तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले की अफवाह फैलाने के आरोप में जमुई का युवक अरेस्ट, चार पर FIR   

बिहार पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि तमिलनाडु में अप्रवासी बिहारियों के साथ हिंसा की अफवाह जानबूझकर साजिश के तहत फैलाई गई। इंटरनेट मीडिया पर सुनियोजित तरीके से भ्रामक और भड़काने वाले फोटो, वीडियो और मैसेज आदि डालकर लोगों के बीच भय का माहौल पैदा किया गया, जिससे लॉ एंड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न होने की संभावना है। 

तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले की अफवाह फैलाने के आरोप में जमुई का युवक अरेस्ट, चार पर FIR   
पटना। बिहार पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि तमिलनाडु में अप्रवासी बिहारियों के साथ हिंसा की अफवाह जानबूझकर साजिश के तहत फैलाई गई। इंटरनेट मीडिया पर सुनियोजित तरीके से भ्रामक और भड़काने वाले फोटो, वीडियो और मैसेज आदि डालकर लोगों के बीच भय का माहौल पैदा किया गया, जिससे लॉ एंड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न होने की संभावना है। 
पुलिस हेडक्वार्टर के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने सोमवार को बताया कि इस तरह के आपत्तिजनक 30 वीडियो एवं पोस्ट चिह्नित किये गये हैं। बिहार पुलिस की ईओयू के पुलिस स्टेशन में इस मामले को लेकर FIR दर्ज की गई है। DSP लेवल के अफसर के द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है।
पोर्टल के संचालकों पर भी FIR 
एडीजी  के अनुसार, आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में चार लोगों पर FIR दर्ज की गई है। इसमें जमुई के अमन कुमार, यूट्यूब पर पोर्टल चलाने वाले मनीष कश्यप व राकेश तिवारी के साथ ट्विटर यूजर युवराज सिंह राजपूत शामिल हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जमुई से अमन कुमार को गिरफ्तार भी कर लिया है। उसके पास से कई आपत्तिजनक पोस्ट एवं मोबाइल में साक्ष्य मिले हैं। इसकी जांच की जा रही है।वहीं, एक अन्य अभियुक्त युवराज सिंह राजपूत पहले से भोजपुर के नारायणपुर थाना कांड मामले में वांछित है, उसके द्वारा छपरा के मुबारकपुर घटना के बाद भी आपत्तिजनक पोस्ट किये जाने के साक्ष्य मिले हैं।
 ईओयू ने जारी किया प्रिजर्वेशन नोटिस
EOU के द्वारा तमिलनाडु प्रकरण से जुड़े पोस्ट को लेकर अलग-अलग इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म को प्रिजर्वेशन नोटिस जारी किया गया है।इसके तहत ट्विटर और यूट्यूब पर 15-15, फेसबुक पर नौ और जीमेल पर तीन भ्रामक पोस्ट किए जाने को लेकर नोटिस जारी की गई है।इसके तहत इंटरनेट मीडिया पर संबंधित लिंक और विवादित पोस्ट का पूरा साक्ष्य तीन माह तक सुरक्षित रखा जाएगा, ताकि जांच के क्रम में विधिसम्मत कार्रवाई की जा सके।
 भ्रामक व झूठे वीडियो शेयर करने पर होगी कार्रवाई
बिहार पुलिस ने एक बार फिर दोहराया कि तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले के प्रसारित वीडियो पुराने हैं। हत्या कर लटकाए जाने वाले वीडियो की जांच में मालूम हुआ कि यह किसी के आत्महत्या की पुरानी घटना है, जिसका बिहार के किसी निवासी से कोई संबंध नहीं है। इसी तरह एक अन्य वीडियो झारखंड और बिहार के बीच एक व्यक्ति के आपसी विवाद को लेकर है। इस घटना का तमिलनाडु के किसी व्यक्ति से कोई सरोकार नहीं है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह किसी भी भ्रामक और झूठे वीडियो पर विश्वास नहीं करें। इसको इंटरनेट मीडिया पर फारवर्ड या शेयर भी न करें। ऐसे वीडियो बनाने से लोगों की भावनाएं भड़क सकती हैं और उन्माद उत्पन्न हो सकता है, जो कानूनन अपराध है।
 तमिलनाडु गई टीम की जांच में भी भ्रामक खबर की बात आई सामने
प्रवासी बिहारियों पर हमले की जांच को लेकर तमिलनाडु गई चार सदस्यीय अफसरों की टीम ने सोमवार को भी अधिकारियों और लोगों से मिलकर बातचीत की।पुलिस के अनुसार, अफसरों की शुरुआती जांच में भी भ्रामक खबरों को आधार बनाकर ही अफवाह फैलाए जाने की बात सामने आ रही है।इस बिंदु पर मजदूरों के संगठनों से भी बात की गई है। अफसरों की टीम बिहार लौटकर राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
 सीनीयर अफसरों के डेलीगेशन में ग्रामीण विकास के सचिव डी. बालामुरुगन, अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) के आइजी पी कन्नन, श्रम विभाग के आयुक्त आलोक कुमार और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के एसपी संतोष कुमार शामिल हैं।
गिरफ्तार अमन है भीम आर्मी का जिलाध्यक्ष, पिता कोलकाता में बनाते हैं जूते-चप्पल

तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हमले की खबर फैलाने के मामले में सोमवार को गिरफ्तार अमन भीम आर्मी का जिलाध्यक्ष है। अमन को फेक वीडियो और फोटो पोस्ट करके लोगों में भ्रम फैलाने के आरोप में रविवार रात में गिरफ्तार किया गया है।अमन लक्ष्मीपुर पुलिस स्टेशन एरिया के बघमा गांव का निवासी अमन साधारण परिवार  से आता है। उसके पिता मनोज रविदास कोलकाता में चप्पल और जूते बनाने का काम करते हैं। खुद भी ऑटो चलाता है। हाल  दिनों में उसे भीम आर्मी की जिम्मेवारी मिली। उसके बाद ही इंटरनेट मीडिया पर वह अत्यधिक सक्रिय हो गया। इस बीच उद्योग विभाग में भी अमन की घंटों बैठकी लगती थी। पहले तो तत्कालीन जीएम नरेश दास से निकटता बढ़ी। बाद में नरेश दास के लिए वह परेशानी का सबब भी बन गया। विभिन्न आरोपों में उद्योग विभाग के तत्कालीन जीएम नरेश दास पर विभागीय कार्रवाई की गाज गिरी है।
उन्माद फैलाने वाला वीडियो प्रसारित करने का आरोप
तमिलनाडु में ​​प्रवासी हिंदी भाषियों पर हमले से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले में जांच में EOU को पता चला कि जनता के बीच भय का माहौल बनाने के लिए जानबूझ कर सुनियोजित तरीके से भ्रामक व अफवाह फैलाने और भड़काने वाले फोटो/वीडियो/टेक्स्ट मैसेज पोस्ट किये गये, जिससे विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की संभावना है।
30 वीडियो और पोस्ट  चिन्हित
अफवाह फैलाने वाले कुल 30 वीडियो एवं पोस्ट चिन्हित किये गये हैं। आर्थिक अपराध इकाई थाना कांड सं0-03/2023 दर्ज कर डीएसपी लेवल के अफसर मामले की जांच कर रहे हैं। मामले में जांचोपरांत जिन लोगों को नेम्ड किया गया है उनमें लक्ष्मीपुर के अमन कुमार का भी नाम शामिल है।
अमन मामले में मेन एक्युज्ड है। अमन के अलावा, प्रयास न्यूज के राकेश तिवारी, ट्विटर यूजर युवराज सिंह राजपूत तथा यूट्यूब न्यूज चैनल सच तक के संचालक मनीष कश्यप को आरोपी बनाया गया है। अमन कुमार के पास से कई आपत्तिजनक पोस्ट एवं मोबाइल में एवीडेंस मिले है।