Dhanbad News: कोल इंडिया, रिटायर्ड स्टाफ, बीसीसीएल अफसर पीआरपी, जेएमएम लीडरों पर गंभीर आरोप, शहरी जलापूर्ति योजना जल्द ही डीएमसी
कोल इंडिया में इमरजेंसी वर्क के लिए रिटायर्ड विद्युत पर्यवेक्षक एचईएमएम ऑपरेटर व पैरा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति हो सकेगी। कोल इंडिया के अफसरों को 19 अक्टूबर तक को पीआरपी का भुगतान हो जायेगा। ज्ञान मुखर्जी रोड के रहने वाले गौतम सेन गुप्ता ने जेएमएम के जिलाध्यक्ष रमेश टूडू, जेएमएम के देबू महतो कल्याण भट्टाचार्य पर भाई को जान से मारने और जमीन हड़पने का आरोप लगाया है।
धनबाद। कोल इंडिया में इमरजेंसी वर्क के लिए रिटायर्ड विद्युत पर्यवेक्षक एचईएमएम ऑपरेटर व पैरा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति हो सकेगी। कोल इंडिया के अफसरों को 19 अक्टूबर तक को पीआरपी का भुगतान हो जायेगा। ज्ञान मुखर्जी रोड के रहने वाले गौतम सेन गुप्ता ने जेएमएम के जिलाध्यक्ष रमेश टूडू, जेएमएम के देबू महतो कल्याण भट्टाचार्य पर भाई को जान से मारने और जमीन हड़पने का आरोप लगाया है।
Coal INDIAअपने रिटायर स्टाफ को आधे वेतन पर बहाली करेगी
कोल कंपनिया स्टेच्यूटरी, एसेंशियल, क्रिटिकल के काम के लिए दो साल के लिए रिटायर कर्मियों (नन एग्जीक्यूटिव) की सेवा ले सकती हैं। कोल इंडिया एफडी ने कई शर्तों के साथ स्वीकृति दी है। ऐसे कर्मियों को एक-एक साल के लिए दो टर्म की सेवा ली जा सकती है।स्वीकृत पद के एक निश्चित अनुपात में रिटायर कर्मी रखे जा सकते हैं। इसके अलावा बहाली, आउटसोर्सिंग तथा माइन क्लोजर से सरप्लस कर्मियों के उपयोग का भी विकल्प दिया गया है। रिटायर कर्मियों की सेवा के लिए कोल इंडिया ने टर्म एंड कंडीशन से संबंधित गाइडलाइन जारी किया है। पारा मेडिकल, एचएमएम ऑपरेटर, इलेक्ट्रिकल सुपरवाइजर जैसे पदों पर रिटायर कर्मियों को रखा जा सकता है। अन्य स्टेच्यूटरी पोस्ट पर भी कोल इंडिया चेयरमैन से मंजूरी लेकर रिटायरकर्मियों की सेवा ली जा सकती है। रिटायर कर्मियों को लास्ट सेलरी का 50% पेमेंटहोगा। बहाली के लिए उम्र 65 वर्ष से नीचे होनी चाहिए। ऐसे स्टाफ जिन पर कार्यकाल के अंतिम तीन वर्षों में अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई हो, वार्षिक गोपनीय रेटिंग में वेरी गुड से नीचे हो, 10 वर्ष से अधिक अनधिकृत रूप से अनुपस्थित हो, डिसमिस किया गया हो, उन्होंने इस्तीफा दिया हो, अस्वस्थ हो, वीआरएस या एस एफ वीआरएस लिया हो उनकी नियुक्ति नहीं होगी। दुबारा एप्वाइंटमेंट के बाद भी स्टाफ 65 वर्ष की आयु तक ही सेवा दे सकते हैं। नियुक्ति से पूर्व मेडिकल बोर्ड द्वारा उनकी स्वास्थ्य जांच की जायेगी। विजिलेंस, विभागीय व सुरक्षा मंजूरी के बाद ही उन्हें नियुक्त किया जा सकेगा। इनकी एक-एक वर्ष के लिए अधिकतम दो बार ही नियुक्ति हो सकेगी। वहीं कार्य के दौरान हादसा होने पर आश्रित मुआवजा के हकदार होंगे।
