झारखंड: Cooperative Bank scam के आरोपी AGM संदीप सेन अरेस्ट किया, सीआइडी ने खड़गपुर साढ़ू के घर छुप कर बैठा आरोपी को दबोचा

सीआइडी ने  झारखंड स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक सरायकेला ब्रांच से करोड़ों के घोटाले के आरोपी हेड ऑफिस रांची के तत्कालीन एजीएम (अकाउंट) संदीप सेन को अरेस्ट कर लिया है। सस्पेंड चल रहे संदीप सेन पश्चिम बंगाल के खड़गपुर स्थित मलंचा रोड स्थित अपने साढ़ू के घर छुपा हुआ था। सीआइडी एडीजी अनिल पाल्टा के निर्देश पर टीम ने यह कार्रवाई की है। 

झारखंड:  Cooperative Bank scam के आरोपी AGM संदीप सेन अरेस्ट किया, सीआइडी ने खड़गपुर  साढ़ू के घर छुप कर बैठा आरोपी को दबोचा

रांची। सीआइडी ने  झारखंड स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक सरायकेला ब्रांच से करोड़ों के घोटाले के आरोपी हेड ऑफिस रांची के तत्कालीन एजीएम (अकाउंट) संदीप सेन को अरेस्ट कर लिया है। सस्पेंड चल रहे संदीप सेन पश्चिम बंगाल के खड़गपुर स्थित मलंचा रोड स्थित अपने साढ़ू के घर छुपा हुआ था। सीआइडी एडीजी अनिल पाल्टा के निर्देश पर टीम ने यह कार्रवाई की है। 


कोल्हान के डीएसपी अनिमेष गुप्ता की टीम पिछले कई दिनों से संदीप सेन की खोज में रेड कर रही थी। बोकारो, रांची के बाद खड़गपुर की सूचना मिली, जिसके बाद वह पकड़ा गया।संदीप सेन पर आरोप है कि उन्होंने झारखंड स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक सरायकेला ब्रांच के तत्कालीन मैनेजर सुनील कुमार सतपथी व स्टाफ मदन लाल प्रजापति के साथ षड्यंत्र रचकर प्राइवेट व्यक्ति संजय कुमार डालमिया को अवैध लाभ पहुंचाया। बैंक के ऑफिसियल अकाउंट से अनाधिकृत रूप से राशि का ट्रांसफर किया। इस तरह संजय कुमार डालमिया के पहले से चल रहे 12 लोन अकाउंट को अनाधिकृत रूप से बंद कर दिया गया।इससे बैंक को कुल 4,14,30,000 रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ। तत्कालीन सहायक एजीएम संदीप सेन व अन्य के खिलाफ मुकदमा चलाए जाने के लिए अभियोजन की स्वीकृति भी मिल गई है। 
24 जुलाई को अरेस्ट हुआ  था मैनेजर सुनील कुमार
सीआइडी 24 जुलाई को घोटाले मामले में कोआपरेटिव बैंक के तत्कालीन कैशियर सरायकेला राजनगर के निवासी मनसा राम महतो को 22 मई को तत्कालीन बैंक मैनेजर सुनील कुमार सतपथी को अरेस्ट किया था। यह मामले में चौथी अरेस्टिंग है।यह घोटाले वर्ष 2011 से लेकर 2016 तक के बीच का है। वर्ष 2019 की 22 अगस्त सरायकेला पुलिस स्टेशन में घोटाले की एफआइआर दर्ज की गई थी।सीआइडी की टीम को-ऑपरेटिव बैंक की सरायकेला ब्रांच से घोटाले के तीन मामलों की जांच कर रही है। एक मामला 38 करोड़ रुपये के लोन बांटने व नहीं वसूलने से संबंधित है। जबकि, दूसरा मामला चार करोड़, 14 लाख 30 हजार रुपये का लोन देने से संबंधित है। तीसरा मामला ढाई करोड़ रुपये के लोन से संबंधित है। तत्कालीन एजीएम संदीप सेन की गिरफ्तारी चार करोड़, 14 लाख 30 हजार रुपये वाले केस में हुई है। सीआइडी की टीम तीनों ही एफआइआर के सभी आरोपियों को अरेस्ट कर चुकी है। को-ऑपरेटिव बैंक सरायकेला ब्रांच में करोड़ लाख के घोटाले की जांच सीआइडी टीम कर रही है।डीएसपी अनिमेष कुमार गुप्ता केस के आइओ हैं। 

आरोप है नियम कानून को ताक पर रखकर 38 करोड़ के लोन में केवल संजय कुमार डालमिलया को 33 करोड़ का लोन दिया गया था। लोन के बाद किसी ने राशि को जमा नहीं किया था। इस मामले में सरायकेला ब्रांच के मैनेजर सुनील कुमार प्रजापति, सहायक मदन लाल प्रजापति, तत्कालीन मैनेजर वीरेंद्र कुमार, चाईबासा क्षेत्रीय कार्यालय के एजीएम शंकर बंदोपध्याय, चाईबासा क्षेत्रीय कार्यालय के तत्कालीन प्रबंधक मनोजनाथ शाहदेव, तत्कालीन एजीएम संदीप सेन, बृजेश्वरनाथ और सरायकेला के संजय कुमार डालमिया के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई थी।बाद में केस सीआइडी के जिम्मे चला गया।
घोटाले में तीन अलग-अलग एफआइआर में अब तक अरेस्ट आरोपी

संजय कुमार डालमिया (कारोबारी)।
सुनील कुमार सतपथी (तत्कालीन ब्रांच मैनेजर, झारखंड को-ऑपरेटिव बैंक, सरायकेला ब्रांच)।
मनसा राम महतो (तत्कालीन कैशियर)।
मदन लाल प्रजापति (सहायक)।
संदीप सेन (तत्कालीन एजीएम)।
कौशल किशोर सिन्हा (संजय कुमार डालमिया का पार्टनर)।
विजय सिंह