झारखंड कांग्रेस में चार MLA ने बनाया गुट, पार्टी कोटे के मिनिस्टर को बताया बेकार

झारखंड की हेमंत सोरेन गवर्नमेंट में कांग्रेस कोटे के चारों मिनिस्टर्स के खिलाफ पार्टी के चार एमएलए ने मोर्चा खोल दिया है। जामताड़ा एमएलए डॉ इरफान अंसारी ने चारों मिनिस्टर खासकर हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता को नकारा व पार्टी विरोधी बताया है। बन्ना को पार्टी विरोधी बताया गया है। 

झारखंड कांग्रेस में चार MLA ने बनाया गुट, पार्टी कोटे के मिनिस्टर को बताया बेकार
  • पांच और MLA के समर्थन का दावा
 रांची। झारखंड की हेमंत सोरेन गवर्नमेंट में कांग्रेस कोटे के चारों मिनिस्टर्स के खिलाफ पार्टी के चार एमएलए ने मोर्चा खोल दिया है। जामताड़ा एमएलए डॉ इरफान अंसारी ने चारों मिनिस्टर खासकर हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता को नकारा व पार्टी विरोधी बताया है। बन्ना को पार्टी विरोधी बताया गया है। 
जामताड़ा एमएलए इरफान अंसारी जो पहले भी हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता के मुखर विरोधी हैं। सदन में भी उनका विरोध करते रहे हैं। इरफ़ान अंसारी के नेतृत्व में गुरुवार को चार एमएलए की बैठक जेएससीए स्टेडियम में हुई है। बैठक में उमाशंकर अकेला, नमन विक्सल कोंगारी और राजेश कच्छप उपस्थित थे। इरफ़ान ने दावा किया है की उनके साथ पार्टी के नौ एमएलए हैं। इरफान ने कहा कि वे लोग सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलने का समय मांगा है।
 जिस बिरादरी का एक प्रतिशत वोट नहीं, वह कर रहा नेतृत्व
एमएलए नमन विक्सल कोगाड़ी ने कहा कि दो साल कोरोना के कारण काम नहीं हुआ और अब गली-गली हमसे जनता सवाल पूछ रही है, जवाब मंत्रियों को देना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय भी हमारी बात नहीं सुन रहे हैं। एमएलए इरफान अंसारी ने कहा कि जिस बिरादरी का 1% वोट भी प्रदेश में नहीं है वह नेतृत्व कर रहा है। बाकी लोग पीछे पीछे कैसे चल सकते हैं। राजेश कच्छप ने कहा कि मंत्रियों के पास समय नहीं है, जनता का काम नहीं होगा तो कैसे काम चलेगा। उमाशंकर अकेला ने कहा कि बहुत हो गया अब सीधे राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल से बात करेंगे। न तो सरकार में कांग्रेस कोटे के मंत्री ठीक काम कर रहे हैं और ना ही संगठन में ठीक से काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी एमएलए अपने मिनिस्टर के काम से संतुष्ट नहीं है।अकेला ने कहा कि अब सीधे राहुल गांधी से ही कोई बात होगी।
रिजेक्टेड नेता को किया जा रहा है सेलेक्ट : इरफ़ान
इरफ़ान अंसारी ने कहा कि पार्टी में रिजेक्टेड नेता को सेलेक्ट किया जा रहा है। कांग्रेस कोटे के चारो मिनिस्टर नकारा हैं। मिनिस्टर बनाने में एक ही वर्ग का ख्याल रखा जा रहा है। एक भी मंत्री के काम से जनता खुश नहीं है। अब मंत्रिमंडल में युवाओं को मौका मिलना चाहिए। महंगाई को लेकर जो आंदोलन किया जा रहा है वह जमीनी आंदोलन नहीं है। जनाधार वाले लीडर को किनारे किया जा रहा है। इरफान से जब यह पूछा गया की और पांच एमएलए कौन हैं तो कहा कि समय आने पर बता दूंगा।
मिनिस्टर समय नहीं दे रहे अब बर्दास्त नहीं करेंगे : राजेश कच्छप
एमएलए राजेश कच्छप ने कहा कि हमारी ही पार्टी के मिनिस्टर हमें समय नहीं दे रहे हैं। कोई काम नहीं हो रहा है। छोटे-छोटे-छोटे काम के लिए इंतजार करना पड़ता है. अब बर्दास्त नहीं करेंगे. कहा कि हमलोग सरकार के खिलाफ नहीं है। लेकिन जब जनता का काम नहीं होगा तो कैसे काम चलेगा। ऐसे में हमलोग जनता के बीच क्या लेकर जायेंगे।
पार्टी प्रभारी नहीं सुनते हमारी बात : कोंगारी
एमएलए नमन विक्सल कोंगारी ने कहा कि एक तो पहले मिनिस्टर पार्टी कोटे के मंत्री कोई काम नहीं करते थे अब जो नये प्रभारी आये हैं वो भी हमारी बात नहीं सुनते। ऐसे में न तो हमारी सरकार में ही सुनी जा रही है और ना ही संगठन में। इसलिए हमलोग आलाकमान से ही अब बात करेंगे।
पार्टी फोरम पर रखें बात, मीडिया में नहीं : राजेश ठाकुर
झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि पार्टी का कोई एमएलए असंतुष्ट नहीं है। एमएलए आपस में बैठ कर बात कर सकते हैं। हमारा आतंरिक लोकतंत्र जिंदा है। किसी को कोई तकलीफ है तो मेरे संज्ञान में वो बात आनी चाहिए। सभी समस्याओं का निदान होगा। मीडिया में जाने के बजाय एमएलए को पार्टी फोरम पर बात रखनी चाहिए। ऐसी बातों को तवज्जो देने की जरुरत नहीं है.
परदे के पीछे एक युवा एमएलए
 वर्तमान में  कांग्रेस के एमएलए को महिला एमएलए का भी साथ मिला है। एमएलए का कहना है कि अपने मिनिस्टर से अधिक सीएम हेमंत सोरेन उनकी बात सुन रहे हैं। उनका काम भी कर रहे हैं। अपने मिनिस्टर से नाराज होकर मोर्चा खोलने वाले एमएलए सीएम से मिलने पहुंचे। सीएम हेमंत सोरेन पर दबाव बनाने की कोशिश में लगे हैं। उनको बताया कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय के खिलाफ उन्होंने मोर्चा खोल दिया है।जानकार सोर्सेज का कहना है कि विरोध में परदे के पीछे एक युवा एमएलए का हाथ है। वह एमएलए सरकार के करीबी हैं। वे संगठन  पर हावी होना चाह रहे हैं। कैबिनेट में भी अपने लिए बर्थ चाह रहे हैं। आर्थिक रुप से संपन्न इस एमएलए की लॉबिंग हर लेवल पर चल रहा है। मौके् पर वह दूसरे दल की से भी लाभ लेने का आरोप लगता रहा है।