Gangs of Wasseypur : गैंगस्टर प्रिंस खान एंड फैमिली समेत 12 के खिलाफ FIR, दो नेम्ड आरोपी पुलिस कस्टडी में
कोयला राजधानी धनबाद के वासेपुर में गैंगस्टर फहीम खान के बेटे इकबाल खान व ढोलू मियां को गोली मारने के मामले में बैंक मोड़ पुलिस स्टेशन में शुक्रवार FIR दर्ज की गयी है। फहीम खान के छोटे बेटे जफर खान उर्फ साहबजादे ने अपने फूफा नासिर खान, फूफेरा भाई प्रिंस खान, गोपी खान, बंटी खान, गोडवीन खान, गोपी का साला रितिक खान, आजम खान, शाहिद रजा उर्फ डाकू, व काली शर्ट पहन कर आये शूटर सहित अन्य चार के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी है।
- गैंगस्टर फहीम खान के बेटे इकबाल गोली मारने मारने व ढोलू मियां के मर्डर मामले में ताबड़तोड़ रेड
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के वासेपुर में गैंगस्टर फहीम खान के बेटे इकबाल खान व ढोलू मियां को गोली मारने के मामले में बैंक मोड़ पुलिस स्टेशन में शुक्रवार FIR दर्ज की गयी है। फहीम खान के छोटे बेटे जफर खान उर्फ साहबजादे ने अपने फूफा नासिर खान, फूफेरा भाई प्रिंस खान, गोपी खान, बंटी खान, गोडवीन खान, गोपी का साला रितिक खान, आजम खान, शाहिद रजा उर्फ डाकू, व काली शर्ट पहन कर आये शूटर सहित अन्य चार के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी है।
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एफआइआर में उक्त लोगों पर गोली मारने व गोली मारकर मर्डर करने का आरोप लगाया है। वासेपुर में आरा मोड़ मटकुरिया स्थित शिव मंदिर रोड में तीन मई की रात घाघीडीह जेल में बंद गैंगस्टर फहीम खान के बेटे इकबाल खान और ढोलू मियां को गोली मार दी गयी थी। इसमें ढोलू की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि इकबाल का मिशन हॉस्पिटल दुर्गापुर में इलाज चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों शाहिद और आजम को अरेस्ट कर पूछताछ कर रही है। अन्य आरोपियों की खोज में पुलिस ताबड़तोड़ रेड कर रही है।
साहबजादे ने पुलिस को दिया फर्द बयान
मिशन हॉस्पिटल दुर्गापुर में साहबजादे ने बैंक मोड़ पुलिस को दिये गये अपने बयान फर्द बयान में बताया है कि तीन मई की रात 9.30 बजे दोस्त जिशान अहमद के साथ बाइपास रोड में था। सूचना मिली कि बड़े भाई इकबाल खान व नसीम खान उर्फ ढोलू खान को दो अज्ञात युवकों ने सफेद रंग की बाइक में आकर न्यू मटकुरिया रोड मंदिर ग्राउंड के पास गोली मार दी है। सूचना मिलते ही आनन फानन में घटनास्थल पर पहुंचे तो देखा कि दोनों खून से लथपथ थे। लोकल लोगों की मदद से दोनों को गाड़ी में बैठाकर अशर्फी हॉस्पिटल पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान ढोलू को मृत घोषित कर दिया।इकबाल को बेहतर इलाज के लिए दुर्गापुर रेफर कर दिया।
घायल इकबाल ने हॉस्पिटल जाने के दौरान दी जानकारी
साहेबजादे ने अपने बयान में बताया कि जब भाई इकबाल को इलाज के लिए हॉस्पिटल ला रहे थे, तभी रास्ते में उसने बताया कि रात नौ बजे निशात नगर निवासी आजम खान व कमर मखदुमी रोड नीचे मुहल्ला निवासी शाहिद रजा उर्फ डाकू, दोनों मुझसे जमीन के बारे में बात करने के लिए आरा मोड़ आये। बोले की बात करना है। यहां बात नहीं करेंगे, मंदिर ग्राउंड के पास चलिए। इसके बाद इकबाल, ढोलू व जावेद खान उर्फ सोनू के साथ 9.20 बजे मंदिर ग्राउंड पहुंचे। लगभग पांच मिनट के बाद वहां पर बाइक से हेलमेट पहने एक युवक आया जो काला शर्ट पहने हुए था। पीछे अरशद उर्फ ऋतिक बैठा था। हम लोग तीनों के पास पहुंचे। ऋतिक ने बाइक पर बैठे ही इकबाल के सीने पर गोली मार दी। इसके बाद वह जमीन पर गिर गया। जावेद खान उर्फ सोनू व ढोलू दोनों ने मिलकर ऋतिक को पकड़ लिया। काला शर्ट पहने हुए लड़के ने ढोलू को गोली मार दी। ढोलू भी जमीन पर गिर गया। दोनों ने चार-पांच राउंड गोली चलायी है। जहां गोली मारी है वहां तीन चार अन्य भी वहां मौजूद थे।
