Jharkhand : जेल सुपरिटेंडेंट हमीद अख्तर व जेलर नसीम खान के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कार्रवाई संभव
झारखंड की राजधानी रांची स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार के जल सुपरिटेंडेंट रहे हमीद अख्तर व जेलर मो नसीम खान ईडी के रडार पर हैं। दोनों खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कार्रवाई की जा सकती है।
- दोनों अफसर के इनकम और खर्चा में मिला बड़ा अंतर
रांची। झारखंड की राजधानी रांची स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार के जल सुपरिटेंडेंट रहे हमीद अख्तर व जेलर मो नसीम खान ईडी के रडार पर हैं। दोनों खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कार्रवाई की जा सकती है।
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हमीद अख्तर व नसीम खान की वैध आमदनी और उनके द्वारा किये गये खर्च में भारी अंतर मिली है। इसे देखते हुए ईडी को इस बात की आशंका है कि अंतर की रकम जेल में हो रही अवैध गतिविधियों के सहारे कमायी गयी है। ईडी ने दोनों अफसरों की आमदनी और खर्च से संबंधित ब्योरा जुटाया है। इसमें इनका खर्च इनके वास्तविक आमदनी से अधिक पाया गया है। इस वजह से ईडी दोनों अफसरों के मनी लाउंड्रिंग में शामिल होने के आधार पर आगे की जांच कर रहा है।
जेल में ईडी के गवाहों और अफसरों के खिलाफ साजिश रचने के आरोप की जांच के दौरान इडी ने जेलर को सात नवंबर और सुपरिटेंडेट को आठ नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। ईडी ने जेल अधीक्षक को इसी मामले में दूसरी बार 13 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि दोनों का बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल से 23 नवंबर को ट्रांसफर हो चुका है।
जेल में संचालित अवैध गतिविधियों से पैसे कमाने की आशंका
ईडी की टीम ने जेल सुपरिटेंडेंट हमीद अख्तर द्वारा अपने और फैमिली मेंबर्स द्वारा दिये गये आय व्यय और संपत्ति के ब्योरे की जांच की है। जांच के क्रम में ईडी ने बैंक से मंगाये गये डिटेल और संपत्ति की जांच की। इसमें हमीद अख्तर द्वारा दिये गये डिटेल और ईडी द्वारा जुटाये गये डिटेल में समानता नहीं पायी गयी। यह स्थिति जेलर नसीम की भी आर्थिक मामलों में भी पायी गयी है। इन दोनों अफसरों की वैध आमदनी और उनके द्वारा किये गये खर्च मेंअंतर को देखते हुए ईडी को इस बात की आशंका है कि अंतर की रकम जेल में हो रही अवैध गतिविधियों के सहारे कमायी गयी है। अवैध कमाई की रकम को बैंकिंग चैनलों के माध्यम से वैध आमदनी करार देने की कोशिश की गयी है।
यह है मामला
उक्त मामला ईडी के अफसर के खिलाफ जेल से साजिश रचने और गवाहों को जेल से धमकी देने से जुड़ा है। ईडी ने अपने गवाहों को धमकी देनेकी सूचना के बाद उन फोन नंबरों को सर्विलांस पर रखा था, जिन फोन नंबरों से धमकी दी जा रही थी। जांच में सभी फोन नंबरों के लोकेशन बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के आसपास के टावरों के मिले। इसके बाद पिछले दिनों ईडी ने बिरसा मुंडा सेंट्रलजजेल में रेड की थी। प्रेम प्रकाश समेत उससे संबंधित लोगों बैरेक में रेड की गई थी। इस दौरान प्रेम प्रकाश के अलावा जेल अफसरों से संबंधित सीसीटीवी फुटेज ईडी ने जब्त की थी। इसके बाद ईडी द्वारा जेल सुपरिटेंडेंट, जेलर व बड़ा बाबू को समन भेजकर उनसे पूछताछ की गई।