झारखंड: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी अब्दुल माजिद कुट्टी जमशेदपुर से अरेस्ट, गुजरात ATS की बड़ी सफलता
गुजरात एटीएस की टीम ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी अब्दुल माजिद कुट्टी को रविवार को जमशेदपुर मानगो से अरेस्ट किया है। कुट्टी पिछले 24 सालों से फरार चल रहा था।
रांची। गुजरात एटीएस की टीम ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी अब्दुल माजिद कुट्टी को रविवार को जमशेदपुर मानगो से अरेस्ट किया है। कुट्टी पिछले 24 सालों से फरार चल रहा था। आतंकी अब्दुल मजीद जमशेदपुर में आस्था गार्डेन के पास मानगो में अपने एक रिश्तेदार के यहां रह रहा था। यहां उसने अपना नाम बदलकर मोहम्मद कलाम रख लिया था और इसी नाम से आधार कार्ड और पासपोर्ट भी बनवा लिया था।
गुजरात एटीएस ने शनिवार शाम 7.30 बजे जमशेदपुर मानगो पुलिस के साथ मिलकर पुल के पास घेराबंदी की। इस दौरान कुट्टी अपनी कार से आ रहा था। पुलिस ने तलाशी के बहाने उसे रोका और पकड़ लिया। एटीएस टीम गुजरात लेकर चली गई।उसके पास से पाकिस्तानी पिस्तौल मिली है। एटीएस कुट्टी के मोबाइल फोन लोकेशन के आधार पर पीछा कर रही थी।
केरल का रहने वाला अब्दुल माजिद कुट्टी
केरल निवासी अब्दुल माजिद कुट्टी 1996 में दाऊद इब्राहिम के इशारे पर मजीद ने महाराष्ट्र और गुजरात में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान बम विस्फोट करने की योजना बनाई थी। इसके लिए पाकिस्तान से हथियार व विस्फोटक मंगाये गये थे। वह 1996 में 106 पिस्तौल, 750 कारतूस और लगभग चार केजी आरडीएक्स जमा करने के मामले में शामिल था। ।इस मामले में अन्य आरोपियों को पहले अरेस्ट किया जा चुका था।लेकिन कुट्टी फरार चल रहा था।
मलेशिया से आया था इंडिया
बताया जाता है कि वर्ष 1996 की 23 फरवरी को गुजरात में मेहसाणा के दूधसागर डेयरी के पास बॉम्बे गेस्ट हाउस पर रेड के दौरान आरडीएक्स और आर्म्स का जखीरा मिला था। रेड के दौरान चार किलो आरडीएक्स 115 पिस्टल, 750 से ज्यादा कार्ट्रिज,10 डेटोनेटर बरामद हुए थे। रेड में बरामद पिस्टल और बुलेट्स पाकिस्तान में बने थे। आर्म्स का ये जखीरा राजस्थान के बाड़मेर बोर्डर से इंडिया भेजा गया था। इसे मुंबई और अहमदाबाद पहुंचाया जाना था। मेहसाणा गेस्ट हाउस मामले में गिरफ्तार अन्य आरोपियों से जब पूछताछ में कुट्टी का नाम सामने आया। इसके बाद से ही वह फरार चल रहा था। माजिद कुट्टी भागकर मलेशिया चला गया था। वह कई सालों तक मलेशिया में ही था। गुजरात एटीएस को खबर लगी कि माजिद इंडिया आ गया है तो उसकी खोजबीन शुरु की गयी। गुजरात एडीएस को कुट्टी के जमशेदपुर में होने की सूचना मिली। एटीएस ने जाल बिछाकर कुट्टी को दबोच लिया। अब्दुल माजिद की गिरफ्तारी गुजरात एटीएस की बड़ी सफलता मानी जा रही है।
दाऊद छोटा शकील और अबू सलेम के साथ काम कर चुका है कुट्टी
जमशेदपुर में पकड़ा गया अब्दुल माजिद कुट्टी उर्फ मो. कमाल का जन्म वर्ष1962 में मुंबई में हुआ था। वह 1978 से 1984 के बीच दुबई में रहा था। 1984 में दुबई से लौटने के बाद वह सोने की तस्करी से जुड़ गया। इसी दौरान उसकी मुलाकात दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील, अबू सलेम, टाइगर मेमन से हुई। वह हमेशा दुबई आता-जाता था। इसी दौरान 1996 में पहली बार उसकी मुलाकात अबू सलेम से हुई। उसी समय अबू सलेम ने गुजरात व महाराष्ट्र में गणतंत्र दिवस के दौरान विस्फोट करने के लिए विस्फोटक का जखीरा अजमेर से ले जाने को कहा। एटीएस के अनुसार कुट्टी ने फजल (मो. फजल मो. उस्मान) को मेहसाणा से विस्फोटक उठा लेने का को कहा। जब फजल व उसके दो अन्य साथी विस्फोटकों के साथ पकड़ा गया तो अबू सलेम के कहने पर कुट्टी बैंकाक फरार हो गया।
1919 तक बैंकाक में रहा
कुट्टी फरारी के दौरान 1999 तक बैंकाक में रहा। इधरकोर्ट ने फजल व उसके दो अन्य साथियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। कुट्टी एक मामुमियान के संपर्क में आ गया, जो गुजरात के पोरबंदर का रहने वाला है। इसके बाद एक बार फिर वह सोने की तस्करी के धंधा से जुड़ गया।
कुट्टी से बन गया मो. कमाल
कुट्टी का रिकार्ड में उसका नाम था।पुलिस ढूढ़ रही थी। कुट्टी जमशेदपुर मानगो के रहनेवाले मो. इनाम अली के संपर्क में आया। मो. इनाम अली ने उसका नाम कुट्टी से बदल मो. कमाल कर दिया।नकली पासपोर्ट बनाने में मदद की। इसी फर्जी पासपोर्ट की मदद से कुट्टी दुबई से मलेशिया गया। वहां टेक्सटाइल उद्योग में काम करने लगा।
वर्ष 2019 मई में इंडिया लौटा
कुट्टी वर्ष 2019 की मई में इंडिया लौटा।पनी पहचान छुपाकर जमशेदपुर के मानगो में रहने लगा। पड़ोसियों तक को भी उसका कुट्टी नाम का पता नहीं था। लोग यह नहीं जानते थे कि बगल में कोई दाऊद इब्राहिम का गुर्गा रहता है।