धनबाद:एक्युज्ड नहीं पकड़ाया तो तिसरा ऑफिसर इंचार्ज का कहर, आरोपित के मां, बाप और बहन को भेजा जेल

तिसरा पुलिस स्टेशन की पुलिस ने एक्युज्ड के नहीं पकड़ाने पर उसके माता-पिता व बहन को जेल भेज दिया है। तिसरा पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज बालाजी राजहंस की इस कार्रवाई से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहा है। हलांकि पुलिस का भी अपना तर्क है एक्युज्ड को भगाने में परिजनों का हाथ है।

धनबाद:एक्युज्ड नहीं पकड़ाया तो तिसरा ऑफिसर इंचार्ज का कहर, आरोपित के मां, बाप और बहन को भेजा जेल
  • पुलिस का आरोप आरोपी आनंद वर्मा को भगाने में उनके पिता महेश मां गीता व बहन पम्मी का हाथ 

धनबाद। तिसरा पुलिस स्टेशन की पुलिस ने एक्युज्ड के नहीं पकड़ाने पर उसके माता-पिता व बहन को जेल भेज दिया है। तिसरा पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज बालाजी राजहंस की इस कार्रवाई से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहा है। हलांकि पुलिस का भी अपना तर्क है एक्युज्ड को भगाने में परिजनों का हाथ है।
क्या है मामला
बैंक ऑफ इंडिया के पीछे रहने वाले महेश वर्मा के पुत्र आनंद वर्मा के खिलाफ तिसरा पुलिस स्टेशन में मारपीट, रंगदारी के मामले में कांड संख्या 2/21 के तहत एफआइआर दर्ज है। पुलिस उसे कई दिनों से खोज रही थी। आनंद के नहीं मिलने पर पुलिस रविवार की रात उसके पिता महेश वर्मा, मां गीता देवी, बहन पम्मी देवी को अरेस्ट कर ली। कोर्ट में पेशी के बाद तीनों को सोमवार को जेल भेज दिया गया। 
पुलिस को सूचना मिली थी कि आनंद अपने घर में छुपा हुआ है। तिसरा पुलिस उसे पकड़ने पहुंची तो वह भाग निकला। पुलिस ने कहना है कि आनंद को भगाने में उनके पिता महेश,  मां गीता, बहन पम्मी का हाथ है। पुलिस रविवार की रात जब आनंद के घर में रेड मारी। उसके परिजन पुलिस से उलझ गये। इस क्रम में ऑफिसर इंचार्ज बालाजी राजहंस के मोबाइल को भी जमीन पटक दिया गया। मोबाइल टूट गया। इसके बाद पुलिस तीनों को अरेस्ट कर तिसरा पुलिस स्टेशन लायी। तीनों के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया गया। आज कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया। 
आनंद के खिलाफ कई पुलिस स्टेशन में एफआइआर
पुलिस का कहना है कि आनंद के खिलाफ तिसरा पुलिस स्टेशन के अलावा पाथरडीह, सुदामडीह आदि पुलिस स्टेशन में भी केस दर्ज हैं। पिछले दिनों तिसरा पुलिस स्टेशन के वारलेस सेट चोरी में भी आनंद का हाथ है। हालांकि बाद में वायरलेससेट को बरामद कर लिया गया। आनंद को पकड़ने के लिए पुलिस रेड कर रही है।उसे पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती बनी है। आनंद के पकड़े जाने के बाद कई तरह के मामले का खुलासा होगा। 
आनंद के परिजनों ने पुलिस के आरोप को नकारा
आनंद के परिजनों कहना है कि तिसरा पुलिस स्टेशन के ओसी बालाजा राजहंस का आरोप गलत है। आनंद जब घर में नहीं मिला तो वह गाली-गलौज करते हुए मारपीट की। झूठा आरोप लगाकार आनंद के पिता, उसकी मां और बहन को जेल भेजा गया है।पुलिस का व्यवहार गलत है। सीनीयर पुलिस अफसरों से कंपलेन की जायेगी।