Jharkhand: IPS नौशाद आलम की संपत्ति के दस्तावेज खंगाल रही ED, कसेगा कानूनी शिकंजा
झारखंड कैडर के 2011 बैच के आईपीएस अफसर साहिबगंज एसपी नौशाद आलम की संपत्ति भी ED खंगाल रही है। रांची रूरल एसपी समेत अन्य जगहों पर पोस्टिंग के दौरान की उनकी आय व उस दौरान की संपत्ति की जानकारी जुटायी जा रही है।
रांची। झारखंड कैडर के 2011 बैच के आईपीएस अफसर साहिबगंज एसपी नौशाद आलम की संपत्ति भी ED खंगाल रही है। रांची रूरल एसपी समेत अन्य जगहों पर पोस्टिंग के दौरान की उनकी आय व उस दौरान की संपत्ति की जानकारी जुटायी जा रही है।
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ईडी के रडार पर आये साहेबगंज एसपी नौशाद आलम की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पूछताछ से पहले ईडी ने नौशाद आलम की कई अचल संपत्तियों और निवेश से जुड़ी जानकारियां जुटायी हैं। सूचना यह भी है कि नौशाद आलम को लेकर ईडी के पास कई शिकायतेंभी आई हैं।रांची समेत आसपास के इलाकों में ही दर्जनों जमीन पर कब्जे व बालू कारोबार में उगाही की कंपलेन ईडी को मिली हैं। ईडी को नौशाद आलम के खिलाफ रांची में कई जगहों पर अचल संपत्ति बीते दो तीन सालों में अर्जित करने की शिकायतें मिली है। साहिबगंज के एसपी नौशाद आलम ईडी के गवाह को होस्टाइल कराने का आरोप है। ईडी ने नौशाद आलम को 22 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। वे ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे थे और नयी तिथि देने का आग्रह किया था। इसके बाद ईडी ने दुबारा समन भेजकर 28 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है।
बताया जाता है कि ईडी नौशाद आलम के संबंध में डिटेल जानकारियां जुटा रही है। नौशाद आलम की पोस्टिंग कहां-कहां रही। उनके द्वारा किस तरह की संपत्ति की खरीद की गईइसकी जानकारी जुटायी रही है। रांची में रूरल एसपी के पद पर रहने के दौरान भी नौशाद आलम ने कहां-कहां कितनी संपत्ति की अपने या परिजनों के नाम पर खरीदी है, इसकी डिटेल जानकारी जुटाई जा रही है। 28 नवंबर को पूछताछ के बाद नौशाद आलम से उनके और उनके आश्रितों, परिजनों की पूरी संपत्ति का डिटेल भी ईडी एफीडिविट के जरिए मांग सकती है।
एसपी को इसलिए किया गया है समन
साहिबगंज के एसपी नौशाद आलम ईडी के गवाह को होस्टाइल कराने के केस में जांच एजेंसी के रडार पर है। साहिबगंज में 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग के केस में ही नौशाद आलम को समन किया गया है। इलिगल माइनिंग केस में विजय हांसदा ईडी के मुख्य गवाहों में शामिल था। साहिबगंज पुलिस ने उसे आर्म्स एक्ट के केस में जेल भेजा था। लेकिन बाद में उसे इलिगल माइनिंग केस में पैसे के बल पर गवाही से पलटने की बात की पुष्टि हुई है। सीबीआई ने भी अपनी जांच मेंपाया हैकि विजय हांसदा के बैंक अकाउंट में कई संदेहास्पद लेन देन हुए थे। कैश में भी उसने पैसे लिए। इस पूरे मामले में साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव व एसपी नौशाद आलम की भूमिका संदिग्ध रही है।ईडी ने भी अपने गवाह के कोर्ट में होस्टाइल होने की जांच की तो पाया कि रांची हाईकोर्ट में लाने से लेकर कोर्ट में गवाही कराने तक में नौशाद आलम की भूमिका रही है।ईडी के गवाह रहे विजय हांसदा को दिल्ली जाने का टिकट भी नौशाद आलम ने एक जूनियर पुलिस अफसर की मदद से करवाया था।