जम्मू-कश्मीर:आर्मी के कैप्टन ने 20 लाख का इनाम पाने के लिए रची थी अमशीपोरा फर्जी एनकाउंटर, पुलिस चार्जशीट में खुलासा

आर्मी के कैप्टन बीस लाख रुपये की राशि का पुरस्कार हासिल करने के लिए शोपियां में पिछले साल जुलाई में कथित फर्जी एनकाउंटर की साजिश रची थी। कैप्टन ने दो लोगों के साथ मिल कर एनकाउंटर की साजिश रची जिसमें तीन लोग मारे गये थे। 

जम्मू-कश्मीर:आर्मी के कैप्टन ने 20 लाख का इनाम पाने के लिए रची थी अमशीपोरा फर्जी एनकाउंटर, पुलिस चार्जशीट में खुलासा
  • मामले में एक व्यक्ति गवाह बनकर मजिस्ट्रेट के समक्ष अपना बयान दर्ज करवाया 
  • पुलिस की सिट की तरफ से पेश की गई चार्ज शीट में 75 गवाहों व टेक्नीकल एवीडेंस
  • आरोपित लोगों का कॉल डाटा रिकार्ड व आर्मी के चार कर्मियों के बयानों का भी उल्लेख

जम्मू।आर्मी के कैप्टन बीस लाख रुपये की राशि का पुरस्कार हासिल करने के लिए शोपियां में पिछले साल जुलाई में कथित फर्जी एनकाउंटर की साजिश रची थी। कैप्टन ने दो लोगों के साथ मिल कर एनकाउंटर की साजिश रची जिसमें तीन लोग मारे गये थे। 
पुलिस चार्जशीट के अनुसार आर्मी जवानों ने एरया को घेरा हुआ था बावजूद लोगों पर गोली चलाई गई थी। आरोपी कैप्टन इस समय आर्मी की कस्टडी में है।सोसेर्ज के अनुसार आर्णी के कैप्टन के खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्रवाई हो सकती है। 
फरजी एनकाउंटप का यह मामला वर्ष 2020 की 18 जुलाई की है।शोपियां के अमशीपोरा में हुई एनकाउंटर में राजौरी के तीन लोग मारे गये थे। मरने वालों में इम्तियाज अहमद, अबरार अहमद और मोहम्मद इबरार शामिल थे। शोपियां के चीफ ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट की कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल हुई है। इसमें कैप्टन के अलावा दो अन्य लोगों की रोल भी है। मामले में एक व्यक्ति गवाह बन गया।उसने मजिस्ट्रेट के समक्ष अपना बयान दर्ज करवाया है।
सोशल मीडिया पर यह रिपोर्ट आई कि एनकाउंटर में मारे गये तीनों युवक आतंकी नहीं थे। इसके बाद आर्मी ने मामले की जांच के आदेश दिये थे। आर्मी की जांच पिछले साल सितंबर में पूरी हो गई थी। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया था कि आर्मी ने आमर्ड फोर्स स्पेशल पावर एक्ट का अधिक इस्तेमाल किया था। एनकाउंटर में मारे गये तीनों युवाओं के डीएनए टेस्ट किये गये थे।संबंधित परिवारों को बॉडी सौंप दिये गये थे।
आर्मी की 15 वी कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा था कि सबूतों की कार्रवाई पूरी हो गई है। कानून के तहत अगली कार्रवाई की जायेगी। जम्मू-कश्मीर पुलिस की सिट की तरफ से पेश की गई चार्ज शीट में 75 गवाहों का उल्लेख करते हुए टेक्नीकल सबूत पेश किये गये हैं। आरोपित लोगों का कॉल डाटा रिकार्ड है। चार्जशीट में आर्मी के चार कर्मियों के बयानों का भी उल्लेख है जो घटना के समय कैप्टन की टीम में शामिल थे।चार्जशीट के अनुसार कैप्टन सहित दो अन्य लोगों ने अपराध के सबूत मिटा दिये। गलत जानकारियां को आगे लाया। इसका मकसद बीस लाख रुपये की धनराशि का इनाम हासिल करना था।