धनबाद: IIT ISM का 41 वां दीक्षांत समारोह 13 और 14 अगस्त को, निरसा कैंपस में बनेगा आर्टिफिशियल माइंस
IIT ISM का निरसा कैंपस स्किल सेंटर व रिसर्च पार्क बनेगा। आइएसएम के इस दूसरे कैंपस में रिसर्च के साथ ही प्रतिभाओं को तराशने का काम होगा। आइआइटी के डायरेक्टर में निदेशक प्रो राजीव शेखर ने प्रशासनिक भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में यह बात कही।
धनबाद। IIT ISM का निरसा कैंपस स्किल सेंटर व रिसर्च पार्क बनेगा। आइएसएम के इस दूसरे कैंपस में रिसर्च के साथ ही प्रतिभाओं को तराशने का काम होगा। आइआइटी के डायरेक्टर में निदेशक प्रो राजीव शेखर ने प्रशासनिक भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि निरसा कैंपस में 67 एकड़ की बाउंड्री बन रही है। कुछ अतिक्रमण किया गया है। इसमें फायर ब्रिक्स की फैक्ट्री और कुछ सरकारी संस्थाएं भी शामिल हैं। इसी तरह लगभग 160 एकड़ के भूखंड में कुछ प्राइवेट जमीन भी है। इसका भी निपटारा किया जा रहा है। अपने वाले दिनों में निरसा केंद्र स्किल और रिसर्च का श्रेष्ठ केंद्र होगा। इसी अनुरूप इसे बनाया जा रहा है। यहां एक आर्टिफिशियल माइंस भी बनाया जायेगा। यह एक तरह से वास्तविक अंडरग्राउंड माइंस की तरह ही होगा। पहले हम यहां सभी मानकों को परखेंगे, प्रयोग करेंगे, इसके बाद असली माइंस में प्रयोग या रिसर्च पर काम होगा।
दीक्षांत समारोह में गवर्नररमेश बैस होंगे चीफ गेस्ट
आइआइटी आइएसएम का 41वां दीक्षांत समारोह 13 और 14 अगस्त को पेनमैन आडिटोरियम में होगा। झारखंड के गवर्नर रमेश बैस 13 को और 14 को टाटा स्टील न्यू टेक्नोलाजी बिजनेस के वाइस प्रेसिडेंट डा.देवाशीष भट्टाचार्य चीफ गेस्ट होंगे। 13 व 14 अगस्त को दो दिन दो सेशन 2019-20 व 2020-21 के स्टूडेंट्स को डिग्री मिलेगी। 13 को सत्र 2019-20 के 1978 छात्रों और 14 अगस्त को सेशन 20-21 के 1659 स्टूडेंट्स को डिग्री दी जायेगी। स्टूडेंट्स के लिए ड्रेस कोड भी जारी कर दिया गया है। दोनों सेशन में साढ़े तीन हजार से अधिक स्टूडेंट्स को डिग्री मिलेगी। सत्र 2019-20 के लिए बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र हिमांशु भूषण संधिविग्रह को प्रेसीडेंट गोल्ड मेडल मिलेगा। हिमांशु को 9.73 ओजीपीए मिला है। बीटेक में ओवरआल टापर हैं।
अजीत कुमार को प्रेसीडेंट गोल्ड मेडल
वर्ष 2020-21 के लिए बीटेक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के स्टूडेंट अजीत कुमार को प्रेसीडेंट गोल्ड मेडल दिया जायेगा। अजीत को 9.7 ओजीपीए मिला है। अजीत भी बीटेक में ओवरआल टापर बने हैं। दीक्षांत समारोह में दोनों सेशन के 114 स्टूडेंट को गोल्ड मेडल व 19 छात्रों (सेशन 2019-20 में नौ व सत्र 2020-21 में 10) को सिल्वर मेडल मिलेगा। मैनेजमेंट ने दोनों सेशन के लिए मेडल पाने वाले स्टूडेंट्स की लिस्ट जारी कर दी है। दोनों सेशन के कुल 167 छात्र-छात्राओं को विभिन्न मेडल (स्पांसर मेडल सहित) मिलेंगे। सेशन 2020 में एमटेक के विभिन्न कोर्स में 31 व सत्र 2021 में एमटेक के 28 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल मिलेगा।
हाल में जारी रैंकिंग में आइआइटी को परसेप्शन में कम अंक मिला। डायरेक्टर ने इसमें सुधार करने और भावी योजनाओं पर चर्चा की।परसेप्शन सुधार के लिए भी कई कदम उठाये जा रहे हैं।
इकोनाॅमिस्ट फाइनेंस, साॅफ्टवेयर, इंजीनियरिंग साइंस कोर्स समेत लगभग 13 कोर्स अनिवार्य।
ओपन इलेक्टिव का नियम लागू किया गया है, कोर्स ब्रेक कर छात्र किसी दूसरे विभाग से भी कोर्स कर सकते हैं।
डबल मेजर प्रोग्राम के तहत एक वर्ष एक्सट्रा देकर डबल बीटेक किया जा सकेगा।
पीएचडी में बदलाव किया गया है। टाप जर्नल में प्रकाशन जरूरी, पीएचडी का एग्जामिनर भी क्यूएस-200 रैंकिंग में होना चाहिए।
फैकेल्टी और छात्र का अनुपात कम है, इसमें सुधार करना है।
पेटेंट पब्लिश और पेटेंट ग्रांट को बढ़ावा देना है।