कड़ी सुरक्षा में अंकिता का दाह संस्कार, DSP नूर मुस्तफा ने एक्युज्ड शाहरुख को बचाने का किया प्रयास
झारखंड के दुमका में कड़ी सुरक्षा के बीच अंकिता (17) का सोमवार सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया। उसके दादा ने उसे मुखाग्नि दी। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि DSP नूर मुस्तफा ने एक्युज्ड शाहरुख को बचाने का प्रयास किया।
- बीजेपी नेताओं डीएसपी के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग
दुमका। झारखंड के दुमका में कड़ी सुरक्षा के बीच अंकिता (17) का सोमवार सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया। उसके दादा ने उसे मुखाग्नि दी। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि DSP नूर मुस्तफा ने एक्युज्ड शाहरुख को बचाने का प्रयास किया।
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अंकिता हत्या कांड में जिस डीएसपी नूर मुस्तफ़ा के काम्यूनल भूमिका व अभियुक्त शाहरुख़ को बचाने के आरोप को लेकर लोग उबल रहे हैं,वह अधिकारी घोर आदिवासी विरोधी है, उस इलाक़े में कोयला,बालू, पत्थर चोरी के सरगनाओं का संरक्षक व हिस्सेदार रहा है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 29, 2022
इस सब का खुलासा हम थोड़ी देर में करेंगे।
कड़ी सुरक्षा में अंकिता की अंतिम यात्रा निकाली गई। उसकी मौत की खबर आई तो रविवार की सुबह जब दुमका में तनाव की स्थिति बन गई। दुकान-बाजार बंद हो गये। गुस्साए लोग सड़कों पर उतर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।प्रदर्शनकारियों ने दुमका-भागलपुर रोड को घंटों जाम रखा। इस विरोध प्रदर्शन में VHP, बजरंग दल, भाजपा के अलावा बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। लोगों ने बाजार भी बंद कराया। स्थिति तनावपूर्ण देखते हुए प्रशासन ने क्षेत्र में धारा 144 लगा दी है। सोमवार सुबह भी ऐसे ही हालात रहे। आरोपी शाहरुख को फांसी देने की मांग की गई। जरुआडीह स्थित अंकिता के घर से अंतिम यात्रा सोमवार सुबह निकली। आखिरी सफर में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। जिले के डिप्टी डेवलपमेंट कमिश्नर कर्ण सत्यार्थी, एसडीएम महेश्वर महतो पूरे समय नजर बनाए रखे। कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए सैकड़ों की संख्या में महिला और पुलिस बल तैनात ।
जिस अस्पताल की कुव्यवस्था पर मा. हाई कोर्ट ने यहां तक कह दिया कि इसे बंद क्यों नहीं कर देते?
— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 29, 2022
जहां पैरासिटामोल और सिरिंज तक नहीं हो, वहां गंभीर रूप से झुलसी बच्ची के बेहतर इलाज की कितनी अपेक्षा की जा सकती है?
