Jharkhand: 14 IPS वेटिंग फॉर पोस्टिंग, ACB में जूनियर बन गये SP, सीनियर कर रहे DSP पोस्ट पर काम

झारखंड में IPS अफसर के कई पोस्ट खाली चल रहे हैं। वहीं स्टेट 14 IPS वेटिंग फॉर पोस्टिंग चल रहे हैं।  वेटिंग फॉर पोस्टिंग में रखे गये अफसरों के पास कोई काम नहीं है। इन अफसरों को सैलरी भी नहीं मिल रही है। डीएसपी से आइपीएस बने 24 अफसरों में से आठ अफसरों की भी पोस्टिंग नहीं हुई है।

Jharkhand: 14 IPS वेटिंग फॉर पोस्टिंग, ACB में जूनियर बन गये SP, सीनियर कर रहे DSP पोस्ट पर काम
  • डीएसपी से आइपीएस बने 24 में से आठ अफसरों को पोस्टिंग का इंतजार
  • स्टेट में आइपीएस के कई पोस्ट खाली

रांची। झारखंड में IPS अफसर के कई पोस्ट खाली चल रहे हैं। वहीं स्टेट 14 IPS वेटिंग फॉर पोस्टिंग चल रहे हैं।  वेटिंग फॉर पोस्टिंग में रखे गये अफसरों के पास कोई काम नहीं है। इन अफसरों को सैलरी भी नहीं मिल रही है। डीएसपी से आइपीएस बने 24 अफसरों में से आठ अफसरों की भी पोस्टिंग नहीं हुई है।

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IPS चंदन झा, अंजनी झा, प्रभात कुमार,अमित रेणु, आनंद प्रकाश,अंबर लकड़ा, सुभाष चंद्र जाट, अनुरंजन किस्पोट्टा, कुमार गौरव, मनोज स्वर्गीयारी आर रामकुमार, एहतेशाम वकारिव, शुभांशु जैन और मुकेश लुनायत IPS वेटिंग फॉर पोस्टिंग शामिल हैं। डीएसपी से प्रमोशन पाकर आईपीएस बने आठ अफसर भी एसपी रैंक में पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं। इनमें अरविंद कुमार सिंह, सादिक अनवर रिजवी, विकास कुमार पांडेय, विजय आशीष कुजुर, अजय कुमार सिन्हा, सहदेव साव, अमित कुमार सिंह और मुकेश कुमार शामिल हैं। ये आठों अफसर अभी डीएसपी पोस्ट पर ही काम कर रहे हैं। इनके साथ प्रमोशन पाये 16 अफसरों की बतौर एसपी पोस्टिंग की जा चुकी है। इनमें कई आधा दर्जन अफसर जिले की कमान संभाल रहे हैं। 

एसीबी में जूनियर अफसर एसपी, सीनियर आईपीएस बनने के बाद भी डीएसपी
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) में जूनियर अफसर एसपी पोस्ट पर पोस्टेंड हैं, जबकि, सीनियर आईपीएस बनने के बाद भी डीएसपी के पद पर काम कर रहे हैं। स्टेट गवर्नमेंट पिछले दिनों डीएसपी से एसपी बने 2017 बैच के कैलाश करमाली और आरिफ एकराम को एसपी पोस्ट पर पोस्टिंग किया है। वहीं 2014 बैच के आईपीएस सादिक अनवर रिजवी और 2016 बैच के सहदेव साव बतौर डीएसपी पोस्टेड हैं।
21 बटालियन में से 15 खाली और चल रहे हैं एडीशनल चार्ज में
झारखंड गवर्नमेंट ने सेंट्रल गवर्नमेंट से मिलनेवाली राशि से नयी-नयी बटालियन का गठन तो कर लिया है। इनमें कामकाज सुचारु रूप से संचालन की व्यवस्था ही नहीं की गयी है। बटालियन में कमांडेंट की पोस्टिंग नहीं की जाती है। वर्तमान में हालात यह है कि झारखंड में जैप, आईआरबी, एसआईआरबी और एसआईएसएफ की 21 बटालियन में से 15 पोस्ट खाली और एडीशनल चार्ज में चल रहे हैं। जैप का चार, आईआरबी का तीन, एसआईआरबी का दो और एसआईएसएफ का बटालियन का एक कमांडेंट का पोस्ट खाली है। जैप का एक और आईआरबी का चार बटालियन एडीशनल चार्ज के भरोसे चल रहा है।
 कमांडेंट के नहीं होने से पिकेटों के निरीक्षण का काम बंद 
जैप और आईआरबी की कुल 18 बटालियन के जवानों को नक्सल प्रभावित इलाकों में बनाये गये 115 से अधिक पिकेटों पर तैनात किया गया है। झारखंड आईआरबी का गठन नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए किया गया है। पांच बटालियन के गठन के लिए पूरी राशि केंद्र सरकार ने दी है, ताकि नक्सलियों से जारी लड़ाई में अर्द्धसैनिक बलों पर निर्भरता को कम किया जा सके। बटालियनों में कमांडेंट के नहीं होने से पिकेटों के निरीक्षण का काम बंद है। पिकेटों में निरीक्षण के जो आंकड़े बन रहे हैं, वह ज्यादातर कागजों पर बन रहे हैं। नियमानुसार कमांडेंट को साल में एक बार हर पिकेट का निरीक्षण करना है। वहीं पर रात भी बितानी है। जिले एसपी को जैप और आईआरबी के बटालियन का एडीशनल चार्ज दिया गया है। ऐसे में सवाल ये है कि वो मिले एडीशनल चार्ज पर कितना ध्यान दे पायेंगे। इससे साफ जाहिर होता है कि जवानों सुविधाओं पर ध्यान रखनेवाला कोई नहीं है।
एसपी लेवल का खाली पोस्ट
एसपी सीएम सिक्युरिटी
एसपी ऑपरेशन
एसपी एससीआरबी
एसपी एसटीएफ
जैप 3 कमांडेंट
जैप 6 कमांडेंट
जैप 5 कमांडेंट
जैप 8 कमांडेंट
आईआरबी 2 कमांडेंट
आईआरबी 8 कमांडेंट
आईआरबी 9 कमांडेंट
एसआईआरबी 1 कमांडेंट
एसआईआरबी 2 कमांडेंट
एसआईएसएफ कमांडेंट
रेल एसपी धनबाद
एसपी वायरलेस
एसपी जेएपीटीसी
एसपी सीटीपीसी मुसाबनी
एसपी जंगल वार फेयर स्कूल
एसपी लेवल को पोस्ट एडीशनल चार्ज में
एसपी होमगार्ड
जैप 3 कमांडेंट
आईआरबी 1 कमांडेंट
आईआरबी 3 कमांडेंट
आईआरबी 4 कमांडेंट
आईआरबी 9 कमांडेंट
आईआरबी 10 कमांडेंट