धनबाद: कोविड-19 हॉस्पीटल की लापरवाही से हो रही है पेसेंट की मौत, अब प्रशासन कड़ा एक्शन की तैयारी में
धनबाद के कोविड-19 हॉस्पीटल (बीसीसीएल सेंट्रल) में लापरवाही से कोरोना संक्रमित पेसेंट की मौत हो रही है। जिले में अब तक 45 कोरोना पेसेंट की मौत हो चुकी है। एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने डीसी उमाशंकर सिंह को जांच रिपोर्ट दी है। इस रिपोर्ट के आधार पर सेंट्रल हॉस्पीटल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
- तीन सदस्यीय टीम की जांच रिपोर्ट के बाद जिला प्रशासन से स्वीकारी लापरवाही की बात
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के कोविड-19 हॉस्पीटल (बीसीसीएल सेंट्रल) में लापरवाही से कोरोना संक्रमित पेसेंट की मौत हो रही है। जिले में अब तक 45 कोरोना पेसेंट की मौत हो चुकी है। पहले जिला प्रशासन लापरवाही की बात मानने को तैयार नहीं था। कोविड-19 हॉस्पीटल में आक्सीजन सिलेंडर का पाइप फटने से पेसेंट की मृत्यु हुई थी तब जिला प्रशासन ने लापरवाही की बात से इन्कार कर मामले की लीपापोती की। अस्पताल के बाथरूम में गिरने से आरपीएफ के हवलदार की मौत मामले में लीपापोती की गई। अब जिला प्रशासन भी लापरवाही की बात स्वीकार कर रहा है।
एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने डीसी उमाशंकर सिंह को जांच रिपोर्ट दी है। इस रिपोर्ट के आधार पर सेंट्रल हॉस्पीटल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
तीन मेंबर वाली टीम ने की जांच
कोविड-19 हॉस्पीटल (सेंट्रल हॉस्पीटल) में लगातार मिल रही अव्यवस्था की कंपलेनसही पाई गई हैं। एसडीएम के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम ने शनिवार की देर रात डीसी उमाशंकर को कोविड हॉस्पीटल में व्याप्त खामियों से संबंधित 20 पन्नों की जांच रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में सामने आई कुव्यवस्थाओं को देखकर डीसी भी अचंभित हैं। मामले में अस्पताल के पांच डॉक्टर कार्रवाई के दायरे में है। इनपर एफआइआर भी दर्ज कराई जा सकती है।
हॉस्पीटल का अधिग्रहण कर सकता जिला प्रशासन
कोविड हॉस्पीटलके संचालन में मिली लापरवाही को देखते हुए अब इसे पूरी तरह जिला प्रशासन अधिग्रहण करने की तैयारी में है। डीसी उमाशंकर सिंह का कहना है कि सेंट्रल हॉस्पीटल स्थित कोविड-19 हॉस्पीटल कई खामियां मिली है। रिपोर्ट का आकलन किया जा रहा है कि किस पर क्या कार्रवाई हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल के संचालन में काफी लापरवाही मिली है। इसमें मैनेजमेंट के नोडल अफसर और डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई है। रिपोर्ट में चिकित्सकीय लापरवाही ऐसी मिली है कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो लोगों की जान भी जा सकती है। 15 से 20 प्वाइंट पर गंभीर रिपोर्ट है। सभी दोषियों पर बड़ी कार्रवाई करेंगे।
सेंट्रल हॉस्पीटल का संचालन नये तरीके से होगा
दूसरा एक्शन यह होगा कि सेंट्रल हॉस्पीटलल का संचालन नये तरीके से होगा। जिला प्रशासन आपदा नियमों के तहत न सिर्फ पूरे अस्पताल को बल्कि सभी मैन पावर का भी अधिग्रहण करेगी और उसके संचालन पर जिला प्रशासन खुद निगरानी रखेगी। पहले जिम्मेदारी तय नहीं थी। सीएमएस, डिप्टी सीएमएस, स्टोर व हमारे नोडल अफसरों के क्या रोल होंगे वो सब डिफाइन नहीं हुए थे। अब फिर से डिफाइन किया जायेगा। यह भी टारगेट रखा गया है कि हॉस्पिटल में वेंटीलेटर की संख्या बढ़ाई जायेगी।