- BJP की आय 1917.12 करोड़ रुपये अैर 854.467 करोड़ रुपये खर्च हुआ
- कांग्रेस की आय 541.275 करोड़ रुपये व 400.414 करोड़ रुपये खर्च हुए
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने चुनाव आयोग के साथ पार्टियों की ओर से शेयर किये गये दस्तावेजों का हवाला देतेहुए उक्त आंकड़ा पेश किया। तृणमूल कांग्रेस ने 545.745 करोड़ रुपयेकी आय घोषित की है, जो आठ राष्ट्रीय दलों की कुल आय का 16.59 परसेंट है। इस तरह टीएमसी इस मामले मेंदूसरे नंबर पर है।
बीजेपी ने 2021-22 के दौरान 1917.12 करोड़ रुपयेकी आय घोषित की है। इसमें से 854.467 करोड़ रुपये यानी 44.57 प्रतिशत खर्च हुआ। कांग्रेस की कुल आय 541.275 करोड़ रुपये रही। जबकि 400.414 करोड़ रुपयेया 73.98 प्रतिशत खर्च हुआ। इलेक्शन कमीशन की ओर से आठ दलों भारतीय जनता पार्टी (BJP), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC), बहुजन समाज पार्टी (BSP), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्स वादी), अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (AITC) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPEP) को को राष्ट्रीय दर्जा दिया गया है।
इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए मिला चंदा
ADR की रिपोर्ट के अनुसार, TMC ने 268.337 करोड़ रुपयेखर्चकिए जो उसकी कुल आय का 49.17 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आठ राष्ट्रीय दलों मेंसे 4 (भाजपा, टीएमसी, कांग्रेस और एनसीपी) नेअपनी कुल आय का 55.09% या 1811.9425 करोड़ रुपये चुनावी बांड के जरिए दान से हासिल किए। BJP को 1033.70 करोड़ रुपये, TMC को 528.143 करोड़ रुपये, कांग्रेस को 236.0995 करोड़ रुपयेऔर NCP को 14 करोड़ रुपयेके इलेक्टोरल बॉन्ड से चंदा के तौर पर मिले।
दान का सबसे लोकप्रिय तरीका चुनावी बांड
ADR के RTI आवेदन के जवाब में SBI की ओर सेआंकड़े शेयर किए गए हैं। इसके अनुसार, 2021-22 मेंपार्टियों की ओर से 2673.0525 करोड़ रुपयेके चुनावी बॉन्ड मिले। इसमें से 67.79 प्रतिशत राष्ट्रीय दलों के पास आये। एडीआर के अनुसार, यहदेखा गया है कि चुनावी बांड 2020-21 के लिए भी राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को दान का सबसेलोकप्रिय तरीका बना है। अगर बीजेपी की बात करें तो उसकी आय 2020-21 के 752.337 करोड़ रुपये से 154.82 प्रतिशत या 1164.783 करोड़ रुपये बढ़कर 2021-22 में 1917.12 करोड़ रुपये हो गई।