पहले भी दी थी गोली मारने की धमकी
वहीं इकबाल ने साहबजादे को बताया कि वे लोग हमलोगों का आरा मोड़ से ही रेकी कर रहे थे।आजम और शाहिद ने जमीन की बात में फंसाकर मंदिर ग्राउंड में बुलाया था। जहां ऋतिक ने हमको गोली मार दी। नन्हें मर्डर केस की गवाही को लेकर प्रिंस खान, गोपी खान, बंटी खान, गोडवीन खान व चारों के पिता नासिर द्वारा आपराधिक षड्यंत्र रचकर मेरे (इकबाल)ऊपर व ढोलू के उपर गोली चलायी गयी।साहबजादे का कहना है कि मेरा भाई इकबाल खान एवं ढोलू दोनों नन्हें मर्डर केस के मुख्य गवाह है। प्रिंस खान सहित उसके सभी भाई और पिता ने पहले भी गोली मारने की धमकी की थी। इसी कारण गोली मारी।
समझौता करने का प्रयास कर रहा था प्रिंस
वहीं इकबाल के भाई रज्जाक ने दुर्गापुर में पुलिस को बताया कि प्रिंस खान के भाई बंटी खान, गुडवीन ने चार-पांच माह पहले नन्हे मर्डर केस में समझौता के लिए हमलोगों को प्रोपोजल दिया था। लेकिन हम लोगों ने प्रोपोजल को ठुकरा दिया। उनलोगों ने हमारे वकील को भी समझौता करवाने का प्रोपोजल दिया था। नन्हे मर्डर केस में तीन लोगों ने गवाही दी थी, अन्य लोग भी उसमें गवाही देते। इसलिए उनलोगों ने पूरी योजना बनाई। हम हत्यारों को कानून के अनुसार सजा दिलाना चाहते हैं।
चार महीने पहले ही जेल से छूटा है ऋतिक
मर्डर केस में नेम्ड मुख्य आरोपी ऋतिक खान को प्रिंस एंड फैमिली का करीबी माना जाता है। वह गोपी खान का साला है। ऋतिक तीन-चार महीने पूर्व ही हजारीबाग जेल से बेल पर छूटा है। जेल से छूटने के बाद भी वह घर छोड़कर फरार था। कई बार प्रिंस खान के गुर्गों की तलाश के दौरान पुलिस ऋतिक को ढूंढ़ने गई थी पर वह पुलिस के हाथ नहीं आया है।
संभावित गैंगवार को ले वासेपुर में दहशत
फहीम के बेटे को गोली मारे जाने की घटना के बाद से वासेपुर के लोग डर के साये में जी रहे हैं। लोगों कोअब किसी बड़ी अनहोनी के होने का डर सताने लगा है। आशंका जताई जा रही है इकबाल पर हमला कई और लोगों की जान ले सकती है। वासेपुर में दिन-प्रतिदिन हो रही इस तरह की घटनाओं से आम जन परेशान हैं।
अब तक तो प्रिंस खान ने डर का माहौल पैदा किया था। वासेपुर के आम लोग प्रिंस की करतूत से भयभीत थे। हर दिन पुलिस प्रिंस के गुर्गों की तलाश में देर रात वासेपुर में रेड कर रही थी। वासेपुर में रहने वाले कई नौजवान भी पुलिस की नजर में संदिग्ध बने हुए थे। जिस पर भी संदेह होता पुलिस उसे उठाकर पूछताछ करती थी, ऐसे भय के माहौल में इकबाल पर गोली चलना वासेपुर के आम लोगों को और भी सकते में डाल दिया है।
आम लोगों के लिए एरिया हुआ मुश्किल
पहले फहीम खान, साबिर आलम के बीच गैंगवार फिर फहीम के भांजा प्रिंस खान की करतूत से परेशान लोग दबी जुबान से कहने लगे है कि सचमुच में शरीफ लोगों के लिए वासेपुर में इज्जत बचाना मुश्किल होने लगा। यहां करता कोई और है और भरता कोई और, जब भी वासेपुर में गोली चलती है, यहां रहने वाले कई आम लोग भी कुछ दिनों के लिए पुलिस जांच के घेरे में आ जाते हैं। वासेपुर में पढ़े-लिखे लोगों की संख्या काफी अधिक है। एरिया का काफी विकास हुआ है। वासेपुर के बेटे आइएएस, आइएफएस हैं। कई डॉक्टर, इंजीनियर, बीडीओ, सीओ, डीएसपी व अन्य रैंक के पुलिस अफसर हैं। लेकिन चंद लोगों के कारण वासेपुर बदनाम है।