुमा झा, जिला उद्यान पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक निर्मल पांडेय, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ आलोक कुमार सिन्हा, जिला मत्स्य पदाधिकारी उषा किरण समेत कई अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
भवन निर्माण, भवन निगम सहित अन्य विभागों की समीक्षा
डीसी सह जिला दंडाधिकारी श्री वरुण रंजन ने आज भवन निर्माण, भवन निर्माण निगम लिमिटेड, लघु सिंचाई सहित अन्य विभागों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने आवासीय योजना, खाद्य आपूर्ति व स्वास्थ्य विभाग में किया जा रहा निर्माण, सेल टैक्स विभाग, मत्स्य विभाग, झरिया व टुंडी में निर्मित डिग्री कॉलेज, मल्टीपरपज परीक्षा केंद्र,आवासीय विद्यालय, मॉडल स्कूल टुंडी, पीएचसी फुलारीटांड, एकलव्य विद्यालय, बालिका आवासीय विद्यालय, तालाब निर्माण, अमृत सरोवर सहित अन्य विभागीय योजना की समीक्षा की।
डीसी ने सभी योजनाओं को समय पूरा करने, विधि व्यवस्था या भूमि से संबंधित समस्या आने पर वरीय पदाधिकारियों से संपर्क करने का निर्देश दिया।
बैठक में भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता चंदन कुमार, भवन निर्माण निगम लिमिटेड के कनीय अभियंता समीर तिर्की, अमर कुमार, लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता तरुण दास व अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।