जम्मू-कश्मीर : जम्मू में टेरर फंडिंग माड्यूल का भंडाफोड़, लश्कर के छह सहयोगी अरेस्ट
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जम्मू में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का टेरर फंडिंग माड्यूल का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक स्पेशल ऑपरेशन के दौरान जम्मू में आतंकियों की मदद कर रहे छह लोगों को अरेस्ट किया है।
जम्मू। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जम्मू में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का टेरर फंडिंग माड्यूल का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक स्पेशल ऑपरेशन के दौरान जम्मू में आतंकियों की मदद कर रहे छह लोगों को अरेस्ट किया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है। पुलिस की ओर से दावा किया जा रहा है कि इनसे पूछताछ के बाद और भी अरेस्टिंग की जा सकती हैं।
जम्मू के आइजी मुकेश सिंह ने मीडिया को बताया कि अरेस्ट किये गये सभी आरोपित लश्कर को मदद मुहैया कराते थे। उन्हें कुछ दिन पहले ही सोर्सेज से यह जानकारी मिली थी कि जम्मू में भी एक टेरर माड्यूल लश्कर के लिए काम कर रहा है।जानकारी के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी की टीम ने रणनीति बनाई। सूचना के आधार पर रेड कर मुदसिर फारूक भट को गिरफ्तार किया। आइजीपी ने कहा कि भट से सख्ती से पूछताछ की तो उसने और पांच लोगों के नाम बताए, जो उसके साथ इसमें शामिल थे।उनके नाम तौकीर अहमद भट, आसिफ भट, खालिद लतीफ भट, गाजी इकबाल और तारिक हुसैन मीर हैं। एसओजी की टीम ने रेड मारकर इन पांचों को अरेस्ट कर लिया है। प्रारंभिक जांच में सभी छह आरोपियों ने उनके लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन से संबंध होने की बात स्वीकार ली है। पूछताछ जारी है।
आइजीपी ने दावा किया कि जम्मू में इस संगठन से जुड़े और लोग भी हो सकते हैं। पूछताछ के आधार जम्मू में आतंकी संगठनों की मदद कर रहे इस पूरे नेटवर्क का जल्द भंडाफोड़ किया जायेगा और सभी देशद्रोहियों को सलाखों के पीछे ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कि लश्कर आने वाले दिनों में कुछ बड़ा करने की सोच रहा था।यह योजना 15 अगस्त को लेकर बनाई जा रही है या फिर किसी अन्य दिन, इस बारे में वह डिटेल साझा नहीं कर पायेंगे। अभी तक पूछताछ में यह पता चला कि जम्मू में काम कर रहे इस माड्यूल को कश्मीर घाटी में एक्टिव आतंकी संगठनों को अपनी गतिविधियां बढ़ान के लिए हर संभव मदद पहुंचाने की हिदायत दी गई थी। इनकी पूरी योजना क्या है, इस बारे में भी जल्द पता लगा लिया जाएगा। फिलहाल सुचना के आधार पर सुरक्षाबलों, और एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है।
उन्होंने ने बताया कि अरेस्ट किये गये सभी ओवरग्राउंड वर्कर डोडा के रहने वाले मोहम्मद नवीन भट उर्फ हारून उर्फ खुबीब के लिए काम करते हैं। हारून लश्कर का आतंकी है। वह वर्ष 1997 में संगठन शामिल हुआ और पाकिस्तान में टेनिंग पाने के लिए चला गया। हारून वापस डोडा लौटा और लश्कर की गतिविधियों में शामिल हो गया। हालांकि उसके बाद भी वर्ष 2006 में वह फिर पाकिस्तान चला गया और काफी वहीं से काम करने लगा।हारून ने ही जम्मू में इस नेटवर्क का निर्माण किया था जो पिछले दो-तीन वर्षों से लश्कर की गतिविधियों में भाग ले रहा था। इसी नेटवर्क में आबिद अहमद भट की भी भर्ती हुई परंतु सुरक्षाबलों ने वर्ष 2018 में उसे एक एनकाउंटर में मार गिराया। उसके बाद जमालदीन को संगठन में शामिल किया गया। वह भी वर्ष 2019 में सुरक्षाबलों द्वारा पकड़ा गया। वह अभी भी जेल में सजा काट रहा है।
आईजीपी जम्मू ने कहा कि इन सभी को आतंकी गतिविधियां चलाने के लिए बड़ी रकम दी जा रही थी। अटारी बार्डर समेत अन्य रूट के माध्यम से इन तक 12.5 लाख रुपये पहुंचाए गये। इस हवाला का कुछ लेनदेन मुंबई से तो कुछ इलेक्ट्रॉनिक मोड से किया गया। इस नेटवर्क की सहायता से लश्कर कश्मीर में ठप पड़ रही आतंकी गतिविधियों को तेज करने की योजना बना रहे थे। उन्होंने इसके लिए कुछ बड़ा भी सोच रखा था।