और स्वास्थ्य मंत्री निर्लज्जता से कहते हैं कि इलाज में कोई कमी नहीं हुई।
घटना के विरोध में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने दुमका बंद बुलाया था।
डीएसपी नूर मुस्तफा के खिलाफ कार्रवाई की मांग
एक्स सीएम व बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने डीएसपी नूर मुस्तफा ने अभियुक्त शाहरुख को बचाने का किया प्रयास करने का आरोप लगाया है। बाबूलाल ने ट्वीट करते हुए कहा है कि अंकिता हत्याकांड में डीएसपी नूर मुस्तफा की कॉम्यूनल भूमिका व अभियुक्त शाहरुख को बचाने के आरोप को लेकर लोग उबल रहे हैं। वह अफसर घोर आदिवासी विरोधी हैं, उस इलाके में कोयला,बालू, पत्थर चोरी के सरगनाओं का संरक्षक व हिस्सेदार रहा है। इस सब का खुलासा जल्दी ही करेंगे।
FIR में नाबालिग की जगह बालिग लिखवा दिये जाने की बात
बाबूलाल ने कहा की खबरों के अनुसार, दुमका में अंकिता को जलाये जाने के मामले में वहां के डीएसपी नूर मुस्तफा ने शुरू से ही एक्युज्ड क्त शाहरुख हुसैन को बचाने का प्रयास किया। एफ़आइआर में नाबालिग की जगह बालिग लिखवा दिये जाने की बात खबरों में आ रही है। डीएसपी के खिलाफ दुमका समेत पूरे राज्य के लोगों में भारी आक्रोश है।डीएसपी के दुमका में रहते लोगों को न्याय की उम्मीद नहीं। बाबूलाल ने कहा है, सीएम हेमंत सोरेन जी, इससे पहले कि मामला और बिगड़े, इस षड्यंत्रकारी डीएसपी नूर मुस्तफ़ा पर एफ़आइआर दर्ज करा कर उसे जेल भिजवाइये।
अंकिता हत्या कांड में अभियुक्त शाहरुख़ को बचाने के प्रयास में निशाने पर आये डीएसपी नूर मुस्तफ़ा के आदिवासी विरोधी एवं कम्यूनल होने का यह एक प्रमाण है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 29, 2022
आदिवासियों के एक शोषक ज़ुल्फ़िकार पर एसटी एक्ट का मामला दर्ज हुआ।वह जेल गया।
मुस्तफ़ा ने 90 दिनों में चार्जशीट नहीं की।1/2 pic.twitter.com/CCj7wlhwvC
DSP नूर मुस्तफा को भी जेल भेजने की मांग
बाबूलाल ने कहा कि आदिवासियों के एक शोषक ज़ुल्फ़िकार पर एसटी एक्ट का मामला दर्ज हुआ। वह जेल गया। मुस्तफ़ा ने 90 दिनों में चार्जशीट नहीं की, इसी आधार पर ज़ुल्फ़िकार को बेल मिल गया। इसके बाद डीएसपी नूर मुस्तफ़ा ने उसके जेल से निकल जाने के कुछ देर बाद चार्जशीट कर दिया। आदिवासियों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वाले सीटीबाज सीएम हेमंत सोरेन अब बताएं कि ऐसे अफ़सर को जेल में होना चाहिये या नहीं।
सरकार की दोहरी मानसिकता देख रही है जनता: रघुवर दास
एक्स सीएम रघुवर दास ने ट्वीट करते हुए कहा- "इसे तुष्टीकरण नहीं कहें, तो क्या कहें! एक और हेमंत सरकार उपद्रवी नदीम को एयर एंबुलेंस से भेजकर सरकारी खर्च पर इलाज करवा रही है।दू सरी ओर झारखंड की बेटी अंकिता को उसी के हाल पर छोड़ दिया क्योंकि जिहादी मानसिकता वालों शाहरुख ने उसे जलाया था। जनता यह दोहरी मानसिकता देख रही है।"
नूर मुस्तफ़ा के बर्ख़ास्तगी तक हम चैन से नहीं बैठेंगे: निशिकांत दुबे
गोड्डा एमपी निशिकांत दुबे ने ट्वीट करते हुए कहा- "झारखंड में हम दुमका की बेटी को नहीं बचा पाए। मुख्यमंत्री जी और कुनबा पार्टी करते रहे। अब धारा 144 तथा आमलोगों को जेल भेजने व प्रताड़ित करने का खेल चल रहा है। जो राज्य की सरकार महिला के इज़्ज़त और सम्मान पर गंभीर ना हो पायी उस सरकार को जनता अब कभी गंभीरता से नहीं लेगी।अभियुक्तों की गिरफ़्तारी तथा नूर मुस्तफ़ा के बर्ख़ास्तगी तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।
मौत से पहले अंकिता ने पूरी घटना बयां की
