झारखंड: NIA ने टीएसपीसी कमांडर विकास गंझू की अचल संपत्ति की सेल पर लगाई रोक
एनआइए ने तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी के जोनल कमांडर विकास गंझू कीअचल संपत्ति की खरीद-बिक्री अथवा हस्तांरण पर रोक लगा दी है। एनआइए ने इस बाबत डीसी को एक पत्र भेजा है।
- टीएसपीएस का आधार स्तंभ माना जाता है विकास गंझू को
जोनल कमांडर विकास की पत्नी बेच रही थी लाखों की जमीन
रांची। एनआइए ने तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी के जोनल कमांडर विकास गंझू कीअचल संपत्ति की खरीद-बिक्री अथवा हस्तांरण पर रोक लगा दी है। एनआइए ने इस बाबत डीसी को एक पत्र भेजा है।
चतरा जिले के कुंदा पुलिस स्टेशन एरिया के मरगाडा गांव निवासी रामदेव गंझू का पुत्र विकास गंझू उर्फ वरुण उर्फ अविनाश उर्फ दशरथ गंझू को टीपीसी का आधार स्तंभ माना जाता है। वह एक जमाने में भाकपा माओवादी का एक्टिव मेंबर था।बाद में संगठन छोड़कर वह टीएसपीसी में शामिल हो गया।
एनआइए ने पलामू जिले के पांकी थाना कांड संख्या 157/2017 दिनांक 23 नवंबर 2017 और एनआइए अनुसंधानवाद संख्या 23/2018 में उसे नेम्ड एक्युज्ड बनाते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया की जा रही है। एनआइए के पत्र में कहा गया है कि सदर ब्लॉक के पकरिया गांव थाना संख्या 174, खाता नंबर 13, प्लाट संख्या-22 रकबा आठ डिसमिल जमीन उसकी पत्नी जयंती देवी के नाम पर है। इस भूमि की बिक्री व नाम हस्तानांतरण पर रोक लगा दी गई है। सोसेर्ज का कहना है कि जयंती देवी उक्त भूमि की लाखों रुपये में सेल करने वाली थी। एनआइए का पत्र 19 दिसंबर को जिला प्रशासन को मिला है। पत्र मिलते ही कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
जेल में बंद है TPC का जोनल कमांडर विकास गंझू
चतरा पुलिस ने पिछले 18 मई को टीपीसी के जोनल कमांडर विकास को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। विकास के खिलाफ सिमरिया, लावालौंग, पत्थलगड्डा और कुन्दा पुलिस स्टेशन में में 11 मामले दर्ज हैं।विकास गंझू टीपीसी के एरिया कमांडर निर्भय, बलवंत के साथ चतरा, हजारीबाग और लातेहार जिला के बोर्डर एरिया सिमरिया के केंदू, कासियातु, कसारी, करमटांड़, कान्हूखाप, टुटकी, चोपे तिबाब और भैयपुर के आसपास सक्रिय था. वो क्षेत्र के कंट्रेक्टर, कोल व्यवसायियों और ईट भट्ठा के मालिकों से लेवी वसूलने का काम करता था।