Gangs of Wasseypur Dhanbad : धनबाद का आतंक बना गैंग्स्टर प्रिंस खान पर कसा शिकंजा, ED ने दर्ज की ECIR
कोयला राजधानी धनबाद का आतंक बना गैंग्स ऑफ वासेपुर का गैंगस्टर कुख्यात क्रिमिनल हैदर अली उर्फ प्रिंस खान की परेशानी बढ़ने वाली है। झारखंड में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कई चर्चित मामलों का इन्विस्टीगेशन कर रही ईडी ने अब धनबाद के कुख्यात अपराधी प्रिंस खान के खिलाफ इंफॉर्मेशन रिपोर्ट (ECIR) ईसीआईआर दर्ज की है। पुलिस रिकार्ड में फरार चल रहे प्रिंस खान पर इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस जारी है। ईडी अब रंगदारी से वसूले गये प्रिंस खान के पैसे और संपत्ति को जब्त करेगी।
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद का आतंक बना गैंग्स ऑफ वासेपुर का गैंगस्टर कुख्यात क्रिमिनल हैदर अली उर्फ प्रिंस खान की परेशानी बढ़ने वाली है। झारखंड में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कई चर्चित मामलों का इन्विस्टीगेशन कर रही ईडी ने अब धनबाद के कुख्यात अपराधी प्रिंस खान के खिलाफ इंफॉर्मेशन रिपोर्ट (ECIR) ईसीआईआर दर्ज की है। ईडी इन्विस्टीगेशन शुरु कर दी है।
50 केस एक साथ जोड़कर ईसीआईआर की दर्ज
ईडी ने धनबाद व आसपास के जिलों में प्रिंस खान के खिलाफ दर्ज 50 मामलों को एक साथ जोड़कर एक इंफोर्समेंट केस इंफार्मेशन रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज किया है। ये केस धनबाद को बम से उड़ाने की धमकी देने, बिजनसमैन, कारोबारियों को जान से मारने की धमकी देकर लेवी-रंगदारी वसूलने से संबंधित है।पुलिस रिकार्ड में फरार चल रहे प्रिंस खान पर इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस जारी है। धनबाद के वासेपुर का प्रिंस खान बहुत कम समय में क्राइम वर्ल्ड में चर्चित हो गया है। प्रिंस खान ने अपना ठिकाना संयुक्त अरब अमीरात में बना रखा है।प्रिंस खान की गिरफ्तारी के लिए झारखंड पुलिस ने इंटरपोल की भी मदद ली है।
संयुक्त अरब अमीरात से ही अपराध का साम्राज्य चला रहा प्रिंस खान
प्रिंस खान संयुक्त अरब अमीरात से ही अपराध का साम्राज्य चला रहा है। धनबाद व आसपास के बिजनसमैन,कंट्रेक्टर,डॉक्टर्स समेत अन्य लोगों मेंदहशत कायम कर रखा है।फायरिंग मर्डर कर प्रिंस के गुर्गों ने उसके नाम पर दहशत कायम कर रखा है। उसके नाम पर अब भी कोयलांचल से भारी मात्रा में लेवी-रंगदारी की वसूली हो रही है। पूर्व में उसने अपने गुर्गों से बम-गोली चलवाकर वीडियो जारी कर उसने पुलिस को कई बार चुनौती भी दे दी है। पुलिस इन्विस्टीगेशन में भी यह साबित हो चुका है कि प्रिंस खान ने क्राइम से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। अब मनी लॉंड्रिग मामले में ईडी सभी संपत्ति की कुंडली खंगालेगी।रंगदारी से वसूले गये प्रिंस खान के पैसे और संपत्ति को जब्त करेगी।
प्रिंस के सहयोगियों पर भी नजर
ईडी ने छानबीन में प्रिंस खान के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वालों को रडार पर रखा है। ईडी को शक है कि कुछ पुलिस अफसरों की मदद की, जिसके चलते उसने क्राइम करना जारी रखा और देश भी छोड़कर विदेश में शरण लिया है। ऐसे सहयोगियों ने प्रिंस खान की मदद से कितनी संपत्ति अर्जित की, ईडी उसका भी पता लगायेगी। प्रिंस खान ने धनबाद सहित देश के विभिन्न हिस्सों में क्राइम से कहां-कहां चल-अचल संपत्ति बनाई है, उसकी भी जानकारी ली जा रही है।