मिलेंगी सुविधाएं
कंट्रेक्ट पर रखे गये स्टाफको 15 दिन की सवैतनिक छुट्टी वर्ष में मिलेगी। उन्हें सप्ताह में एक छुट्टी व साल में एक बार मेडिकल लीव भी दिया जायेगा। कार्य के दौरान चोटिल होने पर इलाज कि सुविधाएं नियमित कर्मचारियों की तरह ही मिलेगी। कार्य के दौरान निधन होने पर उन्हें घातक खदान हादसा में मृत कर्मचारियों की तरह ही मुआवजा दिया जायेगा। यह 15 लाख या तत्कालीन संशोधन के अनुसार होगा।
कोल अफसरों का पीआरपी का पेमेंट 19 अक्टूबर तक
कोल अफसरों के पीआरपी का पेमेंट 19 अक्तूबर तक हो जायेगा। सीआइएल ने कोल अफसरों के वित्तीय वर्ष 2018-19 के पीआरपी भुगतान का आदेश जारी कर दिया है। नोटिफिकेशन उस किट्टी फैक्टर की भी जानकारी दी गई है जिसके तहत पीआरपी का भुगतान किया जायेगा। इसी किट्टी फैक्टर के आधार पर बीसीसीएल व अन्य अनुषंगी कंपनियों के अधिकारियों का भी पीआरपी का भुगतान किया जायेगा।कोल इंडिया के इस आदेश से बीसीसीएल के लगभग दो हजार कोल अफसरों समेत कोल इंडिया एवं अनुषंगी कंपनियों के लगभग 18 हजार अफसर पीआरपी से लाभांवित होंगे।
दामोदर नदी से जेएनएनयूआरएम शहरी जलापूर्ति योजना जल्द ही डीएमसी को हैंडओवर हो जायेगा
दामोदर नदी से जेएनएनयूआरएम शहरी जलापूर्ति योजना जल्द ही डीएमसी को हैंडओवर हो जायेगा। इसके साथ ही यह जलापूर्ति म्यूनिशिपल के अधीन आ जायेगी। डीएमसी से ही संचालन और देखरेख का सारा खर्च उठायेगा। डीएसी कमिश्नर सत्येंद्र कुमार ने जल कोषांग को भी एक्टिव कर दिया है। इस डिपार्टमेंट के अफसरों को बुलाकर महत्वपूर्ण निर्देश दिया। कमिश्नर ने पूछा कि सिंदरी क्षेत्र में पानी कनेक्शन कितना है, यूजर चार्ज कितना आता है। इनकम और खर्च में कितना अंतर है।अफसरों ने कहा कि सिंदरी में लगभग तीन हजार पानी कनेक्शन है, लेकिन यूजर चार्ज। अफसर मंछली मेंटेनेंस खर्च नहीं बता सके। इससे कमिशनर भड़क गये। उन्होंने कहा जल माफिया हावी हैं। म्यूनिशिपल से लेकर पीएचईडी तक सब लिप्त हैं। कितना पैसा आ रहा है, कहां खर्च हो रहा है कोई हिसाब-किताब ही नहीं है। ऐसा नहीं चलेगा। उन्होंने निर्देश दिया कि पानी कनेक्शन, मासिक यूजर चार्ज, प्रतिमाह रखरखाव पर होने वाले खर्च का डिटेल प्रस्तुत करें। जिस जेई को जो भी काम दिया गया है, उससे वही काम लिया जाए। सिविल इंजीनियर सिर्फ सिविल का काम करेगा, जल कोषांग में इसके विशेषज्ञ जेई ही रहेंगे। इसी तरह हर विभाग के अलग-अलग जेई काम करेंगे। कमिश्नर ने कहा कि सिंदरी के बाद जामाडोबा का सुधार किया जायेगा। सुबह छह से आठ और शाम चार से पांच नियमित पानी मिले, इस पर जोर होगा।
वापस होगा गांव का कनेक्शन