रिम्स में एडमिट अंकिता ने मौत से कुछ ही घंटों पहले अपने साथ हुई बर्बरता की पूरी कहानी बयां की थी। उसने बताया कि घटना 23 अगस्त की सुबह पांच बजे के आसपास की है। मैं अपने कमरे में सो रही थी, अचानक कमरे की खिड़की के पास आग की लपटें देखकर मैं डर गई। जब मैंने खिड़की खोली तब देखा कि मोहल्ले का शाहरुख हुसैन हाथ में पेट्रोल का कैन लिए मेरे घर की तरफ से भाग रहा था। तब तक आग मेरे शरीर में भी लग चुकी थी। मुझे काफी जलन सी महसूस हो रही थी।
लड़कियों को झांसा देता रहता था शाहरुख
अंकिता ने बताया, ‘मैं सिर्फ यही देख पाई कि ब्लू टीशर्ट पहने, हाथ में पेट्रोल की कैन लिए शाहरुख भाग रहा था। ये वही शाहरुख था जो पिछले 10-15 दिन से मुझे परेशान कर रहा था। मोहल्ले में उसे आवारा किस्म के लड़के के रूप में सब जानते थे। उसका काम सिर्फ लड़कियों को परेशान करना। उन्हें अपने झांसे में लेकर इधर-उधर घुमाना था। अंकिता ने मौत से पहले के अपने बयान में कहा कि पिछले दस-पंद्रह दिन से वह मेरा पीछा कर रहा था। जब भी मैं स्कूल या ट्यूशन के लिए जाती, वह मेरा पीछा करता। हालांकि, मैंने कभी उसकी हरकतों को सीरियसली नहीं लिया, लेकिन उसने कहीं से मेरे मोबाइल का नम्बर जुगाड़ लिया था। उसके बाद अक्सर मुझे फोन करके मुझसे दोस्ती करने का दबाव बनाने लगा। अकिता के अनुसार, शाहरुख ने धमकी भी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे और मेरे परिवार वालों को मार देगा। मुझे उसकी हरकतों का अंदेशा तो था, लेकिन यह नहीं समझ पाई कि मेरे साथ ऐसा होगा। 22 अगस्त की रात उसने मुझे धमकी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे मारेगा। मैंने पापा को यह बात बताई तो उन्होंने कहा कि सुबह होने के बाद इस मामले का हल निकाला जायेगा। कोई इस समस्या का हल निकल पाता 23 अगस्त की सुबह शाहरुख ने पेट्रोल छिड़ककर मुझे जला डाला।
पुलिस कस्टडी में हंसता दिखा आरोपी
पुलिस कस्टडी में आरोपी हंसता हुआ दिखाई दिया। उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। पुलिस जब आरोपी को गिरफ्तार कर ले जा रही थी, तो वो हंसता हुआ दिखाई दिया। उसकी बॉडी लैंग्वेज से भी ऐसा नहीं लग रहा था कि उसे किसी तरह का अफसोस है।पुलिस कस्टडी में हंसता दिखा...आरोपी को अफसोस नहीं है। शाहरुख को पुलिस ने 23 अगस्त को ही अरेस्ट कर लिया था। वहीं पुलिस ने सोमवार 29 अगस्त को उसके सहयोगी पेट्रोल देने वाले उसके साथी छोटू खान को भी अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।
यह है मामला
दुमका टाउन एरिया के जरुआडीह में एकतरफा प्यार में विफल रहने के बाद शाहरूख हुसैन नाम के युवक ने 12वीं की छात्रा अंकिता पर बीते 23 अगस्त, 2022 ती तड़के पेट्रोल छिड़कर उसके ही घर में ही जला दिया था। अंकिता को गंभीर स्थिति में दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एडमिट कराया गया था। बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया था।अंकिता ने रविवार को दम तोड़ दिया। हालांकि पुलिस ने घटना के तुरंत बाद आरोपी शाहरुख को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। आरोपी शाहरुख युवती से एकतरफा प्यार करता था, लेकिन युवती उससे बात करना पसंद नहीं करती थी। आरोपी हमेशा युवती को परेशान करते रहता था. दोस्ती करने के लिए कई बार दबाव दिया, पर स्वीकार नहीं करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। इसी के आधार पर उसने घर में सोयी युवती के उपर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दिया था।