वर्ष 2021 में बनवा लिया था पासपोर्ट, पुलिस की लापरवाही हुई थी उजागर
प्रिंस खान तेजी से अपराध की दुनिया में चर्चित होने लगा था। वह फरार चल रहा था। उसने फरार रहने के दौरान ही वर्ष 2021 में अपना पासपोर्ट हैदर अली के नाम से बनवा लिया था। तब पासपोर्ट ऑफिस से धनबाद के बैंक मोड़ पुलिस स्टेशन पुलिस सत्यापन के लिए कागजात गये थे। पुलिस ने प्रिंस खान के विरुद्ध आपराधिक मामला रहते हुए उसके पक्ष में पुलिस सत्यापन रिपोर्ट दे दी थी, जिसके आधार पर उसे पासपोर्ट मिल गया था। उसी पासपोर्ट के आधार पर वह देश छोड़कर भागने में सफल रहा था।जब वह विदेश भाग गया, तब पूरे मामले की छानबीन हुई तो बैंक मोड़ पुलिस स्टेशन के तत्कालीन थानेदार पुलिस इंस्पेक्टर रणधीर कुमार व सब इंस्पेक्टर कालिका राम की लापरवाही उजागर हुई। सब इंस्पेक्टर कालिका राम सस्पेंड किये गये। वहीं पुलिस इंस्पेक्टर रणधीीर कुमार को शोकॉ़ज कर क्लीन चीट दे दी गयी है। जिला पुलिस की ओर से प्रिंस खान का पासपोर्ट रद्द करने की अनुशंसा की गई थी। उसका पासपोर्ट रद्द हो गया।
प्रिंस खान ने धनबाद के बड़े बिजनसमैन, कंट्रेक्टर व डॉक्टरों के अलावा अंडे और चाट-छोले के ठेले लगाने वालों से भी रंगदारी वसूली रहा है। धनबाद को बम से उड़ा देने की धमकी देने वाले और अभी दुबई में पनाह लिये प्रिंस खान के इंटरनेशनल आतंकवादी ग्रुप से संबंधों की जांच भी इंडिया गवर्नमेंट को करनी चाहिए। वह प्रिंस निःसंदेह इंटरनेशनल क्रिमिनल नेटवर्क का हिस्सा है। इसको लेकर बीजेपी के प्रवक्ता विनय कुमार सिंह ने भी एक्स पर पोस्ट किया है।
प्रिंस खान को गुर्गों ने नाम दिया है छोटे सरकार
प्रिंस खान आजकल धनबाद में आतंक का पर्याय बना हुआ है। बिजनसमैन कोयला कारोबारियों, डॉक्टर्स व अन्य संपन्न लोगों को धमकी देना और फायरिंग करवा दहशत फैलाना उसका शौक बन गया है। प्रिंस के गुर्गे कभी सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर, कभी चिट्ठी लिखकर तो वीडियो वायरल कर गोलीबारी की जिम्मेदारी भी लेते हैं। विभिन्न माध्यमों से जारी उनके गुर्गे संदेश देते फिर रहे हैं कि छोटे सरकार की बात मान जाओ, वरना जान से हाथ धो बैठोगे। वह पुलिस को भी खुली चुनौती दे रहे हैं।आतंक व दहशत फैलाने में उसने एक समय के चर्चित गैंग ऑफ वासेपुर के सरगना फहीम खान को भी पीछे छोड़ दिया है। धनबाद पुलिस बार-बार प्रिंस खान को अरेस्ट करने का आश्वासन तो देती है, लेकिन उसकी परछाईं तक का पता लगाने में नाकाम रही है।
पुलिस के दावे के विपरीत बढ़ रहा दबदबा
पुलिस कहती रही है कि जल्द ही प्रिंस खान को पकड़ लिया जायेगा, उसके ठिकानों की तलाश पूरी हो गयी है। इस दावे के विपरीत प्रिंस खान का दबदबा बढ़ता ही जा रहा है। कभी बिजनसमैन को धमकी, तो कहीं घर के बाहर फायरिंग. प्रिंस खान वीडियो जारी कर धनबाद के एसएसपी को चुनौती देते भी देखा गया है। उसकी इस हरकत से बजनसमैन वर्ग खौफ में है. एक धारणा बन गयी है कि जो क्रिमिनल पुलिस के बड़े अफसरको ललकार सकता है, वह आम लोगों के लिए तो काल बन कर ही सामने आयेगा। वह खुलेआम नाम लेकर कहता है कि अगला निशाना कौन होगा। कुछ हद तक निशाने पर वार भी करता है। लगभग सवा साल से प्रिंस खान पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। हालांकि पुलिस ने उसके कई गुर्गों को जेल भेजने में कामयाबी हासिल की है, लेकिन दहशत कायम है।