जेएनएनयूआरएम शहरी जलापूर्ति योजना के तहत जामाडोबा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से 31 जलमीनारों से डेड़ लाख घरों को पानी मिलेगा। पेटिया बस्ती से दामोदरपुर तक 31 जलमीनार बनाये गये हैं। इनमें से कई जलमीनार ग्रामीण इलाकों में हैं। यहां पानी का कनेक्शन तक कर दिया गया है। कमिश्नर ने गांव में दिए पानी कनेक्शन की सूची बनाकर इसे पेयजल विभाग को सौंपने का निर्देश दिया। कनेक्शन के लिए जो भी फीस लिया गया है वो भी पेयजल विभाग को दे दिया जायेगा। नगर निगम सिर्फ कॉरपोरेशन में पानी की व्यवस्था देखेगा।
जहां बने हैं जलमीनार
सिंदरी पैकेज के अंतर्गत बीआइटी सिंदरी, रांगामाटी, कांड्रा, चासनाला, मोहलबनी से पानी की आपूर्ति जारी है। जामाडोबा से सियालगुदरी तक के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से कुल 31 जलमीनार जुड़े होंगे। इसमें पेटिया गांव, भागाबांध कॉलेज के सामने, केंदुआडीह कसियाटांड़, पुराना एजेंट का बंगला भागाबांध, बीसीसीएल कॉलोनी बिहीबादी, बोर्रागढ़ पुराना बंगला के निकट, पुटकी जीएम ऑफिस, सियालगुदरी, लोयाबाद, न्यू ड्रिप, टाटा सिजुआ, तेतुलमारी, कुस्तौर एरिया बीसीसीएल तेतुलमारी कॉलोनी, निचितपुर मैगजीन घर, बड़की बौआ, पहाड़पुर, दमकारा बरवा, कुर्मीडीह, भेलाटांड़, बगुला, सबलपुर, राजा तलाब, मंझलाडीह और दामोदरपुर।
जेमएम लीडरों पर और जमीन हड़पने का आरोप
धनबाद पुलिस स्टेशन एरिया के ज्ञान मुखर्जी रोड निवासी गौतम सेन गुप्ता ने जेएमएम के जिलाध्यक्ष रमेश टूडू, देबू महतो कल्याण भट्टाचार्य पर भाई को जान से मारने और जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने बाई की मर्डर की सीबीआई जांच की मांग की हैं। गौतम सेन गुप्ता ने जेएमएम नेताओं पर आरोप लगाया हैं कि जमीन माफियाओं से मिलकर ये लोग हीरापुर मौजा के प्लॉट नंबर 985, 986 रकबा 17 कट्ठा को हड़पने के लिए भाई अजीत सेन गुप्ता को शराब पिलाकर मर्डर किया। उल्टा हमें ही फंसा कर जेल भिजवाकर जमीन हड़प लिया गया। हमारे घर पर जेएमएम का झंडा लगाकर घर भी हड़पने की कोशिश किया गया।गौतम ने आरोप लगाया कि इन जमीन माफियाओं ने वर्ष 2019 की नौ सितम्बर को भाई अजित सेनगुप्ता की मर्डर करवा दी।इसमें कई पुलिस अधिकारी की मिलीभगत और लापरवाही है। उन्होंने कहा कि बाई की मर्डर के मामले में कंपलेन करने पर पूर्व एसएसपी ने भी गम्भीरता से नही लिया। उन्होंने कहा कि अभी भी इन जेएमएम नेताओं के द्वारा धमकी दी जाती हैं इसलिए राज्य सरकार से आग्रह है कि इसकी सीबीआई जांच करवाया जाय।
इधर जेएमएम के जिला अध्यक्ष रमेश टुडू ने गौतम के आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा की गौतम सेन गुप्ता के द्वारा आरोप लगाकर पार्टी की छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है।