भारत बायोटेक अगले दूसरी तिमाही में लॉन्च कर सकती है कोवाक्सिन वैक्सीन
यदि भारतीय नियामकों की ओर से भारत बायोटेक के कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल जाती है तो कंपनी टीके को अगले साल की दूसरी तिमाही में लॉन्च कर सकती है।
- फेज थर्ड का ट्रायल शुरू करने जा रही है कंपनी
नई दिल्ली। यदि भारतीय नियामकों की ओर से भारत बायोटेक के कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल जाती है तो कंपनी टीके को अगले साल की दूसरी तिमाही में लॉन्च कर सकती है। कंपनी के अफसरों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अभी देशभर में फेज थर्ड के ट्रायल को सफलतापूर्वक पूरा करने पर फोकस है।
कंपनी ने कोवाक्सिन वैक्सीन को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के सहयोग से विकसित किया है। इसमें निष्क्रिय सार्स-कोव-2 वायरस का इस्तेमाल किया गया है। वायरस को आईसीएमआर लैब में अलग किया गया था।भारत बायोटेक के इंटरनेशनल एग्जीक्युटिव डायरेक्टर साई प्रसाद ने पीटीआई को बताया कि फेज 3 के प्रयोग के मजबूत डेटा और सबूतों के अलावा प्रभाव और सुरक्षा डेटा के बाद यदि हमें मंजूरी मिलती है तो हमारा लक्ष्य वैक्सीन को 2021 की दूसरी तिमाही में लॉन्च करना है।'वैक्सीन के प्रभाव को जांचने को तीन क्लीनिकल ट्रायल के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मंजूरी मिलने के बाद कंपनी ने फेज 3 के परीक्षण की प्रक्रिया शुरू की। इसके लिए रिक्रूटमेंट और डोज देने का काम नवंबर में शुरू होगा।
प्रसाद ने कहा कि '13-14 राज्यों में 25 से 30 स्थानों पर ट्रायल होगा, जिसमें वॉलंटियर्स को दो डोज दिये जायेंगे। हर हॉस्पिटल में लगभग दो हजार लोगों को टीका लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि टीके के विकास और नये मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में हमारा निवेश लगभग 350-400 करोड़ रुपये है। इसमें फेज अगले छह महीने तक फेज 3 के ट्रायल पर निवेश भी शामिल है।यह पूछे जाने पर कि वैक्सीन सरकार के हाथों बेचा जायेगा या प्राइवेट प्लेयर्स को? इसके जवाब में प्रसाद ने कहा कि 'हम सरकार और प्राइवेट प्लेयर्स दोनों को सप्लाई करने पर विचार कर रहे हैं। हम दूसरे देशों में सप्लाई के लिए भी शुरुआती बातचीत में हैं। वैक्सीन की कीमत अभी निर्धारित नहीं है, क्योंकि कंपनी अभी उत्पाद विकास की कीमत देख रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कंपनी का फोकस फेज 3 ट्रायल पर है।